1. Home
  2. /
  3. CBSE
  4. /
  5. Class 12
  6. /
  7. Hindi Core
  8. /
  9. CBSE Question Paper 2016...

CBSE Question Paper 2016 Class 12 Hindi Core

myCBSEguide App

myCBSEguide App

Download the app to get CBSE Sample Papers 2023-24, NCERT Solutions (Revised), Most Important Questions, Previous Year Question Bank, Mock Tests, and Detailed Notes.

Install Now

CBSE Question Paper 2016 Class 12 Hindi Core conducted by Central Board of Secondary Education, New Delhi in the month of March 2016. CBSE previous year question papers with the solution are available in myCBSEguide mobile app and website. The Best CBSE App for students and teachers is myCBSEguide which provides complete study material and practice papers to CBSE schools in India and abroad.

CBSE Question Paper 2016 Class 12 Hindi Core

Download as PDF

CBSE Question Paper 2016 Class 12 Hindi CoreCBSE Question Paper 2016 Class 12 Hindi Core


निर्देश:

  • इस प्रश्न पत्र में 14 प्रश्न हैं।
  • सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
  • विद्यार्थी यथासंभव अपने शब्दों में उत्तर लिखें।

खण्ड-‘क’

1. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (15)

प्रसिद्ध दार्शनिक नीत्शे एक ऐसा देवता तलाश रहे थे जो मनुष्य की पहुँच में हो। उसी की तरह नाच-गा सके। जीवन से भरपूर हो। हँसे-रोए काम करे-कराए बिलकुल आदमी की तरह। नीत्शे को ऐसा देवता नहीं मिला तो उसने कह दिया, “ईश्वर मर गया है।” लगता है कि नीत्शे को कृष्ण की जानकारी नहीं थी। वे नाचते-गाते हैं, काम करते हैं और योगी भी हैं – कर्मयोगी। काम करो, बाकी सब भूल जाओ – यह है उनका अनासक्त कर्म। यहाँ तक कि काम के फल की भी इच्छा मत करो – कर्मण्येवाधिकारस्ते। अजीब विरोधाभास है ! काम करने का निराला ढंग है कि काम तो पूरे मन से करो, ईश्वर का आदेश समझकर करो पर उससे परे भी रहो ! काम पूरा होते ही अनासक्त हो जाओ। यों कृष्ण जो भी करते हैं उसमें गजब की आसक्ति दिखाई देती है- चाहे ग्वाले का काम हो, रसिक बिहारी का हो, सारथि का हो, उपदेष्टा या मार्गदर्शक का – वे पूरे मनोयोग से अपनी भूमिका निभाते दिखाई पड़ते हैं और अगले ही क्षण उससे अलग; जैसे कमल-पत्ते पर पड़ा पानी। जीवन का प्रत्येक पल पूरेपन से जीना और चिपकना नहीं – यही अनासक्ति है। उनमें कहीं अधूरापन दिखाई ही नहीं देता। पीछे मुड़ने का उन्हें अवकाश ही नहीं है। यह कृष्ण जैसा कर्मयोगी ही कर सकता है। वे विश्वरूप हैं परंतु अहंकार का कहीं नाम तक नहीं। गाय चराने या रथ हाँकने का काम करने में भी उन्हें कोई हिचक नहीं।

(क) नीत्शे कौन थे? वे क्या तलाश रहे थे? (2)

(ख) ‘ईश्वर मर गया है‘ – नीत्शे ने यह क्यों कहा होगा? (2)

(ग) कृष्ण के व्यक्तित्व में क्यों ‘विराधाभासलगता है? (2)

(घ) आशय स्पष्ट कीजिए ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते…’ (2)

(ङ) कृष्ण की किन विविध भूमिकाओं का उल्लेख है? (2)

(च) कृष्ण के लिए कमल-पत्ते पर पड़ा पानीक्यों कहा गया है? (2)

(छ) कृष्ण के व्यक्तित्व से हम क्या सीख सकते हैं? दो बातों का उल्लेख कीजिए। (2)

(ज) गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक दीजिए। (1)

2. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (1×5=5)

साकार दिव्य गौरव विराट, पौरुष के पुंजीभूत ज्वाल!

मेरी जननी के हिमकिरीट, मेरे भारत के दिव्य भाल !

मेरे नगपति, मेरे विशाल !

युग-युग अजेय, निर्बध, युक्त,

युग-युग गर्वोन्नत नित महान

निस्सीम व्योम में तान रहा

युग से किस महिमा का वितान !

ले अँगड़ाई हिल उठे धरा

कर निज विराट स्वर में निनाद

तू शैलराट् हुंकार भरे

फट जाए कुहा, भागे प्रमाद

तू मौन त्याग, कर सिंहनाद

रे तपी, आज तप का न काल

नव युग शंखध्वनि जगा रही

तू जाग-जाग मेरे विशाल !

(क) ‘मेरी जननीसे क्या तात्पर्य है? उसका किरीट किसे माना है?

(ख) विशाल नगपति के लिए प्रयुक्त किन्हीं दो विशेषणों को स्पष्ट कीजिए।

(ग) हिमालय से अँगड़ाई लेने का अनुरोध क्यों किया जा रहा है?

(घ) शैलराट् नाम की सार्थकता पर टिप्पणी कीजिए।

(ङ) काव्यांश का केंद्रीय भाव लिखिए।

खण्ड-‘ख’

3. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर एक निवन्ध लिखिए: (5)

(क) शिक्षा का अधिकार

(ख) क्यों पढ़े हम हिंदी

(ग) अबला नहीं है नारी

(घ) आतंकवाद की समस्या

4. किसी आपराधिक घटना की अपनी सनसनीखेज पड़ताल से कुछ समाचार चैनल जाँच में बाधा डालते हैं और न्यायालयों में मामला पहुँचने से पहले ही आरोपी को अपराधी ठहरा देते हैं। इस प्रवृत्ति पर अपने विचार किसी समाचार-पत्र के संपादक को लिखिए। 5

अथवा

आपके विद्यालय में फ़र्नीचर की आपूर्ति के लिए काष्ठागार‘, आमेर सरणि, जयपुर को आदेश दिया गया था किंतु उन्होंने संविदा में उल्लिखित समझौते के अनुसार आपूर्ति नहीं की। संस्था के प्रबंधक को पत्र लिखकर उल्लंघनों का बिंदुवार उल्लेख करते हुए प्राचार्य की ओर से शिकायती पत्र लिखिए।

5. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए: (1×5=5)

(क) प्रिंट माध्यम की दो विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

(ख) स्पष्ट कीजिए कि संपादकीय के साथ उसके लेखक पत्रकार का नाम क्यों नहीं दिया जाता?

(ग) बीट रिपोर्टिग और विशेषीकृत रिपोर्टिग में अंतर स्पष्ट कीजिए।

(घ) समाचार के ‘इंट्रोऔर बॉडीसे आप क्या समझते हैं?

(ङ) वॉचडॉग पत्रकारिता का आशय बताइए।

6. मोर्चे पर सैनिकों के साथ एक दिनअथवा ‘भूकंप क्षेत्र सेविषय पर मुद्रण माध्यम के लिए एक फ़ीचर का आलेख लिखिए। (5)

7. किसान का संघर्ष’ अथवा ‘बढ़ते अपराध’ विषय पर एक आलेख लिखिए। (5)

8. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए: (2×4=8)

कविता एक उड़ान है चिड़िया के बहाने

कविता की उड़ान भला चिड़िया क्या जाने

बाहर भीतर

इस घर, उस घर

कविता के पंख लगा उड़ने के माने

चिड़िया क्या जाने?

कविता एक खिलना है फूलों के बहाने

कविता का खिलना भला फूल क्या जाने

(क) कविता की तुलना चिड़िया से क्यों की गई है?

(ख) चिड़िया कविता की उड़ान को क्यों नहीं समझ सकती?

(ग) कविता के खिलने और फूलों के खिलने में क्या साम्य-वैषम्य है?

(घ) काव्यांश के आधार पर कविता के दो लक्षणों को स्पष्ट कीजिए।

अथवा

जथा पंख बिनु खग अति दीना।

मनि बिनु फनि करिबर कर हीना।।

अस मम जिवन बंधु बिनु तोही।

जौं जड़ दैव जिआवै मोही।।

जैहउँ अवध कवन मुहु लाई।

नारि हेतु प्रिय भाइ गँवाई।।

बरु अपजस सहतेउँ जग माहीं।

नारि हानि बिसेष छति नाहीं।।

(क) यह किसका प्रलाप है और क्यों किया जा रहा है?

(ख) फणीऔर करिबर’ से तुलना का औचित्य बताइए।

(ग) अवध लौटने में किस प्रकार का संकोच बताया गया है?

(घ) काव्यांश के आधार पर नारी के प्रति तुलसी के दृष्टिकोण पर टिप्पणी कीजिए

9. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (2×3=6)

गरबीली गरीबी यह, ये गंभीर अनुभव सब

यह विचार वैभव सब

दृढ़ता यह, भीतर की सरिता यह, अभिनव सब

मौलिक है, मौलिक है।

(क) ‘गरीबीके लिए प्रयुक्त विशेषण का भाव सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।

(ख) ‘भीतर की सरिताक्या है? वह अभिनव क्यों है?

(ग) काव्यांश के भाषा-सौंदर्य पर टिप्पणी कीजिए।

अथवा

सवेरा हुआ

खरगोश की आँखों जैसा लाल सवेरा

शरद आया पुलों को पार करते हुए

अपनी नई साइकिल तेज़ चलते हुए

(क) सवेरे की तुलना किससे की गई है? क्यों?

(ख) काव्यांश के प्रतीकों को समझाइए।

(ग) मानवीकरण अलंकार का उदाहरण चुनकर उसका सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।

10. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (3+3=6)

(क) ‘दिन जल्दी-जल्दी ढलता है’ में पक्षी तो लौटने को विकल हैं, पर कवि में उत्साह नहीं है। ऐसा क्यों?

(ख) ‘कैमरे में बंद अपाहिजमें निहित क्रूरता को उजागर कीजिए।

(ग) ‘बादल रागके आधार पर धनी शोषकों की जीवन शैली पर टिप्पणी कीजिए। वे क्यों त्रस्त हैं?

11. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (2×4=8)

भारतीय परंपरा में व्यक्ति के अपने पर हँसने, स्वयं को जानते-बूझते हास्यास्पद बना डालने की परंपरा नहीं के बराबर है। गाँवों या लोक संस्कृति में तब भी वह शायद ही, नागर-सभ्यता में तो वह थी ही नहीं। चैप्लिन का भारत में महत्व यह है कि वह ‘अंग्रेज़ों जैसे व्यक्तियों पर हँसने का अवसर देते हैं। चार्ली स्वयं पर सबसे ज्यादा तब हँसता है जब वह स्वयं को गर्वोन्मत्त, आत्मविश्वास से लबरेज़, सफलता, सभ्यता, संस्कृति तथा समृद्धि की प्रतिमूर्ति, दूसरों से ज्यादा शक्तिशाली तथा श्रेष्ठ अपने ‘वज्रादपि कठोराणि’ अथवा ‘मृदूनि कुसुमादपि’ क्षण में दिखलाता है।

(क) अनुच्छेद में किसकी चर्चा है? वह क्यों प्रसिद्ध है?

(ख) “अपने आप को जानते-बूझते हास्यास्पद बना डालने की परंपरा नहीं के बराबर है।” – इस कथन का आशय स्पष्ट कीजिए।

(ग) “अंग्रेज़ों जैसे” कहने का क्या आशय है? स्पष्ट कीजिए।

(घ) चार्ली अपने पर कब हँसता है?

अथवा

हम आज देश के लिए करते क्या हैं? माँगें हर क्षेत्र में बड़ी-बड़ी हैं, पर त्याग का कहीं नाम-निशान नहीं है। अपना स्वार्थ आज एकमात्र लक्ष्य रह गया है। हम चटखारे लेकर इसके या उसके भ्रष्टाचार की बातें करते हैं, पर क्या कभी हमने जाँचा है कि अपने स्तर पर, अपने दायरे में हम उसी भ्रष्टाचार के अंग तो नहीं बन रहे हैं? काले मेघा दल के दल उमड़ते हैं, पानी झमाझम बरसता है, पर गगरी फूटी की फूटी रह जाती है, बैल पियासे के पियासे रह जाते हैं? आखिर कब बदलेगी यह स्थिति?

(क) लेखक को क्यों लगता है कि आज हम देश के लिए कुछ नहीं करते?

(ख) भ्रष्टाचार को लेकर हमारे व्यवहार में क्या विसंगति है?

(ग) सुविधाओं की बरसात से भी गरीब को कोई लाभ नहीं मिलता, इस बात को लेखक ने कैसे कहा है? स्पष्ट कीजिए।

(घ) ‘आखिर कब बदलेगी यह स्थिति?इस प्रश्न का आप क्या उत्तर देंगे? तर्क सहित समझाइए।

12. निम्नलिखित में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (3×4=12)

(क) डॉ. भीमराव आंबेडकर के मतानुसार दासता की व्यापक परिभाषा स्पष्ट कीजिए।

(ख) हजारीप्रसाद द्विवेदी ने शिरीष के संदर्भ में महात्मा गांधी का स्मरण क्यों किया है? साम्य निरूपित कीजिए।

(ग) ‘मानचित्र पर एक लकीर खींच देने भर से न देश बँटता है, न जनता’ – ‘नमक’ कहानी के आलोक में प्रतिपादित कीजिए।

(घ) बाज़ार का बाज़ारूपन क्या है? पाठ के आधार पर समझाइए।

(ङ) ‘पहलवान की ढोलक’ कहानी के संदेश को स्पष्ट कीजिए।

13. ‘डायरी के पन्नेके आधार पर ऐन फ्रैंक के जीवन से प्राप्त होने वाले जीवन मूल्यों की चर्चा कीजिए। (5)

14. (क) यशोधर बाबू की पत्नी स्वयं को समय के अनुकूल ढाल लेती हैं किंतु यशोधर ऐसा नहीं कर पाते। कारण सहित समीक्षा कीजिए। (5)

(ख) ‘जूझकहानी के आधार पर लेखक के जीवन संघर्ष को संक्षेप में वर्णित कीजिए। (5)

These are questions only. To view and download complete question paper with solution install myCBSEguide App from google play store or log in to our student dashboard.

Download myCBSEguide App

Last Year Question Paper Class 12 Hindi Core

Download class 12 Hindi Core question paper with the solution from best CBSE App the myCBSEguide. CBSE class 12 Hindi Core question paper 2016 in PDF format with the solution will help you to understand the latest question paper pattern and marking scheme of the CBSE board examination. You will get to know the difficulty level of the question paper.

Previous Year Question Paper for class 12 in PDF

CBSE question papers 2018, 2017, 2016, 2015, 2014, 2013, 2012, 2011, 2010, 2009, 2008, 2007, 2006, 2005 and so on for all the subjects are available under this download link. Practicing real question paper certainly helps students to get confidence and improve performance in weak areas.

To download CBSE Question Paper class 12 Accountancy, Chemistry, Physics, History, Political Science, Economics, Geography, Computer Science, Home Science, Accountancy, Business Studies, and Home Science; do check myCBSEguide app or website. myCBSEguide provides sample papers with solution, test papers for chapter-wise practice, NCERT solutions, NCERT Exemplar solutions, quick revision notes for ready reference, CBSE guess papers and CBSE important question papers. Sample Paper all are made available through the best app for CBSE students and myCBSEguide website.

myCBSEguide App

Test Generator

Create question paper PDF and online tests with your own name & logo in minutes.

Create Now
myCBSEguide App

myCBSEguide

Question Bank, Mock Tests, Exam Papers, NCERT Solutions, Sample Papers, Notes

Install Now

Leave a Comment