The Class 8 Hindi Malhar Sample Paper for 60 Marks is an essential study aid for students aiming to excel in their Hindi exams. Prepared according to the latest NCERT syllabus and CBSE guidelines, this sample paper covers all important sections—pathan samajh (reading comprehension), vyakaran (grammar), rachnatmak lekhan (creative writing), and sahitya (literature) from the Malhar textbook. It provides students with a clear understanding of the question pattern and marking distribution, ensuring comprehensive preparation for their final exams. This paper is based on Hindi (Malhar) textbook.
Class 08 – हिंदी (मल्हार)
Class 8 Hindi Malhar Sample Paper (60 Marks)
Maximum Marks: 60
Time Allowed: 3 hours
General Instructions:
- सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- कुछ प्रश्नों में आंतरिक विकल्प दिए गए हैं।
- प्रश्नों के उत्तर यथासंभव क्रम से लिखें।
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खंड – क अपठित बोध
- निम्नलिखित गद्यांशों को पढ़कर उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिये:-
विश्व में जंक फूड आमतौर पर चिप्स, कैंडी जैसे अल्पाहार को कहा जाता है। बर्गर, पिज्जा जैसे तले-भुने फास्ट फूड को भी जंक फूड की संज्ञा दी जाती है उसी प्रकार फिश, चिप्स आदि भोजनों को भी जंक फूड माना जाता है। उच्च वर्ग के लिए जंक फूड की सूची काफी लंबी होती है, तो मध्यम वर्ग कई खाद्य पदार्थों को इससे बाहर रखते हैं। जंक फूड से पिछले दस वर्षों में मोटापे से ग्रस्त रोगियों की संख्या काफी बढ़ी है। जंक फूड में अत्याधिक कार्बोहाइड्रेट, वसा और शर्करा होती है, इसमें अधिकतर तलकर बनाए जाने वाले व्यंजन; जैसे-बर्गर, पिज्जा, पेटीज आदि शामिल होते हैं। जंक फूड शब्द ज्यादा कैलोरी और कम पोषक तत्त्वों वाले खाद्य पदार्थों की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट करता है। जंक फूड का प्रयोग हानिकारक नहीं है, बशर्ते खान-पान में संतुलित आहार की कोई कमी न हो।- जंक फूड में कौन-कौन से खाद्य पदार्थ आते हैं?
(क) केवल फल और सब्ज़ियाँ
(ख) बर्गर, पिज़्ज़ा, चिप्स, कैंडी
(ग) दूध और दही
(घ) दाल और चावल - जंक फूड में किस तत्व की अधिकता होती है?
(क) प्रोटीन
(ख) कार्बोहाइड्रेट, वसा और शर्करा
(ग) विटामिन
(घ) खनिज - जंक फूड के अधिक प्रयोग से किस रोगी संख्या में वृद्धि हुई है?
(क) हृदय रोग
(ख) मोटापा
(ग) मधुमेह
(घ) अस्थमा - जंक फूड के सेवन में संतुलन क्यों आवश्यक है?
- जंक फूड को हानिकारक और लाभकारी किस आधार पर माना जाता है?
- जंक फूड में कौन-कौन से खाद्य पदार्थ आते हैं?
- निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है।
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो।
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम।
कुछ किये बिना ही जय-जयकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।- कविता में नन्हीं चींटी का उदाहरण किस उद्देश्य से लिया गया है?
(क) मज़ा लेने के लिए
(ख) साहस और प्रयास का प्रतीक
(ग) भोजन के महत्व को बताने के लिए
(घ) खेल-खेल में सीखने के लिए - कविता के अनुसार मनुष्य को असफलता के सामने कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए?
(क) हार मान लेना चाहिए
(ख) प्रयास करना और सुधार करना चाहिए
(ग) कोई काम ही न करना चाहिए
(घ) दूसरों पर दोष डालना चाहिए - कविता का मुख्य संदेश क्या है?
(क) मेहनत करने वालों की हार नहीं होती
(ख) सोचना छोड़ देना चाहिए
(ग) केवल भाग्य पर निर्भर रहना चाहिए
(घ) संघर्ष से भाग जाना चाहिए - नन्हीं चींटी की तरह सफल होने के लिए क्या आवश्यक है?
- कविता हमें संघर्ष और प्रयास के विषय में क्या शिक्षा देती है?
- कविता में नन्हीं चींटी का उदाहरण किस उद्देश्य से लिया गया है?
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खंड – ख व्यावहारिक व्याकरण
- व्याकरण आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दस के उत्तर दीजिए।
- भिखारी को भीख दो। – वाक्य में को की विभक्ति है-
a) सम्प्रदान
b) करण
c) संबंध
d) अधिकरण
- हिन्दी की कितनी बोलियाँ हैं?
a) पन्द्रह
b) बीस
c) सत्रह
d) अठारह
- जैसे ही रेलगाड़ी स्टेशन पर रुकी वैसे ही चाय वाला आ गया – यह वाक्य उदाहरण है-
a) मिश्रित वाक्य
b) प्रश्न वाक्य
c) संयुक्त वाक्य
d) सरल वाक्य
- देशसेवा में कौन-सा समास है?
a) तत्पुरुष
b) द्विगु
c) कर्मधारय
d) बहुब्रीहि
- भवाब्धि – इस शब्द का संधि विच्छेद करो –
a) भो + अब्धि
b) भा +अब्धि
c) भू +अब्धि
d) भव + अब्धि
- मैं काम नहीं करता हूँ – इस वाक्य में कितने कर्म हैं –
a) 3
b) 2
c) 1
d) 4
- निम्नलिखित शब्दों में प्रयुक्त प्रत्यय व मूल शब्द को अलग-अलग कीजिए-
- भारतीय
- ढलाऊ
- नौ नकद न तेरह उधार लोकोक्ति का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए।
- रेखांकित अंश में सर्वनाम का भेद बताइए-
- वह मोटरबाइक तुम्हारी है।
- जैसी करनी वैसी भरनी।
- दिए गए शब्दों के वचन बदलिए-
- खिड़की
- पतंग
- बहुवचन को परिभाषित कीजिए।
- मौखिक भाषा और लिखित भाषा में क्या अंतर है?
- भिखारी को भीख दो। – वाक्य में को की विभक्ति है-
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खंड – ग पाठ्य पुस्तक
- पठित बोध पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये:
- निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
जिसने कि खजाने खोले हैं,
नव रत्न दिये हैं लासानी।
जिस पर ज्ञानी भी मरते हैं,
जिस पर है दुनिया दीवानी।प्रश्न:
- “नव रत्न” शब्द से क्या अर्थ है? (1)
क) सोने और चाँदी के गहने
ख) देश के महान व्यक्तित्व और उपलब्धियाँ
ग) केवल धन और खजाने
घ) पर्यावरण - “जिस पर ज्ञानी भी ________ हैं, जिस पर है दुनिया ________।” (1)
- बताइए कि कवि यहाँ खजाने और रत्नों से क्या दर्शाना चाहते हैं। (1)
- समझाइए कि क्यों पूरी दुनिया और ज्ञानी इस देश के प्रति दीवानी हैं। (2)
- “नव रत्न” शब्द से क्या अर्थ है? (1)
- निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
ज़मींदार साहब धन-मद से गर्वित हो अपना कर्तव्य भूल गए थे पर वृद्धा के उपर्युक्त वचन सुनते ही उनकी आँखें खुल गईं। कृतकर्म का पश्चाताप कर उन्होंने वृद्धा से क्षमा माँगी और उसकी झोंपड़ी वापस दे दी। वृद्धा की विनम्रता और धैर्य ने ज़मींदार को बदल दिया। अब उन्होंने समझा कि संपत्ति और अधिकार से अधिक मानवीय भावनाएँ और दया महत्वपूर्ण हैं। वृद्धा अपनी पोती के पास खुशी-खुशी लौट गई और झोंपड़ी में टिक गई।प्रश्न:
- ज़मींदार ने झोंपड़ी वृद्धा को क्यों वापस दी? (1)
क. कानून के दबाव में
ख. वृद्धा की विनम्रता और समझदारी देखकर
ग. लोगों के डर से
घ. अदालत के आदेश से - झोंपड़ी वापस मिलने के बाद वृद्धा ________। (1)
- झोंपड़ी लौटाने का निर्णय लेने से ज़मींदार की सोच में क्या बदलाव आया? (1)
- इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है और क्यों महत्वपूर्ण है? (2)
- ज़मींदार ने झोंपड़ी वृद्धा को क्यों वापस दी? (1)
- निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
- पाठ्य पुस्तक मल्हार पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं पाँच के उत्तर 30-40 शब्दों में दीजिए।
- कविता “मत बाँधो” का बच्चों और युवाओं के लिए क्या महत्व है?
- ‘एक आशीर्वाद’ कविता अनुसार कवि ‘अपने पाँवों पर खड़े होने’ पर क्यों जोर देता है?
- ‘कबीर के दोहे’ के सन्दर्भ में खजूर के बड़े पेड़ का क्या तात्पर्य है और यह क्या दर्शाता है?
- ‘दो गौरेया’ कहानी अनुसार पिताजी अपने घर को “सराय” क्यों कहते थे?
- ‘नए मेहमान’ एकांकी के सन्दर्भ में पड़ोसी किस बात पर नाराज़ होकर आया?
- नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने किस लक्ष्य की प्राप्ति को अपने जीवन की सार्थकता के रूप में देखा?
- निम्नलिखित दो प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर 50-60 शब्दों में दीजिए।
- ‘आदमी का अनुपात’ कविता में आदमी की नकारात्मक भावनाओं का समाज पर क्या प्रभाव बताया गया है?
- भारतेंदु हरिश्चंद्र ने यात्राओं को शिक्षा के एक साधन के रूप में क्यों माना और इस विचारधारा का हमारे वर्तमान शिक्षा प्रणाली पर क्या प्रभाव हो सकता है?
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खंड – घ रचनात्मक लेखन
- जन्मदिन के उपहार के लिए चाचाजी को धन्यवाद-पत्र लिखिए।
OR
प्रधानाचार्य को पत्र सहपाठी को साहसिक कार्य के लिए सम्मानित करने हेतु।
- चोरी की घटना के बाद पूछताछ के लिए नियुक्त पुलिस इंस्पेक्टर और पीड़ित महिला के बीच संवाद को लिखिए।
OR
देश में व्याप्त भ्रष्टाचार पर मोहित और राहुल दो मित्रों के बीच होने वाले संवाद को लिखिए।
- परिश्रम का महत्त्व विषय पर अनुच्छेद लिखिए।
OR
एकता में बल विषय पर अनुच्छेद लिखिए।
Class 8 – हिंदी (मल्हार)
Class 8 Hindi Malhar Sample Paper (Solution)
Practicing with the Hindi Malhar 60 Marks Sample Paper helps students strengthen their grasp over the language and improve their analytical and writing skills. It includes a well-balanced set of questions that test both understanding and expression, allowing students to revise the entire syllabus in a structured manner. Through consistent practice, students can enhance their vocabulary, grammar accuracy, and ability to express ideas effectively in Hindi—skills that are crucial for scoring well.
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खंड – क अपठित बोध
- Class 8 Hindi Malhar Sample Paper
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- (ख) बर्गर, पिज़्ज़ा, चिप्स, कैंडी
- (ख) कार्बोहाइड्रेट, वसा और शर्करा
- (ख) मोटापा
- जंक फूड का सेवन तब संतुलित आहार के साथ किया जाना चाहिए। यदि आहार में आवश्यक पोषक तत्त्व पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं, तो इसका सेवन हानिकारक नहीं होता। संतुलन बनाए रखने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता।
- जंक फूड को हानिकारक इसलिए माना जाता है क्योंकि इसमें अधिक कैलोरी और कम पोषक तत्त्व होते हैं, जिससे मोटापा और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं। लाभकारी तब माना जाता है जब इसे संतुलित आहार के हिस्से के रूप में लिया जाए।
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- (ख) साहस और प्रयास का प्रतीक
- (ख) प्रयास करना और सुधार करना चाहिए
- (क) मेहनत करने वालों की हार नहीं होती
- सफलता के लिए धैर्य, लगातार प्रयास और असफलता से हार न मानना आवश्यक है।
- यह कविता हमें यह सिखाती है कि संघर्ष के बावजूद प्रयास जारी रखना चाहिए, असफलता को चुनौती मानकर सुधार करना चाहिए और मेहनत करने वालों की हार नहीं होती।
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खंड – ख व्यावहारिक व्याकरण
- Class 8 Hindi Malhar Sample Paper
- व्याकरण आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दस के उत्तर दीजिए।
- (a) सम्प्रदान
Explanation: सम्प्रदान
- (d) अठारह
Explanation: हिन्दी की अनेक बोलियाँ (उपभाषाएँ) हैं, भारत में कुल 18 बोलियाँ हैं, जिनमें अवधी, ब्रजभाषा, कन्नौजी, बुंदेली, बघेली, हड़ौती, भोजपुरी, हरयाणवी, राजस्थानी, छत्तीसगढ़ी, मालवी, नागपुरी, मैथिली, खोरठा, पंचपरगनिया, कुमाउँनी, मगही आदि प्रमुख हैं। इनमें से कुछ में अत्यंत उच्च श्रेणी के साहित्य की रचना हुई है।
- (a) मिश्रित वाक्य
Explanation: मिश्रित वाक्य- प्रधान तथा आश्रित उपवाक्य
- (a) तत्पुरुष
Explanation: तत्पुरुष
- (d) भव + अब्धि
Explanation: दीर्घ संधि
- (c) 1
Explanation: काम नहीं करना।
- (i) भारत + ईय, (ii) ढल + आऊ
- नौ नकद न तेरह उधार – (काफी उधार देने के स्थान पर थोड़ा नकद अच्छा है) अगले महीने तीन हजार देने के वायदे से अच्छा है कि अभी दो हजार दे दो, नौ नकद न तेरह उधार।
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- निश्चयवाचक सर्वनाम
- सम्बन्धवाचक सर्वनाम
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- खिड़कियाँ
- पतंगें
- वह शब्द रूप जिससे एक से अधिक प्राणी, वस्तु अथवा पदार्थों का पता चलता है, वह बहुवचन कहलाता है। जैसे:- पुस्तकें, बच्चे, कविताएँ, लड़कें।
- भाषा के जिस रूप से हम अपने विचार एवं भाव बोलकर प्रकट करते है अथवा भाव सुनकर ग्रहण करते है उसे मौखिक भाषा कहते है।
भाषा के जिस रूप से हम अपने विचार एवं भाव पढ़ कर ग्रहण करते है उसे लिखित भाषा कहते है।
- (a) सम्प्रदान
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खंड – ग पाठ्य पुस्तक
- Class 8 Hindi Malhar Sample Paper
- पठित बोध पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये:
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- ख) देश के महान व्यक्तित्व और उपलब्धियाँ
- मरते, दीवानी
- कवि खजाने और रत्नों से देश की महान उपलब्धियों, संस्कृति और विद्वानों को दर्शाते हैं। यह दिखाता है कि हमारे देश में अद्भुत ज्ञान, कला और योगदान हैं।
- कवि कहता है कि देश में ज्ञान, कला और संस्कृति के खजाने हैं। विद्वान भी इसकी प्रशंसा करते हैं और पूरी दुनिया इसके आकर्षण में आती है। इस कारण से देश की महिमा और योगदान सभी को मोहित करते हैं।
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- ख
- अपनी पोती के पास खुशी-खुशी लौट गई
- झोंपड़ी लौटाने के निर्णय से ज़मींदार ने समझा कि संपत्ति और अधिकार से अधिक मानवीय भावनाएँ, दया और विनम्रता महत्वपूर्ण हैं।
- कहानी से हमें सीख मिलती है कि अहंकार और धन-मद से सब कुछ नहीं किया जा सकता। दूसरों की भावनाओं और यादों का सम्मान करना और दया दिखाना जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है।
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- पाठ्य पुस्तक मल्हार पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं पाँच के उत्तर 30-40 शब्दों में दीजिए।
- कविता बच्चों और युवाओं को अपने सपनों को उड़ान देने की प्रेरणा देती है। यह बताती है कि सपनों को रोकना जीवन को ठहराव देना है। सपने ही आत्मविश्वास, ऊर्जा और नई सोच पैदा करते हैं। इसलिए युवाओं को अपने सपनों को सँवारकर आगे बढ़ना चाहिए।
- कवि आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास का संदेश देता है। उसका मानना है कि दूसरों की सहायता पर निर्भर रहने वाला व्यक्ति अपने सपनों को पूरा नहीं कर सकता। अपने पैरों पर खड़ा होना अपनी क्षमता और सामर्थ्य को पहचानना है। जब व्यक्ति अपने बलबूते पर मेहनत करता है, तभी वह अपने लक्ष्यों को पाता है और सच्ची सफलता अर्जित करता है।
- कबीर द्वारा बताई गई खजूर के बड़े पेड़ की उपमा उन लोगों के लिए है जो ऊँचे पद और प्रतिष्ठा के बावजूद भी किसी की सहायता नहीं कर पाते। उनका संदेश है कि बड़ी ऊँचाई का महत्व नहीं, बलकि सहायक और उपयोगी बनने का महत्व है।
- पिताजी अपने घर को “सराय” इसलिए कहते थे क्योंकि वहाँ उन्हें अपनेपन का अनुभव नहीं होता था। घर में तरह-तरह के जीव-जंतु, जैसे चूहे, छिपकलियाँ और गौरैयाँ, बिना किसी रोक-टोक के रहते थे। उनकी गतिविधियों से लगता था जैसे वे ही असली मालिक हों और परिवार केवल मेहमान। इस कारण पिताजी को अपना घर सराय जैसा लगता था।
- पड़ोसी नाराज़ था क्योंकि छत पर पानी फैला दिया गया था, जिससे उसे गंदगी व परेशानी लगी। पहले भी मेहमानों ने उसकी खाट का उपयोग किया था। इसी कारण वह शिकायत लेकर कमरे में आ पहुँचा और गुस्से में उलाहना देने लगा।
- नेताजी ने अपने सपने को सच करने को अपने जीवन की सार्थकता माना। उनका लक्ष्य था एक ऐसा समाज और राष्ट्र बनाना जो स्वतंत्र, समान और मजबूत हो। इसके लिए वे हर मुश्किल सहने और बलिदान देने को तैयार थे।
- निम्नलिखित दो प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर 50-60 शब्दों में दीजिए।
- कवि ने मनुष्य की ईर्ष्या, अहं, स्वार्थ और घृणा जैसी प्रवृत्तियों को उजागर किया है। ये भावनाएँ उसे छोटी जगह में भी दूसरों के साथ मतभेद और संघर्ष पैदा करने के लिए प्रेरित करती हैं। भौतिक रूप से आदमी छोटा है, लेकिन मानसिक रूप से इतना बड़ा हो जाता है कि समाज में असमानता और द्वेष फैलता है। कवि का संदेश है कि यदि आदमी इन भावनाओं को छोड़कर विनम्रता और सहिष्णुता अपनाए, तो समाज में वास्तविक मानवता और सहयोग स्थापित हो सकता है।
- भारतेंदु हरिश्चंद्र एक प्रसिद्ध साहित्यकार थे जो अपनी यात्राओं के लिए चर्चित थे। उनका मानना था कि केवल पुस्तकों की अपेक्षा यात्राएँ अत्यधिक प्रभावशाली होती है। ऐसी यात्राएँ उन्हें प्रकृति, इतिहास, संस्कृति और पुरातत्त्व के अध्ययन में मदद करती थी। उन्होंने हरिद्वार की यात्रा के दौरान वहाँ की सुंदरताओं को गहराई से अनुभव किया और पत्र लिखकर अपनी अंतःप्रेरणाओं को साझा किया। आधुनिक शिक्षा प्रणाली भी अपने पाठ्यक्रम में पाठ्यपुस्तकों के साथ-साथ रिसर्च, इंटरैक्टिव प्रॉजेक्ट्स, और फील्ड ट्रिप्स को शामिल कर सकती है। इससे विद्यार्थियों को फर्क तरीके से सीखने और विविध अनुभव पाने का मौका मिलेगा जो कि ज्ञान के विविध पहलुओं को उजागर कर सकता है।
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खंड – घ रचनात्मक लेखन
- Class 8 Hindi Malhar Sample Paper
- 512/256 मंगलापुरी,
नई दिल्ली।
२२ अगस्त 2019
आदरणीय चाचा जी,
सादर प्रणाम।
आज ही आपका पत्र मिला और साथ में मेरे जन्मदिन के अवसर पर भेजी गई घड़ी भी प्राप्त हुई। मुझे घड़ी की अत्यंत आवश्यकता थी। परीक्षा नज़दीक आ रही थी और परीक्षा भवन में यदि घड़ी हाथ में हो तो समय का पता चलता रहता है। आपके द्वारा भेजी हुई घड़ी अत्यंत सुंदर है। मेरे सभी मित्र इसकी प्रशंसा कर रहे हैं। आपके द्वारा भेजा यह उपहार मेरे लिए अनमोल है। मैं इसके लिए आपका अत्यंत आभारी रहूँगा। इस उपहार के लिए आपको बार-बार धन्यवाद देता हूँ।
आपका स्नेहपात्र
राजू
ORप्रतिष्ठा में
प्रधानाचार्य
दिल्ली पब्लिक स्कूल
नई दिल्ली ।
विषय-सहपाठी के साहसिक कार्य के लिए सम्मानित करने हेतु।
महोदय
सविनय निवेदन यह है कि मैं कक्षा आठवीं ‘अ’ का विद्यार्थी हूँ। मैं आपसे अनुरोध करना चाहता हूँ कि मेरी कक्षा के विद्यार्थी दीपक को इस बार 26 जनवरी के समारोह में उसके साहसिक कार्य हेतु सम्मानित किया जाए। कल की बात है कि कक्षा पाँचवीं के दो विद्यार्थी अर्द्ध-अवकाश के समय न जाने कैसे, तरणताल में गिर गए। उन्हें तैरना नहीं आता था। दीपक ने अचानक यह दृश्य अपनी कक्षा की खिड़की से देखा। वह एक मिनट की भी देरी किए बगैर तरणताल की ओर भागा और झट से पानी में कूद गया। तीन-चार मिनट के समय में ही वह दोनों बच्चों को बाहर निकाल लाया। कुछ प्राथमिक चिकित्सा के पश्चात् वे बच्चे ठीक हो गए। आप समझ गए होंगे कि यह दीपक की समझ-बूझ व साहस का ही परिणाम था कि दोनों बच्चे बच गए। मैं और मेरी कक्षा के सभी विद्यार्थी चाहते हैं कि दीपक को सम्मानित किया जाए। आशा है कि आप इस ओर अवश्य ध्यान देंगे।
धन्यवाद!
आपका आज्ञाकारी शिष्य
नाम- सत्यम
कक्षा- आठवीं ‘बी’
दिनांक- 04 सितम्बर, 2019 - पुलिस इंस्पेक्टर – “नमस्ते, मैं इंस्पेक्टर राजेश हूँ। मैं चोरी की घटना की जाँच के लिए यहाँ आया हूँ। क्या आप मुझे बता सकती हैं कि क्या हुआ था?”
पीड़ित महिला – “नमस्ते इंस्पेक्टर साहब। मैं घर से बाहर गई थी और जब मैं वापस आई तो मेरा घर का दरवाजा खुला हुआ था और मेरे गहने और कुछ पैसे गायब थे।”
इंस्पेक्टर – “क्या आपको किसी पर शक है?”
पीड़ित महिला – “नहीं, मुझे किसी पर शक नहीं है।”
इंस्पेक्टर – “ठीक है, आप चिंता न करें। हम अपनी पूरी कोशिश करेंगे कि जो भी चोर है, वह पकड़ा जाए।”
पीड़ित महिला – “धन्यवाद इंस्पेक्टर साहब।”
इंस्पेक्टर – “आपका स्वागत है।”
ORमोहित-अरे राहुल! क्या बात है ? इतने उदास क्यों लग रहे हो ?
राहुल-क्या बताऊँ मोहित देश में भ्रष्टाचार तो कुकुरमुत्ते की भांति फैलता ही जा रहा है ।
मोहित – राहुल तुम सच कह रहे हो। भ्रष्टाचार के कारण आज हमारा जीना हराम हो गया है।
राहुल – क्या बात है, मोहित, तुम तो मेरी बात सुनकर कुछ ज्यादा ही परेशान हो गए हो | कुछ हुआ है क्या?
मोहित – एक बात है राहुल, तुम बताओ क्या तुम भ्रष्टाचार से त्रस्त नहीं हो? क्या तुम्हारा सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा है?
राहुल – नहीं, यार! ठीक-ठाक क्या चलेगा? बस अपना काम तो कर ही लेता हूँ।
मोहित – क्या? तुम अपना काम कैसे निकालते हो? क्या तुम भी अपना काम निकालने के लिए भ्रष्टाचारियों को बढ़ावा देते हो।
राहुल – मज़बूरी है यार क्या करूँ?
मोहित – ठीक है तो मेरी तुम्हारी दोस्ती समाप्त! मैं भ्रष्टाचारियों के साथ नहीं रह सकता।
राहुल – नहीं यार, मैं सबकुछ छोड़ दूँगा तुम्हें नहीं छोड़ सकता! आज से मैं किसी को भी रिश्वत नहीं दूँगा। -
परिश्रम का महत्त्व
परिश्रम सफलता की कुंजी है। विश्व के कई देश बुद्धि, धन, बल तथा तकनीक में शीर्ष पर हैं। वे कोई जादु से नहीं अपने परिश्रम के माध्यम से हैं। जापान जो दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान लगभग समाप्त-सा हो गया था, उसने आज परिश्रम के बल पर विश्व के औद्योगिक क्षेत्र में अपना स्थान बनाया है। जिस चीन को एक समय में पिछड़ा कहा जाता था, वह आज एक शक्ति है, उसकी आवाज का अन्तर्राष्ट्रीय महत्व है। सैकड़ों वर्षों की गुलामी झेलने वाला भारत आज एक स्वावलम्बी राष्ट्र है। आधुनिक मानव ने पृथ्वी, आकाश और पाताल के सभी रहस्यों पर से पर्दा उठा दिया है। भोजन की थाली चाहे सामने ही क्यों न सजी हो, लेकिन श्रम किए बिना भोजन को मुँह में नहीं पहुँचा सकते। परिश्रम ही जीवन की उन्नति एवं विकास का एकमात्र साधन है। जितना अधिक परिश्रम उतनी ही अधिक उन्नति। उन्नत राष्ट्र की उन्नति का रहस्य उसके कठोर श्रम में ही छिपा हुआ है। अमेरिका, जापान, जर्मनी, चीन, इंग्लैण्ड आदि देश परिश्रम की राह पर चलकर ही आज विश्व शक्ति के रूप में जाने जाते हैं।
ORएकता में बल
एकता में बल एक होने के भाव को एकता कहा जाता है। एकता शक्ति का प्रतीक है। कहा गया है कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता। हाथ की पाँच अँगुलियाँ मिलकर एक मुट्ठी बना लेती हैं तो वे काफ़ी ताकतवर हो जाती हैं, वैसे अलग-अलग इन पाँचों अंगुलियों का कोई अस्तित्व नहीं है। एकता में अपार शक्ति होती है। इसी शक्ति के अभाव के कारण हमारा देश गुलाम हुआ और अंग्रेज़ों ने फूट डालो और शासन करो की नीति अपनाकर हमारे देश पर कई वर्षों तक शासन किया। इसी शक्ति के कारण हमारा देश आज़ाद हुआ। एकता शक्ति, सौंदर्य एवं संप्रभुता का प्रतीक है। एकता में रहकर ही हम अपने देश की उन्नति कर सकते हैं तथा देश की आज़ादी को कायम रख सकते हैं। हम एक होकर कठिन से कठिन कार्यों को भी आसान बना देते हैं। एकता के महत्त्व को स्पष्ट करते हुए आचार्य विनोबा भावे ने लिखा है- सबको हाथ की पाँच अँगलियों की तरह रहना चाहिए। हाथ की पाँचों अँगलियाँ समान थोड़े ही हैं? कोई छोटी है तो कोई बड़ी। अगर हाथ से कोई चीज़ को उठाना होता है तब पाँचों अँगुलियाँ इकट्ठी होकर उठाती हैं। ये पाँच होते हुए भी हज़ारों का काम कर लेती हैं क्योंकि उनमें एकता है। घर, परिवार, समाज में सुख-शांति, समृद्धि को बनाए रखने के लिए एकता में रहना अति आवश्यक है। हम अगर भाषा, संप्रदाय, जाति, धर्म इत्यादि के नाम पर लड़ेंगे तो देश विभाजित होगा। अतः आवश्यक है कि हम समग्र संसार में एकता का शंख फूंकें और वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना में बँध जाएँ।
The Class 8 Hindi Malhar Sample Paper (60 Marks) is not just a question paper but a complete revision guide. It’s ideal for classroom practice, homework assignments, or self-study sessions. Teachers can use it for mock tests, while students can use it to assess their preparation level and identify topics that need more focus. Available in easy-to-download PDF format, this sample paper makes exam preparation efficient, organized, and stress-free—helping students build confidence and achieve academic success. Class 8 Sample Papers for other subjects are also available on myCBSEguide app.

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