The Class 8 Hindi Malhar Sample Paper for 40 Marks is a valuable study resource designed to help students prepare effectively for their CBSE exams. Aligned with the latest NCERT syllabus and CBSE guidelines, this sample paper covers all major sections including reading comprehension, grammar (vyakaran), writing skills, and literature from the Malhar textbook. By solving this paper, students can familiarize themselves with the exam pattern and marking scheme, helping them perform confidently during their actual tests.
Class 08 – हिंदी (मल्हार)
Class 8 Hindi Malhar Sample Paper (40 Marks)
Maximum Marks: 40
Time Allowed: 2 hours
General Instructions:
- सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- कुछ प्रश्नों में आंतरिक विकल्प दिए गए हैं।
- प्रश्नों के उत्तर यथासंभव क्रम से लिखें।
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खंड – क अपठित बोध
- निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़िए और दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
प्रकृति निरंतर परिवर्तनशील है। रात्रि के घोर अंधकार के पश्चात् मनोहारिणी उषा का आगमन, बादलों की काली घटा के पीछे से सूर्य का उज्ज्वल प्रकाश, ग्रीष्म में सूखे वृक्षों में वर्षा ऋतु से नई कोंपलों का जन्म-यह सभी बदलते परिदृश्य जीवन की परिवर्तनशील गति की ओर संकेत करते हैं। जीवन का यह चक्र सतत चलायमान है। मानव जीवन का इतिहास उसके निरंतर परिवर्तित होते विचारों, मान्यताओं और आस्थाओं का शाश्वत साक्षी है। आदिम युग के मानव ने आज बीसवीं सदी तक के समय में परिवर्तनों की कैसी लंबी यात्रा पूरी की है वह सबका चिरपरिचित सत्य है। मनुष्य जीवन को जन्म, शैशव, यौवन और बुढ़ापा नामक चारों अवस्थाएँ परिवर्तन की पुष्टि करती हैं। जहाँ परिवर्तन की गति रुक जाती है वही पड़ाव मृत्यु कहलाता है।- गद्यांश में परिवर्तन के कौन-कौन से उदाहरण दिए गए हैं?
(क) रात्रि और दिन
(ख) बादलों के पीछे से सूर्य का प्रकाश
(ग) वर्षा ऋतु में नई कोंपलों का जन्म
(घ) उपरोक्त सभी - जीवन का यह चक्र क्या दर्शाता है?
(क) स्थिरता
(ख) परिवर्तनशील गति
(ग) केवल मानव जीवन
(घ) केवल प्रकृति - मानव जीवन की चार अवस्थाएँ कौन-कौन सी हैं?
(क) जन्म, शिक्षा, शादी, वृद्धावस्था
(ख) जन्म, शैशव, यौवन, बुढ़ापा
(ग) शैशव, शिक्षा, नौकरी, वृद्धावस्था
(घ) जन्म, यौवन, वृद्धावस्था, मृत्यु - गद्यांश के अनुसार जहाँ परिवर्तन की गति रुक जाती है, उसे क्या कहा जाता है?
- मानव जीवन और प्रकृति में परिवर्तनशीलता के महत्व को संक्षेप में समझाइए।
- गद्यांश में परिवर्तन के कौन-कौन से उदाहरण दिए गए हैं?
- निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
बाधाएँ आती हैं आएँ
घिरे प्रलय की घोर घटाएँ
पाँवों के नीचे अंगारे
सिर पर बरसे यदि ज्वालाएँ
निज हाथों से हँसते-हँसते
आग लगाकर जलना होगा
कदम मिलाकर चलना होगा
उजियारे में अंधकार में।
कल कछार में,
बीच धार में घोर घृणा में,
पूत प्यार में क्षणिक जीत में,
दीर्घ हार में
जीवन के शत् शत् आकर्षक
अरमानों को ढलना होगा
कदम मिलाकर चलना होगा- कवि के अनुसार बाधाएँ आने पर क्या करना चाहिए?
(क) रुक जाना चाहिए
(ख) पीछे हट जाना चाहिए
(ग) हँसते-हँसते आगे बढ़ना चाहिए
(घ) दूसरों की मदद लेना चाहिए - “कदम मिलाकर चलना होगा” से कवि का क्या आशय है?
(क) सभी को मिल-जुलकर आगे बढ़ना चाहिए
(ख) धीरे-धीरे चलना चाहिए
(ग) रुककर विचार करना चाहिए
(घ) थक जाने पर बैठ जाना चाहिए - कवि ने किन परिस्थितियों में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है?
(क) केवल सुख के समय
(ख) अंधकार, विपत्ति और कठिनाइयों में भी
(ग) केवल सफलता के समय
(घ) जब सब साथ हों तभी - कविता में कवि ने “निज हाथों से आग लगाकर जलना होगा” पंक्ति से क्या संदेश दिया है?
- इस कविता से आपको क्या प्रेरणा मिलती है?
- कवि के अनुसार बाधाएँ आने पर क्या करना चाहिए?
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खंड – ख व्यावहारिक व्याकरण
- व्याकरण आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं सात के उत्तर दीजिए।
- प्राथना इस शब्द की शुद्ध वर्तनी है-
a) प्रैथना
b) प्रार्थना
c) परोसना
d) प्रोथना
- परीक्षा शब्द निम्नलिखित वर्गों में से किस वर्ग में आता है?
a) तद्भव
b) देशज
c) विदेशज
d) तत्सम
- शिक्षक ग्रामीणों को पढ़ाता है – यह वाक्य किस क्रिया का उदाहरण है –
a) अकर्मक क्रिया
b) विशेषण
c) सकर्मक क्रिया
d) सर्वनामे
- ऋतु शब्द का उचित बहुवचन रूप है-
a) ऋतुयाँ
b) ऋतुयों
c) ऋतुएँ
d) ऋतुओं
- तिल का ताड़ बनाना मुहावरे का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए।
- निम्नलिखित सामासिक विग्रह कीजिए एवं समास भी लिखिए-
- यथाकाम
- पंचप्रमाण
- निम्नलिखित वाक्यों में विशेषण की पहचान कीजिए-
- दुनिया में सात अजूबे हैं।
- मुझे भारतीय खाना बहुत पसंद है।
- निम्नलिखित शब्दों में से उपसर्ग व मूलशब्द को अलग-अलग कीजिए-
- दुर्व्यवहार
- पुनरुत्थान
- प्राथना इस शब्द की शुद्ध वर्तनी है-
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खंड – ग पाठ्य पुस्तक
- निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश अथवा काव्यांश का उत्तर दीजिए
- निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
चाँद-तारों-सी अप्राप्य सच्चाइयों के लिए
रूठना-मचलना सीखें
हँसें
मुसकराएँ
गाएँ
हर दीये की रोशनी देखकर ललचाएँप्रश्न:- “अप्राप्य सच्चाइयों” का अर्थ है- (1)
(क) आसानी से मिलने वाली वस्तुएँ
(ख) जिन्हें पाना कठिन हो
(ग) झूठी बातें
(घ) असंभव स्वप्न - कवि चाहता है कि बच्चा ________ सच्चाइयों के लिए रूठना-मचलना सीखे। (1)
- कवि क्यों चाहता है कि बच्चा कठिन सच्चाइयों के लिए मचले? (1)
- “चाँद-तारों-सी अप्राप्य सच्चाइयाँ” कविता में किस प्रतीक के रूप में प्रयुक्त हुई हैं? (2)
- “अप्राप्य सच्चाइयों” का अर्थ है- (1)
- निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
श्रीमान् के सब प्रयत्न निष्फल हुए, तब वे अपनी ज़मींदारी चाल चलने लगे। बाल की खाल निकालने वाले वकीलों की थैली गरम कर उन्होंने अदालत से उस झोंपड़ी पर अपना कब्ज़ा कर लिया और वृद्धा को वहाँ से निकाल दिया। बिचारी अनाथ तो थी ही, पास-पड़ोस में कहीं जाकर रहने लगी। एक दिन श्रीमान् उस झोंपड़ी के आस-पास टहल रहे थे और लोगों को काम बतला रहे थे कि इतने में वह वृद्धा हाथ एक टोकरी लेकर वहाँ पहुँची। श्रीमान् ने उसको देखते ही अपने नौकरों से कहा कि उसे यहाँ से हटा दो। पर वह गिड़गिड़ाकर बोली, “महाराज, अब तो झोंपड़ी तुम्हारी ही हो गई है। मैं उसे लेने नहीं आई हूँ। महाराज क्षमा करें तो एक विनती है।”प्रश्न:- वृद्धा झोंपड़ी लेने क्यों नहीं आई थी? (1)
क. झोंपड़ी उसकी थी
ख. झोंपड़ी अब ज़मींदार की हो गई थी
ग. झोंपड़ी में खाना नहीं था
घ. झोंपड़ी गिर गई थी - वृद्धा ने ज़मींदार से ________ करने की विनती की। (1)
- झोंपड़ी पर कब्ज़ा करने के लिए ज़मींदार ने अदालत का कैसे इस्तेमाल किया? (1)
- वृद्धा की पोती की समस्या को देखते हुए उसने झोंपड़ी से मिट्टी क्यों ले जाने की योजना बनाई? (2)
- वृद्धा झोंपड़ी लेने क्यों नहीं आई थी? (1)
- निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
- पाठ्य पुस्तक मल्हार पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर दीजिए।
- ‘कबीर के दोहे’ के सन्दर्भ में साँच और झूठ का क्या अंतर है और कवि इसके बारे में क्या कहते हैं?
- ‘स्वदेश’ कविता अनुसार यदि आज के युवा अपने स्वदेश से प्रेम न करें, तो क्या परिणाम होंगे?
- ‘एक आशीर्वाद’ कविता में ‘रूठना-मचलना’ किस संदर्भ में प्रयुक्त हुआ है?
- हरिद्वार में मौसम का साहित्यिक वर्णन कैसे किया गया है व इसका पाठकीय अनुभव पर क्या प्रभाव पड़ा?
- ‘एक टोकरी भर मिट्टी’ कहानी के सन्दर्भ में वृद्धा की झोंपड़ी पाने के लिए ज़मींदार ने क्या-क्या किया?
- पिताजी गौरैयों को भगाने के लिए क्या-क्या करते थे?
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खंड – घ रचनात्मक लेखन
- हमारा देश भारत विषय पर अनुच्छेद लिखिए।
OR
गणतंत्र दिवस विषय पर अनुच्छेद लिखिए।
- प्रधानाचार्य को एक दिन के अवकाश के लिए प्रार्थना पत्र लिखिए।
OR
विद्युत बोर्ड के प्रबंधक को बार-बार बिजली की कटौती के संबंध में पत्र लिखिए।
Class 8 – हिंदी (मल्हार)
Class 8 Hindi Malhar Sample Paper (40 Marks)
Practicing with the Hindi Malhar Sample Paper allows students to strengthen their understanding of key concepts and improve their language skills. It offers a balanced mix of short and long answer questions that test both comprehension and expression. Regular practice enhances students’ vocabulary, sentence construction, and overall writing ability in Hindi. Moreover, this 40-mark format helps them manage time efficiently while maintaining accuracy and clarity in their answers. This paper is based on Hindi (Malhar) textbook.
खंड – क अपठित बोध
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- (घ) उपरोक्त सभी
- (ख) परिवर्तनशील गति
- (ख) जन्म, शैशव, यौवन, बुढ़ापा
- जहाँ परिवर्तन की गति रुक जाती है, उसे मृत्यु कहा जाता है। जीवन के सभी परिवर्तन उस अंतिम पड़ाव की ओर अग्रसर होते हैं।
- मानव जीवन और प्रकृति में परिवर्तनशीलता यह दर्शाती है कि जीवन लगातार विकास और प्रगति की ओर अग्रसर है। यह अनुभव और सीख देने का माध्यम है, जो मनुष्य को समय के अनुसार ढलने और अनुकूलित होने की क्षमता प्रदान करता है।
- (ग) हँसते-हँसते आगे बढ़ना चाहिए
- (क) सभी को मिल-जुलकर आगे बढ़ना चाहिए
- (ख) अंधकार, विपत्ति और कठिनाइयों में भी
- कवि का अर्थ है कि हमें कठिनाइयों से डरना नहीं चाहिए बल्कि अपने प्रयासों से उन्हें पार करने के लिए तैयार रहना चाहिए, चाहे इसके लिए स्वयं को कठिन परिस्थितियों में क्यों न झोंकना पड़े।
- यह कविता हमें संघर्ष, एकता, साहस और निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है — चाहे जीवन में कितनी भी बाधाएँ क्यों न आएँ।
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खंड – ख व्यावहारिक व्याकरण
- व्याकरण आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं सात के उत्तर दीजिए।
- (b) प्रार्थनाExplanation: प्रार्थना -र् + थ
- (d) तत्समExplanation: जिन शब्दों को संस्कृत से बिना किसी परिवर्तन के ले लिया जाता है, उन्हें तत्सम शब्द कहते हैं।
- (c) सकर्मक क्रियाExplanation: कर्म -ग्रामीणों को।
- (c) ऋतुएँExplanation: ऋतुएँ
- तिल का ताड़ बनाना – (छोटी-सी बात को बहुत बड़ा बना देना) तुमने तो लड़ाई में छोटी-सी बात का तिल का ताड़ बना दिया।
- यथाकाम = इच्छानुसार (अव्ययीभाव समास)
- पंचप्रमाण = पांच प्रमाण (द्विगु समास)
- संख्यावाचक विशेषण
- व्यक्तिवाचक विशेषण
- (i) दुर् + व्यवहार, (ii) पुनर्/पुनः + उत्थान
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खंड – ग पाठ्य पुस्तक
- निम्नलिखित में से किसी एक गद्यांश अथवा काव्यांश का उत्तर दीजिए
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- (ख) जिन्हें पाना कठिन हो
- अप्राप्य
- कवि चाहता है कि बच्चा ऊँचे लक्ष्य पाने की जिद रखे और कठिनाइयों से न डरे। यही जीवन में प्रगति का मार्ग है।
- यहाँ ‘चाँद-तारे’ उच्च, दूर और कठिन लक्ष्यों के प्रतीक हैं। कवि चाहता है कि व्यक्ति ऊँचाइयों को छूने की इच्छा रखे और उन्हें पाने के लिए संघर्ष करे।
- ख
- अनुमति देने
- ज़मींदार ने वकीलों की मदद से अदालत में झोंपड़ी पर अपना अधिकार जताया और न्यायिक प्रक्रिया का प्रयोग कर वृद्धा को वहाँ से बाहर निकाल दिया।
- वृद्धा की पोती झोंपड़ी की रोटी ही खाना चाहती थी और खाना-पीना छोड़ दिया था। वृद्धा ने सोचा कि झोंपड़ी की मिट्टी से चूल्हा बनाकर रोटी पकाई जाए तो पोती रोटी खाने लगेगी। इसलिए उसने मिट्टी लेने की योजना बनाई।
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- पाठ्य पुस्तक मल्हार पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर दीजिए।
- कबीरजी कहते हैं कि सच के बराबर कोई तप नहीं है और झूठ के बराबर कोई पाप नहीं है। जिनके हृदय में सच होता है, उनका हृदय ही गुरु होता है। यह संदेश देते हैं कि सचाई का जीवन में विशेष महत्व है और एक सच्चे व्यक्ति का आचरण ही उसे गुरु की भांति ज्ञानवान बनाता है।
- अगर आज के युवा अपने देश से प्रेम नहीं करेंगे तो उनमें जिम्मेदारी, बलिदान और राष्ट्रनिर्माण की भावना समाप्त हो जाएगी। इससे देश की संस्कृति, अखंडता और विकास पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। युवाओं को देश का वर्तमान और भविष्य कहा जाता है, इसलिए उनमें देश-प्रेम होना अत्यंत आवश्यक है।
- कविता में ‘रूठना-मचलना’ का अर्थ है सपनों के लिए संघर्ष और दृढ़ता। कवि चाहता है कि सपने केवल भावनाओं में न उलझें, बल्कि कठिनाइयों से जूझना और प्रयास करना सीखें। सपनों को साकार करने के लिए जिद और निरंतरता आवश्यक है। इन्हीं गुणों के कारण व्यक्ति असंभव लक्ष्यों को भी प्राप्त कर सकता है और जीवन में सफलता पा सकता है।
- हरिद्वार में मौसम का वर्णन हरियाली, पक्षियों की चहचहाहट, गंगा की कलकल ध्वनि जैसे प्राकृतिक तत्वों के माध्यम से किया गया है। इसका पाठकीय अनुभव अत्यंत सौंदर्यपूर्ण और मनमोहक बन जाता है, जिसे पढ़कर एक दिव्य यात्रा का एहसास होता है।
- ज़मींदार ने वृद्धा से कई बार कहा कि वह झोंपड़ी छोड़ दे, लेकिन वृद्धा नहीं मानी। अंततः उसने कानूनी तरीका अपनाया और वकीलों की मदद लेकर झोंपड़ी पर कब्जा कर लिया। इस तरह वह झोंपड़ी पाने में सफल हो गया, जबकि वृद्धा मजबूर होकर कहीं और रहने लगी।
- पिताजी गौरैयों को भगाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते थे। वे ताली बजाकर और जोर से “श… शू” कहकर उन्हें डराने की कोशिश करते। कभी लाठी झुलाते तो कभी दरवाजे बंद कर देते। यहाँ तक कि उन्होंने दरवाजों की दरारें भी बंद करने का प्रयास किया। परंतु चिड़ियाँ उनकी सारी कोशिशों के बावजूद बार-बार लौट आती थीं।
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खंड – घ रचनात्मक लेखन
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हमारा देश भारत
स्वर्ग से सुंदर भारतवर्ष के पावन नाम से तन, मन तथा प्राणों में नवचेतना उत्पन्न होकर उल्लास का सागर उमड़ पड़ता है। यही एक ऐसा देश है जिसकी गौरव गाथा केवल धरा ही नहीं अपितु आकाश के देवता भी गाते हैं।
सर्वप्रथम इसका नाम आर्यावर्त था। आगे चलकर इसका नाम भारतवर्ष हो गया। भारत की राजधानी नई दिल्ली है। यह यमुना नदी के किनारे स्थित है। इस देश में 29 राज्य तथा सात केंद्रशासित राज्य हैं। हमारा देश भारत पहले अंग्रेजों के शासन में था। बाद में 15 अगस्त, 1947 को हमारा देश आज़ाद हुआ। हमारा देश एक विशाल देश है। जनसंख्या की दृष्टि से हमारे देश का दूसरा स्थान है। हमारा देश विश्व का सबसे बड़ा प्रजातंत्रात्मक गणराज्य है। आज़ादी के बाद हमारा देश निरंतर विकास की ओर अग्रसर है।
भारत केवल आध्यात्मिक दृष्टि से नहीं बल्कि भौतिक दृष्टि से भी संसार का अग्रणी देश रहा है। विज्ञान, गणित, नक्षत्र, चिकित्सा तथा अर्थशास्त्र के क्षेत्र में भी भारत के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता। यहाँ राम, कृष्ण, महात्मा बुद्ध, महावीर, गुरुनानक जैसे महान पुरुषों ने अवतार लिया था। इस भूमि पर गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र जैसी नदियाँ बहती हैं। हमारे देश की प्राकृतिक एवं भौगोलिक बनावट भी बहुत सुंदर है। पृथ्वी का स्वर्ग कश्मीर जिसके लहराते केसर के फूलों के बगीचे और आगरा का ताजमहल जो विश्वभर में विख्यात है। इसकी शोभा में चार-चाँद लगा रहे हैं।
हमारे देश में सभी धर्म के लोग मिल-जुलकर प्रेम से आपस में रहते हैं। यह एक शांतिप्रिय देश है। मेरा भारत देश महान है। हमें अपने देश पर गर्व है। हमें इसकी रक्षा के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर देना चाहिए।
ORगणतंत्र दिवस
प्रस्तावना – भारत में सामाजिक एवं राष्ट्रीय-दो प्रकार के पर्व मनाए जाते हैं। गणतन्त्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है। यह पर्व, सारे देश में, सभी जातियों व धर्मों के लोगों के द्वारा, प्रतिवर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है।
गणतन्त्र दिवस का अर्थ – गणतन्त्र दो शब्दों से मिलकर बना-‘गण + तन्त्र’। ‘गण’ का अर्थ है ‘प्रजा’ तथा ‘तन्त्र’ का अर्थ है – ‘शासन-व्यवस्था’। अतः ‘गणतन्त्र’ का अर्थ है-‘प्रजा द्वारा स्थापित शासन-व्यवस्था’।
गणतन्त्र दिवस मनाने का कारण – सर्वप्रथम 26 जनवरी, 1929 ई० को लाहौर में रावी नदी के तट पर पं० जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में अखिल भारतीय कांग्रेस के अधिवेशन में यह प्रस्ताव पारित किया गया कि पूर्ण स्वराज प्राप्त करना ही अब हमारा परम लक्ष्य है। ब्रिटिश सरकार ने कठोर कार्यवाही करते हुए अनेक नेताओं को बन्दी बनाया, भारतीयों पर अत्याचार किए। अंग्रेजों के दमनचक्र के उपरान्त भी 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष पूर्ण स्वराज्य दिवस मनाया जाता रहा। स्वतन्त्रता-प्राप्ति के पश्चात् 26 जनवरी, 1950 ई० को हमारा संविधान लागू हो गया।
गणतन्त्र दिवस का महत्त्व – गुलामी के समय भारतीयों की दयनीय दशा थी। अंग्रेजी सरकार के अत्याचार के बावजूद भारतीयों ने वर्षों तक आजादी के लिए संघर्ष किया। लाखों भारतीयों की शहादत के फलस्वरूप आजादी मिली। अतः ऐसी अमूल्य आजादी को बनाए रखना हमारा परम कर्त्तव्य है। - सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय,
नोएडा पब्लिक स्कूल,
24/7 वेस्ट सरकारी बाग, नोएडा,
दिल्ली-110096,
विषय- एक दिन के अवकाश के संबंध में।
महोदया,
विनम्र निवेदन यह है कि मैं इस विद्यालय की छठो ‘ब’ की छात्रा हूँ। कल विद्यालय से वापस आने के बाद से मुझे बुखार आ गया और सिर में दर्द होने लगा। डॉक्टर ने दवाएँ देकर एक दिन आराम करने की सलाह दी है। इस कारण मैं आज 29 अगस्त 2019 को विद्यालय उपस्थित होने में असमर्थ हूँ।
आपसे प्रार्थना है कि मुझे 29 अगस्त 2019 को अवकाश प्रदान करने की कृपा करें।
सधन्यवाद
आपकी आज्ञाकारिणी शिष्या
मनीशा सिंह
छठी ‘ब’, अनुक्रमांक 25
29 अगस्त 2019
ORसेवा में,
महाप्रबंधक महोदय
एन०डी०पी०एल०
नई दिल्ली।
महोदय,
विषय-बिजली की बार-बार कटौती के सम्बन्ध में पत्र।
निवेदन है कि लक्ष्मी नगर क्षेत्र में बिजली संकट के कारण इस क्षेत्र के निवासियों को भीषण कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। विशेषकर छात्रों के लिए परीक्षा के इस समय में बिजली की आवागमन परेशानी का कारण है। अतः आपसे प्रार्थना है कि बिजली की सप्लाई नियमित करने का प्रयास करें।
धन्यवाद सहित,
भवदीय
राज कुमार
सचिव
करोल बाग़
22 अक्टूबर 2018
The Class 8 Hindi Malhar Sample Paper (40 Marks) serves as an excellent revision tool for students, teachers, and parents alike. Teachers can use it to assess students’ readiness, while parents can monitor their child’s progress at home. It’s ideal for last-minute revision and for identifying weak areas that need extra attention. Downloading and practicing this paper ensures thorough preparation, improved performance, and a deeper appreciation for the Hindi language and its literature. Class 8 Sample Papers for other subjects are also available on myCBSEguide app.

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