1. Home
  2. /
  3. CBSE
  4. /
  5. Class 12
  6. /
  7. Hindi Elective
  8. /
  9. CBSE Sample Papers Class...

CBSE Sample Papers Class 12 Hindi Elective 2024

myCBSEguide App

myCBSEguide App

Download the app to get CBSE Sample Papers 2024-25, NCERT Solutions (Revised), Most Important Questions, Previous Year Question Bank, Mock Tests, and Detailed Notes.

Install Now

CBSE Sample Papers Class 12 Hindi Elective 2024 is available for free download in myCBSEguide app and website in PDF format. CBSE Sample Papers Class 12 Hindi Elective with Solutions of 10+2 Hindi Elective are made available by the CBSE board. CBSE marking scheme and blueprint are provided along with the Sample Papers. You can download the CBSE Sample Papers of the Class 12 Hindi Elective for 2024 with questions and answers (solution) using the links below

Class 12 Hindi Elective Sample Paper 2024 

Download as PDF

CBSE Sample Papers Class 12 Hindi Elective 2024

We at myCBSEguide provide CBSE class 12 Board Sample Papers of Hindi Elective for the year 2024 with solutions in PDF format for free download. The CBSE Sample Papers for all – NCERT books and based on CBSE’s latest syllabus must be downloaded and practiced by students. Class 12 Hindi Elective New Sample Papers follow the blueprint of that year only. Students must check the latest syllabus and marking scheme. Sample papers for the class 12 Hindi Elective and other subjects are available for download as PDFs in the app too. myCBSEguide provides a sample paper with solutions for the year 2023-24.

CBSE class 12 Hindi Elective Sample Paper 2024

CBSE Sample Papers Class 12 Hindi Elective 2023-24

CBSE Class 12
Hindi Elective (Code No. 002)
(Sample Paper 2023-24)


निर्धारित समय : 3 घंटे
अधिकतम अंक : 80

सामान्य निर्देश:-

  • इस प्रश्र-पत्र में दो खंड है। खंड-अ में वस्तुपरक/बहुविकल्पी और खंड-ब में वस्तुनिष्ठ/वर्णनात्मक प्रश्र दिए गए हैं।
  • प्रश्न-पत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 14 है और सभी प्रश्न करने अनिवार्य हैं।
  • खंड-अ में 40 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं, सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
  • खंड-ब में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं सभी प्रश्नों के साथ दिए गए उचित विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
  • यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।

खंड – अ (वस्तुपरक प्रश्न) अपठित बोध

  1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए: (1×10=10)
    ‘किसी भी राष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर उसकी आत्मा है।’ यह उक्ति भारत जैसे प्राचीन राष्ट्र के संदर्भ में और भी अधिक महत्त्वपूर्ण हो जाती है। संस्कृति राष्ट्र के जीवन मूल्यों, आदर्शों, दर्शन आदि को मानसिक धरातल पर अभिव्यक्त करने का महत्त्वपूर्ण साधन है। भारत में इसके पीछे हजारों वर्षों के आचरण, व्यवहार, अनुभव, चिंतन, मनन आदि की पूंजी लगी हुई है। कालचक्र के सैकड़ों सुखद एवं दुखद घटनाक्रमों के दौरान कसौटी पर खरे उतर कर उन्होंने अपनी सत्यता व विश्वसनीयता अनेक बार सिद्ध की है। त्याग, संयम, परहित एवं अहिंसा या जीवों पर दया आदि भारतीय संस्कृति के सर्वोच्च मूल्यों में से हैं। संस्कृति और सभ्यता दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। अपने आयु, पद और अनुभव में बड़ों के प्रति आदर भाव, श्रद्धा व सम्मान रखना ही संस्कृति की आत्मा है, उसकी पहचान है। संस्कृति और उसके आदर्श एवं मूल्य एक दिन में निर्मित नहीं होते, वें हजारों वर्षों की अनुभूतियों तथा सिद्धांतों के परिणाम होते हैं। इन आदर्शों व मूल्यों के आधार पर ही राष्ट्रीय संस्कृति निर्मित होती है। इसका निर्माण कार्य ही पर्याप्त नहीं, बल्कि उसका आचरण, व्यावहारिक ज़िंदगी में सहज रूप से अभिव्यक्त होना अर्थात उसका अंगीभाव हो जाना, संस्कृति कहलाता है।
    भारतीय संस्कृति का सर्वोच्च मूल्य त्याग है, यह मूल्य हमें पाश्चात्य संस्कृति तथा साम्यवादी संस्कृति की भोगवादी वृत्ति से दूर रखता है। इनकी इस भोगवादी संस्कृति ने आज संपूर्ण मानव जाति को विनाश के कगार पर पहुँचा दिया है और इसी प्रवृत्ति ने मनुष्य और प्रकृति के बीच एक खाई पैदा कर दी है भारतीय संस्कृति सर्वसमावेशक है, जीवमात्र में ईश्वरीय सत्ता की अनुभूति करने वाली है। भारतीय संस्कृति अपने सुखों के लिए दूसरों को नष्ट करने की बर्बरता नहीं रखती। भारतीय संस्कृति में विश्वास करने वाले लोग, राजा से भी अधिक उस संन्यासी को समादृत करते हैं, जो विश्व कल्याण के लिए संयम नियम का पालन करते हुए अपना सर्वस्वार्पण करते हैं।

    1. ‘भारत में आचरण, व्यवहार, अनुभव, चिंतन और मनन आदि की पूंजी लगी हुई है’ पंक्ति से आशय है?
      1. जीवन मूल्यों का महत्त्व
      2. ईश्वरीय सत्ता का योगदान
      3. राष्ट्रीय संस्कृति की चेतना
      4. त्याग का उदात्त रूप
    2. पाश्चात्य संस्कृति तथा साम्यवादी संस्कृति की भोगवादी वृति से बचाव होता है-
      1. संयम से
      2. अहिंसा से
      3. मूल्यों से
      4. चिंतन से
    3. संस्कृति और सभ्यता एक दूसरे के पूरक हैं, क्योंकि…
      1. सभ्यता के भीतर ही संस्कृति का विकास
      2. सांस्कृतिक निर्धारक तत्व ही सभ्यता को परिभाषित करते हैं
      3. सभ्यता व संस्कृति का प्रभाव एक-दूसरे पर पड़ता है
      4. सभ्यता उन्नति है और संसकृति उदात्तता
    4. भारतीय संस्कृति पाश्वात्य संस्कृति से किन अर्थों में भिन्न है-
      1. भोगवाद से मुक्त होने के कारण
      2. भोगवाद से युक्त होने के कारण
      3. उदारता के कारण
      4. स्वार्थ भावना के कारण
    5. समादृत‘ शब्द का समानार्थी हो सकता है-
      1. समवयस्क
      2. सम्मानित
      3. सुसंस्कृत
      4. समावेशक
    6. मनुष्य और प्रकृति के बीच खाई पैदा करने के महत्त्वपूर्ण कारण हैं-
      1. आधुनिकता
      2. भोगवादी दृष्टिकोण
      3. प्रकृति के प्रति उदासीनता
      4. लालची स्वभाव
    7. संस्कृति के मूल में समाहित है: कथन पढ़कर सही विकल्प का चयन कीजिए:
      कथन (1) एक राष्ट्र की आत्मा
      (2) जीवन मूल्यों, दर्शन का आईना
      (3) पाश्चात्य जगत की भोगवादी संस्कृति
      (4) आधारभूत तत्वों का अवमूल्यन
      विकल्प- (i) कथन 1 व 4 सही है।
      (ii) कथन 1 व 2 सही है।
      (iii) कथन 1, 2, 3 व 4 सही है।
      (iv) कथन 1 व 3 सही है।
    8. प्रस्तुत गद्यांश के आधार पर सांस्कृतिक संरक्षण के विषय में कहा जा सकता है-
      1. सांस्कृतिक व्यवहार का संरक्षण करना
      2. सांस्कृतिक मूल्यों को अपनाना
      3. संस्कृति का हस्तांतरण करना
      4. संरक्षण को व्यावहारिक रूप प्रदान करना
    9. राष्ट्रीय संस्कृति का निर्माण होता है-
      1. ईश्वरीय सत्ता के प्रभाव से
      2. विश्व के कल्याण की ओर उन्मुख होने से
      3. आदर्शों व मूल्यों के आधार पर
      4. आर्थिक विकास की ओर अग्रसर होने से
    10. भारतीय संस्कृति में राजा से अधिक संन्यासी को आदर देने का प्रबल कारण है-
      1. आत्मसंयम
      2. परोपकार
      3. त्याग की भावना
      4. जनप्रियता
  2. दिए गए काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए: (8×1=8)
    हम जंग न होने देंगे !
    विश्व शांति के हम साधक हैं, जंग न होने देंगे!
    कभी न खेतों में फिर खूनी खाद फलेगी,
    खलिहानों में नहीं मौत की फसल खिलेगी,
    आसमान फिर कभी न अंगारे उगलेगा,
    एटम से नागासाकी फिर नहीं जलेगी,
    युद्धविहीन विश्व का सपना भंग न होने देंगे।
    जंग न होने देंगे।
    हथियारों के ढेरों पर जिनका है डेरा,
    मुँह में शांति, बगल में बम, धोखे का फेरा,
    कफन बेचने वालों से कह दो चिल्लाकर,
    दुनिया जान गई है उनका असली चेहरा,
    कामयाब हो उनकी चालें, ढंग न होने देंगे।
    जंग न होने देंगे।
    हमें चाहिए शांति, जिंदगी हमको प्यारी,
    हमें चाहिए शांति, सृजन की है तैयारी,
    हमने छेड़ी जंग भूख से, बीमारी से,
    आगे आकर हाथ बटाए दुनिया सारी।
    हरी-भरी धरती को खूनी रंग न लेने देंगे
    जंग न होने देंगे।

    1. इस कविता के केन्द्रीय भाव हेतु दिए गए कथनों को पढ़कर उचित विकल्प का चयन कीजिए-
      कथन-
      (1) आंतरिक वैमनस्य को विस्मृत करना
      (2) विश्व-शांति के मार्ग पर अग्रसर होना
      (3) युद्ध की नई तकनीकों पर विचार करना
      (4) एटम-बम से ऐतिहासिक परचम लहराना
      विकल्प-

      1. कथन 1 व 2 सही है।
      2. कथन 1, 2, 3 व 4 सही है।
      3. कथन 1 व 4 सही है।
      4. कथन 1 व 3 सही है।
    2. ‘खलिहानों में नहीं मौत की फसल खिलेगी,’ प्रस्तुत पंक्ति में मौत की फसल से तात्पर्य है-
      (i) युद्ध के कारण किसानों की मेहनत विफल नहीं होगी।
      (ii) प्रकृति का विनाश नहीं होगा
      (iii) युद्ध अपार जन-हानि का कारण नहीं बनेगा।
      (iv) हरित सौन्दर्य रक्ताभ रूप में नहीं दिखेगा।
    3. ‘मुँह में शांति, बग़ल में बम, धोखे का फेरा’ रेखांकित वाक्यांश के भाव को स्पष्ट कीजिए-
      1. छोटा मुँह बड़ी बात
      2. मुँह में राम बगल में छुरी
      3. बारूद की पुडिया होना
      4. दिल छोटा करना
    4. अपनी आंखों में कवि ने दुनिया का सपना संजोया है-
      1. जहाँ युद्ध मात्र विकल्प हो
      2. जहाँ सर्वत्र शांति बयार चल रही हो
      3. हथियारों के ढेरों पर डेरा जमाना है
      4. हरी-भरी धरा का सपना
    5. ‘कफन बेचने वाले’ कहकर कवि की लेखनी उद्धाटित करना चाह रही है-
      1. वे मुल्क जो हथियारों की खरीद-फ़रोख्त करते हैं
      2. वे मुल्क जो कफन बेचने वालों को ललकार रहे हैं
      3. वे मुल्क जो विश्व-शांति के लिए हथियारों की खरीद-फ़रोखत करते हैं
      4. वे मुल्क जो अन्य मुल्कों को गुलाम बनाना चाहते हैं
    6. आसमान फिर न अँगारे उगलेगा’ पंत्ति में अँगारे उगलने का तात्पर्य है-
      1. परमाणु परीक्षण पर पाबंदी से
      2. सौरमंडल में सूर्य की दशा परिवर्तन से
      3. परमाणु विस्फोट करने से
      4. भुखमरी के कारण मृत्युदर में वृद्धि
    7. नागासाकी फिर नहीं जलेगी के माध्यम से कवि का अभिप्राय है-
      1. विश्व-शांति को विस्तारित करना
      2. हिरोशिमा नागासाकी को याद करना
      3. विश्व को अस्त्र-शस्त्र रहित बनाना
      4. संसार में अस्त्र-शस्त्र का प्रचार-प्रसार करना
    8. कवि ने किसके विरुद्ध रण की तान छेड़ रखी है-
      1. खेत-खलिहान खाद के विरुद्ध
      2. नव-सृजन की बात कहने के लिए
      3. निर्धनता व भुखमरी को संघर्षहीन बनाने के लिए
      4. हरित धरा को लहूलुहान होने से बचाने के लिए

अभिव्यक्ति और माध्यम

  1. निम्नलिखित प्रश्नों के लिए उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए- (1×5=5)
    1. किसी घटना की सूचना देने और उसके दृश्य दिखाने के साथ ही उस घटना के बारे में प्रत्यक्षदर्शियों का कथन दिखा और सुनाकर खबर को प्रमाणिकता दी जाती है। इसे कहते हैं-
      1. एंकर विजुअल
      2. एंकर बाइट
      3. एंकरिंग
      4. एंकर सूचना
    2. फ़ीचर के संदर्भ में कौन- सा/से कथन सही हैं?
      (a) फ़ीचर एक सुव्यवस्थित और आत्मनिष्ठ लेखन है।
      (b) फ़ीचर में लेखक के पास अपनी राय ज़ाहिर करने का अवसर होता है।
      (c) फ़ीचर लेखन में छह ककारों को सम्मिलित किया जाना अत्यंत आवश्यक है।

      1. केवल (a)
      2. केवल (b)
      3. (a) और (b)
      4. (b) और (c)
    3. प्रो. स्वामी अय्यर एक महत्वपूर्ण लेखक हैं और अपने खास वैचारिक रूझान के लिए जाने जाते हैं। उनकी अपनी एक लेखन शैली भी विकसित हो चुकी है। उनकी लोकप्रियता को देखकर अखबार ने उन्हें नियमित रूप से लिखने का ज़िम्मा दिया है। इस जानकारी के आधार पर वे लिखते होंगे-
      1. खोजी रिपोर्ट
      2. स्तंभ
      3. संपादकीय
      4. प्रतिवेदन
    4. भुगतान के आधार पर अलग-अलग समाचार पत्रों एवं संगठनों में लिखने वाले पत्रकारों को कहते हैं-
      1. फ्री लांसर पत्रकार
      2. अल्पकालिक पत्रकार
      3. अंशकालिक पत्रकार
      4. पूर्णकालिक पत्रकार
    5. अनामिका कुमार विशेषीकृत रिपोटिंग करने वाली रिपोर्टर हैं। इन्हें कहा जाएगा-
      1. संवाददाता
      2. विशेष संवाददाता
      3. उपसंपादक
      4. विषय विशेषज्ञ

पाठ्यपुस्तक अंतरा भाग 2

  1. निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा उचित विकल्प का चयन कीजिए- (1×5=5)
    जो है वह खड़ा है
    बिना किसी स्तंभ के
    जो नहीं है उसे थामे है
    राख और रौशनी के ऊँचे ऊँचे स्तंभ
    आग के स्तंभ
    और पानी के स्तंभ
    ध्रूएँ के
    खुशबू के
    आदमी के उठे हुए हाथों के स्तंभ
    किसी अलक्षित सूर्य को
    देता हुआ अर्घ्य
    शताब्दियों से इसी तरह
    गंगा के जल में
    अपनी एक टांग पर खड़ा है यह शहर
    अपनी दूसरी टांग से
    बिल्कुल बेखबर!

    1. जो है वह खडा है
      बिना किसी स्तंभ के ________’ वह जो बिना सहारे के खड़ी है-

      1. दार्शनिकता
      2. आध्यात्मिकता
      3. धुएं की विशालता
      4. पानी की पवित्रता
    2. ‘अपनी दूसरी टांग से बिल्कुल बेखबर’ पंत्ति का आशय है कि
      1. अध्यात्मिकता से अनभिज्ञ होना
      2. आधुनिकता से अनभिज्ञ होना
      3. सांसारिकता से अनभिज्ञ होना
      4. दार्शनिकता से अनभिज्ञ होना
    3. राख के स्तंभ से क्या अभिप्राय है?
      1. पूजा-पाठ की सामग्री के ढेर से
      2. शवों के राख के ढेर से
      3. मिट्टी के ढेर से
      4. मुरझाए फूलों के ढेर से
    4. आस्था, विरक्ति, विश्वास, आश्वर्य और भक्ति का मिला-जुला रूप दिखाई देता है-
      1. श्रद्धा और अंधभक्ति में
      2. मोक्ष की अवधारणा में
      3. मिथकीय आस्था में
      4. बनारस की आध्यात्मिकता में
    5. मनुष्य के हाथ स्तंभ की भांति खड़े हो जाते हैं-
      1. मंदिर की ध्वजा को प्रमाण करने के लिए
      2. अदृश्य को अर्घ्य देने के लिए
      3. किसी की मदद के लिए
      4. श्रेष्ठता सिद्ध करने के लिए
  2. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा निर्देशानुसार उचित विकल्प का चयन कीजिए- (1×5=5)
    चौधरी साहब एक खासे हिंदुस्तानी रईस थे। बसंत पंचमी होली इत्यादि। अवसरों पर उनके यहाँ खूब नाचरंग और उत्सव हुआ करते थे। उनकी हर एक अदा से रियासत और तबीयतदारी टपकती थी। कंधों तक बाल लटक रहे हैं। आप इधर से उधर टहल रहे हैं। एक छोटा-सा लड़का पान की तश्तरी लिए पीछे-पीछे लगा हुआ है। बात की काट-छाँट का क्या कहना है। जो बातें उनके मुँह से निकलती थीं, उनमें एक विलक्षण वक्रता रहती थी। उनकी बातचीत का ढंग उनके लेखों के ढंग से एकदम निराला होता था। नौकरों तक के साथ उनका संवाद सुनने लायक होता था।

    1. प्रस्तुत गद्यांश में किस की विशेषताओं का वर्णन किया गया है?
      1. भारतेंदु की
      2. राधेश्याम की
      3. रामचंद्र की
      4. बदरीनारायण की
    2. चौधरी साहब एक खासे हिन्दुस्तानी रईस थे, खासे रईस से तात्पर्य है-
      1. दिखावा करने वाला
      2. उत्सव मनाने वाला
      3. गंभीर व्यक्तित्व वाला
      4. व्यंग्य करने वाला
    3. चौधरी साहब की बातचीत के अंदाज़ से यह पता चलता है कि वे खासे हिंदुस्तानी रईस के साथ-साथ ________ थे-
      1. साहित्य प्रेमी
      2. भाषानुरागी
      3. रसिक धर्मी
      4. सौन्दर्य प्रेमी
    4. प्रस्तुत गद्यांश में ‘विलक्षण वक्रता’ से तात्पर्य स्पष्ट होता?
      1. मुहावरेदार
      2. कुटिलता
      3. वाक् चातुर्य
      4. अनोखी वचन भंगिमा
    5. कथन (A)- हर एक अदा से रियासत और तबीयतदारी टपकती थी।
      कारण (R)- चौधरी साहब की गिनती धनी व्यक्तियों में होती थी। सहृदयता के लिए भी प्रसिद्ध थे।

      1. कथन (A) सही है और कारण (R) सही व्याख्या है
      2. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत है।
      3. कथन (A) सही है किंतु कारण गलत है।
      4. कथन (A) सही है किंतु कारण (R) सही व्याख्या नहीं है।

पाठ्यपुस्तक अंतराल भाग 2

  1. निम्नलिखित प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए- (1×7=7)
    1. ‘तो हम सौ लाख बार बनाएंगे’ इस कथन के संदर्भ में सूरदास के चरित्र की विशेषता है
      1. आर्थिक मदद की चाह रखने वाला
      2. अत्यधिक परिश्रमी व्यक्तित्व
      3. सांत्वना का अभिलाषी
      4. हार न मानने की प्रवृत्ति वाला
    2. ‘अभिलाषाओं की राख है’ से क्या अभिप्राय है?
      1. सभी पैसों का जल जाना
      2. झोंपड़ी का जल जाना
      3. ईर्ष्या के कारण झोपड़ी जलना
      4. चाहतों का जल जाना
    3. कथन (A)- नारी प्रकृति का सजीव रूप है।
      कारण (R)- नारी शरीर से उन्हें बिस्कोहर की फसलों, वनस्पतियों की उत्कट गंध आती हैI

      1. कथन (A) सही है और कारण (R) सही व्याख्या है
      2. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत है।
      3. कथन (A) सही है किंतु कारण गलत है।
      4. कथन (A) सही है किंतु कारण (R) सही व्याख्या नहीं है।
    4. कथन (A)- जीवन के मर्म का ज्ञान ही दुखों से मुक्ति है।
      कारण (R)- सूरदास विजय गर्व की तरंग में राख के ढेर को दोनों हाथों से उड़ाने लगा।

      1. कथन (A) सही है किंतु कारण (R) सही व्याख्या नहीं है।
      2. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत है।
      3. कथन (A) सही है किंतु कारण गलत है।
      4. कथन (A) सही है और कारण (R) सही व्याख्या है
    5. निम्नलिखित शब्द-युग्मों को सुमेलित कीजिए-
      भाग-1भाग-2
      (1) भरभंडा(क) खेतों में पानी देने के लिए छोटी-छोटी नालियाँ बनाई जाती है।
      (2) कोइयां(ख) एक प्रकार का फल
      (3) बरहा(ग) कमल का फूल
      (4) पुरइ(घ) कोका-बेली
      1. (1)-(ख), (2)-(घ), (3)-(क), (4)-(ग)
      2. (1)-(क), (2)-(ग), (3)-(ख), (4)-(घ)
      3. (1)-(ख), (2)-(ग), (3)-(घ), (4)-(ग)
      4. (1)-(क), (2)-(ख), (3)-(ग), (4)-(घ)
    6. विकास की औद्योगिक सभ्यता, उजाड़ की अपसभ्यता है क्योंकि-
      1. वर्तमान युग को औद्योगिकीकरण का युग कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है।
      2. आधुनिक सभ्यता के विकास से प्रकृति के साथ छेड़छाड़ हो रही है।
      3. औद्योगीकरण के लगातार बढ़ने से उद्योग धंधों में खूब वृद्धि हुई है।
      4. अपशिष्ट पदार्थों, प्लास्टिक की थैलियों के प्रयोग से नदियों का प्रवाह बाधित हुआ है।
    7. ‘पग-पग पर नीर वाला मालवा नीर विहीन हो गया’ से तात्पर्य है-
      1. पर्यावरण और मनुष्य का अत्यंत घनिष्ठ संबंध है।
      2. पहले जल से परिपूर्ण अब वर्षा की मात्रा कम हो गई है।
      3. लद्दाख जैसे स्थानों पर भी बर्फ़बारी प्रभावित हुई है।
      4. जल संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास चल रहा है।

खंड- ब (वर्णनात्मक)

  1. निम्न में से किसी एक विषय पर 120 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए- (1×5=5)
    1. समाज में बढती आर्थिक असमानताएं
    2. आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का समाज पर प्रभाव
    3. परीक्षा के दिन
  2. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर 60 शब्दों में लिखिए- (2×3=6)
    1. कविता में बिंब की भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
    2. नाटक के विभिन्न तत्वों पर प्रकाश डालिए।
    3. कहानी का हमारे जीवन से क्या संबंध है? परिभाषित कीजिए।
  3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में लिखिए- (2×3=6)
    1. समाचार माध्यमों में प्रिंट माध्यम की विशेषताएँ लिखिए।
    2. रेडियो समाचार लेखन की भाषा पर प्रकाश डालिए।
  4. निम्न में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए- (2×2=4)
    1. ‘जहाँ पहुँच अनजान क्षितिज को मिलता एक सहारा’ पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।
    2. माघ के मास में विरहिणी के भावों को अपने शब्दों में लिखिए।
    3. भरत का आत्म परिताप उनके व्यक्तित्व के किस पक्ष की ओर संकेत करता है? वर्तमान में ऐसे व्यक्तित्व की आवश्यकता सिद्ध कीजिए।
  5. निम्नलिखित में से किसी एक काव्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए- (1×6=6)
    ये पत्थर ये चट्टानें
    ये झूठे बंधन टूटें
    तो धरती का हम जानें
    सुनते हैं मिट्टी में रस है जिससे उगती दूब है
    अपने मन के मैदानों पर व्यापी कैसी ऊब है
    आधे आधे गाने
    तोड़ो तोड़ो तोड़ो
    ये ऊसर बंजर तोड़ो
    ये चरती परती तोड़ो
    सब खेत बनाकर छोड़ो
    मिट्टी में रस होगा ही जब वह पोसेगी बीज को
    हम इसको क्या कर डालें इस अपने मन की खीज को?
    गोड़ो गोड़ो गोड़ो

    अथवा

    पुलकि सरीर सभाँ भए ठाढ़े। नीरज नयन नेह जल बाढ़े॥
    कहब मोर मुनिनाथ निबाहा। एहि तें अधिक कहौं मैं काहा॥
    मैं जानउँ निज नाथ सुभाऊ। अपराधिहु पर कोह न काऊ॥
    मो पर कृपा सनेहु बिसेषी। खेलत खुनिस न कबहूँ देखी॥

  6. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए- (2×2=4)
    1. ‘शेर’ कहानी में उद्धृत व्यंग्य को स्पष्ट करते हुए लेखक के उद्देश्य का वर्णन कीजिए।
    2. घड़ीसाज़ी का इम्तहान पास करने से लेखक के अभिप्राय को स्पष्ट कीजिए।
    3. ‘बड़ी बहुरिया का संवाद हरगोबिन सुना सकने में असमर्थ था’ कथन के माध्यम से हरगोबिन की तत्कालीन स्थिति की विवेचना कीजिए।
  7. निम्नलिखित गद्यांश में से किसी एक की सप्रसंग व्याख्या कीजिए- (1×6=6)
    मेरे लिए एक दूसरी दृष्टि से भी यह अनूठा अनुभव था। लोग अपने गाँवों से विस्थापित होकर कैसी अनाथ, उन्मूलित ज़िंदगी बिताते हैं, यह मैंने हिंदुस्तानी शहरों के बीच बसी मज़दूरों की गंदी, दम घुटती, भयावह बस्तियों और स्लम्स में कई बार देखा था, किंतु विस्थापन से पूर्व वे कैसे परिवेश में रहते होंगे, किस तरह की ज़िंदगी बिताते होंगे, इसका दृश्य अपने स्वच्छ, पवित्र खुलेपन में पहली बार अमझर गाँव में देखने को मिला।

    अथवा

    बालक के मुख पर विलक्षण रंगों का परिवर्तन हो रहा था, हृदय में कृत्रिम और स्वाभाविक भावों की लड़ाई की झलक आँखों में दिख रही थी। कुछ खाँसकर, गला साफ़ कर नकली परदे के हट जाने पर स्वयं विस्मित होकर बालक ने धीरे से कहा, ‘लड्डू। पिता और अध्यापक निराश हो गए। इतने समय तक मेरा श्वास घुट रहा था। अब मैंने सुख से साँस भरी। उन सबने बालक की प्रवृत्तियों का गला घोंटने में कुछ उठा नहीं रखा था। पर बालक बच गया। उसके बचने की आशा है क्योंकि वह ‘लड्डू ‘ की पुकार जीवित वृक्ष के हरे पत्तों पर मधुर मर्मर था, मरे काठ की अलमारी की सिर दुखाने वाली खड़खड़ाहट नहीं।

  8. निप्रलिखित में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (1×3=3)
    “सच्चे खिलाड़ी कभी रोते नहीं, बाजी पर बाजी हारते हैं, चोट पर चोट खाते हैं, धक्के सहते हैं पर मैदान में डटे रहते हैं।” परीक्षा के समय को आधार मानकर ‘सूरदास की झोंपड़ी’ पाठ क्या संदेश देता है?

    अथवा

    लेखक बिसनाथ ने किन आधारों पर अपनी माँ की तुलना बत्तख से की है?

These are questions only. To view and download the complete question paper with the solution install the myCBSEguide App from the Google Play Store or login to our student dashboard.

Download myCBSEguide App

CBSE Sample Papers for Class 12

To download sample papers for class 12 Physics, Chemistry, Biology, History, Political Science, Economics, Geography, Computer Science, Home Science, Accountancy, Business Studies and Home Science; do check the myCBSEguide app or website. myCBSEguide provides sample papers with solutions, test papers for chapter-wise practice, NCERT solutions, NCERT Exemplar solutions, quick revision notes for ready reference, CBSE guess papers and CBSE important question papers. Sample Papers all are made available through the best app for CBSE students and the myCBSEguide website.

myCBSEguide App

Test Generator

Create question paper PDF and online tests with your own name & logo in minutes.

Create Now
myCBSEguide App

myCBSEguide

Question Bank, Mock Tests, Exam Papers, NCERT Solutions, Sample Papers, Notes

Install Now

Leave a Comment