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Vani Kajla 4 years, 1 month ago

पप्पू कहां है
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Yogita Ingle 4 years, 1 month ago

यदि हम माली की जगह होते तो हम हुकूमत के फैसले का इंतजार नहीं करते। हम पेड़ को काटने वेन स्थान पर अन्य लोगों की सहायता से दबे व्यक्ति वेन ऊपर से पेड़ को खिसका कर हटा देते और उस व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकल लेते। रजब पेड़ कटता ही नहीं तब हम पर कोई अनुशासनहीनता की कार्यवाही भी नहीं होती। आदमी को बचाना कोई अपराध नहीं है।

  • 1 answers

Sakshi Pathak 4 years, 1 month ago

Are you asking about "feature lekhan" ??
  • 3 answers

Prateek .. 4 years, 1 month ago

very happy diwali

Pk Singh 4 years, 1 month ago

Happy deepawali

Aadya Singh 4 years, 1 month ago

Happy Diwali?
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-(12) प्रसिद्ध दार्शनिक नीत्शे एक ऐसा देवता तलाश रहे थे, जो मनुष्य की पहुँच में हो। उसी की तरह नाच-गा सके। जीवन से भरपूर हो। हँसे-रोए, काम करे-कराए बिल्कुल आदमी की तरह। नीत्शे को ऐसा देवता नहीं मिला तो उसने कह दिया, "ईश्वर मर गया है।" लगता है कि नीत्शे को कृष्ण की जानकारी नहीं थी। वे नाचते, गाते हैं, काम करते हैं और योगी भी है-कर्मयोगी भी। काम करो, बाकी सब भूल जाओ-यह है उनका अनासक्त कर्म। यहाँ तक कि काम के फल की भी इच्छा मत करो-कर्मण्येवाधिकारस्ते। अजीब विरोधाभास है। काम करने का निराला ढंग है कि काम तो पूरे मन से करो, ईश्वर का आदेश समझकर करो पर उससे परे भी रहो। काम पूरा होते अनासक्त हो जाओ। यों कृष्ण जो भी करते हैं उसमें गजब की आसक्ति दिखाई देती। है- चाहे ग्वाले का काम हो, रसिक बिहारी का हो, सारथि का हो, उपदेष्टा या मार्गदर्शक का, वे मनोयोग से अपनी भूमिका निभाते दिखाई पड़ते हैं और अगले ही क्षण उससे अलग, जैसे कमल के पत्ते पर पड़ा पानी। जीवन का प्रत्येक पल पूरेपन से जीना और चिपकना नहीं, यही अनासक्ति है। उनमें कहीं अधूरापन दिखाई ही नहीं देता। पीछे मुड़ने का उन्हें अवकाश ही नहीं है। यह कृष्ण जैसा कर्मयोगी ही कर सकता है। वे विश्वरूप हैं, परंतु अहंकार का कहीं नाम तक नहीं। गाय चराने या रथ हाँकने का काम करने में भी उन्हें कोई हिचक नहीं।
  • 2 answers

R. D. 4 years, 1 month ago

Ye to sirf paragraph h questions to h hi nhi .

Gaurav Seth 4 years, 1 month ago

    1. नीत्शे कौन थे? वे क्या तलाश रहे थे? (2)
    2. "ईश्वर मर गया है"-नीत्शे ने यह क्यों कहा होगा? (2)
    3. कृष्ण के व्यक्तित्व में 'विरोधाभास' क्यों लगता है? (2)
    4. आशय स्पष्ट कीजिए-"कर्मण्येवाधिकारस्ते ....।" (2)
    5. कृष्ण की किन विविध भूमिकाओं का उल्लेख है। (2)
    6. कृष्ण के व्यक्तित्व से हम क्या सीख सकते हैं? (1)
    7. गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक दीजिए। (1)

Answrs:

  1. नीत्शे एक प्रसिद्ध दार्शनिक थे। वे एक ऐसा देवता तलाश कर रहे थे, जो मनुष्य की पहुँच में हो और उसी की तरह नाच-गा सके और जो मनुष्य की तरह ही जीवनयापन करे।
  2. "ईश्वर मर गया है" नीत्शे ने यह इसलिए कहा होगा क्योंकि उसे ऐसा देवता नहीं मिला जो जीवन से भरपूर हो। जो मनुष्य की तरह हँसे-रोए, काम करे और कराए।
  3. कृष्ण के व्यक्तित्व में विरोधाभास लगता है क्योंकि वे नाचते गाते हैं, काम करते हैं। एक ओर वे योगी हैं, तो दूसरी ओर कर्मयोगी भी हैं।
  4. 'कर्मण्येवाधिकारस्ते' ........ का आशय है कि काम करो बाकी सब भूल जाओ। यहाँ तक कि काम के फल की इच्छा भी मत करो।मनुष्य का अपना काम है बिना किसी फल की इच्छा के कर्म करते रहना।
  5. कृष्ण की विभिन्न भूमिकाओं का उल्लेख किया गया है; जैसे-कृष्ण ग्वाले का काम करते हैं, रसिक बिहारी का, सारथी का, उपदेष्टा या मार्गदर्शक आदि का।
  6. कृष्ण के व्यक्तित्व से हम ये सीख सकते हैं कि जीवन के प्रत्येक पल को पूरेपन से जीना चाहिए, उससे चिपकना नहीं चाहिए।
  7. प्रस्तुत गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक है-"कृष्ण:योगी एवं कर्मयोगी''
  • 1 answers

😀 😀 4 years, 1 month ago

@ Abhishek Rajak , kindly refer to book अभिव्यक्ति और माध्यम or get the pdf in google . आशा है आपको इससे मदद मिलेगी
  • 0 answers
  • 3 answers

Sakshi Pathak 4 years, 1 month ago

Kisaan ko sarvadhik dukh apne bete ke jaane ka tha kyunki vhi uske budhape ka shara tha.. vo hota to kisan kisi tarah jivan kaat leta par uske chle jaane se vh behad dukh m tha

😀 😀 4 years, 1 month ago

किसान को अपने बेटे को खोने का दुख सर्वाधिक था , अब उसके पास न उसकी पत्नी थी , न ही उसकी गाय और न उसकी पुत्रवधू

Pinka Rani 4 years, 1 month ago

Kisan ko sarvathik dukh Kya tha
  • 0 answers
Q-3
  • 1 answers

R. D. 4 years, 1 month ago

Konsi book or konse chapter me se ???
  • 0 answers
  • 1 answers

.... .... 4 years, 1 month ago

किसान पुत्र को अधिक महत्व देता है। उसकी याद के कारण उसकी छाती फटने लगती है तथा साँप लोटने लगता है। वह उसे अपना प्रमुख सहारा समझता था। पुत्रवधू को पुत्र के जीवित रहते हुए ही सम्मान मिलता था। पुत्र के मरने के बाद वह उसे पति घातिनी कहने लगा। वह स्त्री को पैर की जूती के समान समझता है। उसकी मान्यता है कि एक स्त्री जाती है तो दूसरी आ जाती है।
  • 3 answers

Mahendra Nishad 2 years, 2 months ago

Uf6fr

Dhruv Dhruv 4 years, 1 month ago

कवि किसान की आखों में बहरे हुए आँसू ,दुख:,गरीबी ,abhabha

.... .... 4 years, 1 month ago

कवि को किसान की आंखो में भरा हुआ दारूड, दुख, गरीबी ,अभाव और सूनापन देखकर डर लगता है
  • 2 answers

Dhruv Dhruv 4 years, 1 month ago

मोहन आगे की पढ़ाई के लिये रमेश के साथ लखनऊ गया था

.... .... 4 years, 1 month ago

मोहन आगे की पढ़ाई के लिए रमेश के साथ लखनऊ गया
  • 0 answers
  • 1 answers

Yogita Ingle 4 years, 1 month ago

किसान अपने व्यवसाय से पलायन कर रहे हैं। परिचर्चा में इसके कारणों की पड़ताल करनी होगी। निम्नलिखित कारणों पर चर्चा कर विचार करें-

(1) खेती अब लाभप्रद व्यवसाय नहीं रह गई है। लागत अधिक और आय कम होती है।

(2) खेती में बहुत अधिक परिश्रम करना पड़ता है। अब पढ़ा-लिखा वर्ग परिश्रम से जी चुराने लगा है।

(3) सरकार की ओर से सिंचाई, बीज, खाद आदि सुविधाओं का अभाव है।

(4) फसल में उगाए गए अन्न की बिक्री की समुचित व्यवस्था नहीं है।

(5) किसान की फसल का बीमा होना चाहिए।

  • 1 answers

R. D. 4 years, 1 month ago

Mobile, television, newspaper, redio, laptop etc.
  • 1 answers

R. D. 4 years, 1 month ago

Vo raste se Gujar rha tha or 1 dam se jamun Ka ped gir gya or vah aadmi us k niche dab gya.
  • 2 answers

Shabi . 4 years, 1 month ago

.....?????

Jinu ?? 4 years, 1 month ago

# ?????
  • 5 answers

Dhruv .. 4 years, 1 month ago

Waise Maine Kya jhut bola aapse....sirf ye btaaiye mujhe AAP?

? S. S. ? 4 years, 1 month ago

apne hi khud btya tha mujhe....or ab ap bol re ho achi lgti hai....it means u lied to me...vse abb mere liye apka ye jhut bolna koi nayi baat nhi hai ??

Dhruv .. 4 years, 1 month ago

Aur pehle ki baaton ko bhulaana padta hai??✌️#?s.s.?

Dhruv .. 4 years, 1 month ago

Aapko kaise pata mujhe achi nahi lagti thi??

? S. S. ? 4 years, 1 month ago

Seriously?!?... pehle toh cbseguide app apko kbhi achi nhii lgti thi... achnk se ye parivartn kesa...??#........
  • 5 answers

Dhruv .. 4 years, 1 month ago

Sorry sister .....I don't thought you would take it in wrong way,,,koi nahi ,,,,,.....but yaar Jahan Tak logon ka hai....mujhe nahi lagta hai ..ki mere teen chaar quote daily daalne se logon ki studies par effect pad jaata hoga....so mujhe Jo acha lagta hai main krunga....and thanks for your advice sister??❤️✌️

Muskan Singh 4 years, 1 month ago

Tumhe likhna Accha Lgta hai liken Dusro ko to problm hoti hai .. And who is dear here ? Dear ke jaga sister bhi lga skte Ho.

Dhruv .. 4 years, 1 month ago

Yahan main ISS liye likhta hun...kyuki ISS app se Meri bahot yaaden Judi hai....itni ki tum soch bhi nahi sakti.......pata nahi Kyu par ye app aisa lagta hai...ki Mera dost hai.❤️?✌️...I know ,,I may sound insane to you?....but dear yahan likh Kar mujhe bahot acha lagta hai....?sorry but this app has given many memories to me.#muskan✌️

Muskan Singh 4 years, 1 month ago

*My quote app

Muskan Singh 4 years, 1 month ago

Good.. Agar talent hai to yha likh ke kya hoga..prefer another app like my quote for this..vaise bhi Ye study app hai ..

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