Ask questions which are clear, concise and easy to understand.
Ask QuestionPosted by Balu J 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Posted by Varsha Thakur 4 years, 5 months ago
- 2 answers
Prince Bind 4 years, 5 months ago
Rajnish Chaturvedi 4 years, 5 months ago
Posted by Aashish Verma 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Isha Kaushish 4 years, 4 months ago
Posted by Jaswant Singh 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Posted by Jaswant Singh 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Jaswant Singh 4 years, 5 months ago
Posted by Kartik Singh 4 years, 5 months ago
- 0 answers
Posted by Ashish Suthar 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Gaurav Seth 4 years, 5 months ago
कवयित्री का 'घर जाने की चाह' से क्या तात्पर्य है?
<hr />कवयित्री का घर जाने की चाह से तात्पर्य है प्रभु से मिलना। कवयित्री इस भवसागर को पार करके अपने परमात्मा की शरण में जाना चाहती है क्योंकि जहाँ प्रभु हैं वहीं उसका वास्तविक घर है।
Posted by Lalit Sinsinwar 4 years, 5 months ago
- 2 answers
Posted by Jiya Pasare 4 years, 5 months ago
- 2 answers
Posted by Jiya Pasare 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Gaurav Seth 4 years, 5 months ago
परीक्षा भवन
नई दिल्ली
दिनांक : 21 जनवरी 2018
प्रिय मित्र सूरज,
नमस्कार।
तुम्हारे पिता जी की अकस्मात् मृत्यु के समाचार मिला। सुनकर मैं स्तब्ध रह गया। मुझे एकबार तो विश्वास ही नहीं हुआ। अभी 1 सप्ताह पहले ही तो मैं उनसे मिलने आया था। उस समय तोवे ठीक थे। मैंने तो सोचा भी नहीं था कि मैं उनसे अंतिम बार मिल रहा हूँ। प्रिय मित्र! यद्यपि अभीतुम्हारे पिता जी की आयु अधिक नहीं थी, तथापि वे अपना पूरा जीवन भोग कर गुजरे हैं। ईश्वरकी कृपा से उन्होंने अपनी समस्त जिम्मेदारियाँ पूरी कर ली थीं। तुम्हारी दोनों बहनों की शादी होचुकी है। वे अपने-अपने घर में सुखी हैं। तुम भी अपने पैरों पर खड़े हो गए हो। आर्थिक दृष्टि सेकिसी बात की कमी नहीं है। फिर भी उनका अभाव तो हम सबके लिए दु:खदायी है।
शरीर नश्वर है। जिसका जन्म हुआ है, उसे एक दिन मरना अवश्य है। इसके लिए दुख क्यों? हाँयह बात अवश्य है कि अब तुम्हारे सिर पर पिताजी की छत्रछाया नहीं रहीं। अब तुम्हें उनकामार्गदर्शन नहीं मिल सकेगा। हमारी ईश्वर से प्रार्थना है कि वह तुम्हें तथा समस्त परिवार को धैर्यप्रदान करें तथा दिवंगत आत्मा को शांति दे।
माता जी का सहारा अब तुम्ही हो। उनका विशेष ध्यान रखना तथा मेरी ओर से उन्हें सांत्वनादेना।
तुम्हारा मित्र
Posted by Jiya Pasare 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Palak Sahu 4 years, 5 months ago
Posted by Jiya Pasare 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Posted by Jiya Pasare 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Palak Sahu 4 years, 5 months ago
Posted by Jiya Pasare 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Posted by Jiya Pasare 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Gaurav Seth 4 years, 5 months ago
1318, विकास नगर,
शिमला|
दिनांक 19 जून , 2019
प्रिय छोटे भाई ,
अनूप आशा करता हूँ तू ठीक होगा । सबसे पहले तो मैं तेरे परीक्षा में उत्तीर्ण होने की बधाई देना चाहती हूँ। यह सुनकर हम सब को बहुत प्रसन्नता हुई कि तुम अपनी कक्षा में सबसे अधिक अंक लिए और कक्षा में प्रथम आए हो, शानदार सफलता प्राप्त करने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। मुझे इस बात की खुशी है कि तुम्हारी मेहनत सफल हुई। तुमने मन लगाकर साल भर पढ़ाई की इसीलिए तुम्हें यह इनाम मिला। आशा है आगे भी तुम इसी प्रकार सफलता प्राप्त करोगी और अपना ख्याल रखना ।
तुम्हारा बड़ा भाई
Posted by Jiya Pasare 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Gaurav Seth 4 years, 5 months ago
दिवाली आ रहा है। जिसे हम दीपों का उत्सव भी कहते हैं। यह त्यौहार तुम्हारे जीवन को भी जगमग दीपों की तरह उज्जवल कर दें।
माता लक्ष्मी की कृपा सदा के लिए तुम्हारे जीवन में बनी रहे। ढेर सारी शुभकामनाएं एवं प्यार के साथ तुमको एवं तुम्हारे पूरे परिवार को मेरे परिवार एवं मेरे ओर से शुभ दिवाली।
Posted by Jiya Pasare 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Gaurav Seth 4 years, 5 months ago
प्रकृति हो या मानव जीवन समाज हो अथवा देश, सभी की उचित स्थिति सुख-समृद्धि तभी तक रह सकती है, जब तक उनमें पर्याप्त संतुलन बना रहे। इसके लिए हम कहीं न कहीं हम सभी की गतिविधियां जिम्मेदार हैं। लिहाजा पर्यावरण को बचाने के लिए सरकारी स्तर के अलावा सभी नागरिकों की निजी स्तर पर भी जिम्मेदारी बनती है।
Posted by Kashish Chauhan 4 years, 5 months ago
- 2 answers
Palak Sahu 4 years, 4 months ago
Gaurav Seth 4 years, 5 months ago
- शिक्षा जीवन का आधार, इसके बिना है सब बेकार।
- जो पाता है जीवन में शिक्षा, पूरी होती है उसकी हर इच्छा।
- शिक्षा जीवन का आधार, जो करती सबके सपनो को साकार।
- बच्चों को तुम पढ़ाओ-लिखाओ, शिक्षा देकर संसार को बेहतर बनाओ।
- सभी समस्याओं का हल, शिक्षा देगा बेहतर कल।
Posted by Nikhil Bbagchandani 4 years, 5 months ago
- 0 answers
Posted by Unboxing Centre 4 years, 5 months ago
- 2 answers
Posted by Tirthajit Jana 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Posted by 𝑺𝒖𝒓𝒂𝒃𝒉𝒊 𝑺𝒂𝒖𝒎𝒚𝒂 4 years, 5 months ago
- 2 answers
Gaurav Seth 4 years, 5 months ago
The Central Board of Secondary Education (CBSE) has Reduced up to 30% of the Syllabus for the 2020-21 academic session for Classes 9 to 12th. To know more about the Deleted Chapter in Syllabus .
Click on the link :
<font color="#FF6600"><font style="box-sizing: border-box;">Revised Curriculum for the Academic Year 2020-21</font></font><div class="panel-group" id="accordion" style="margin-bottom:5px; padding:0px"> <div class="panel panel-default" style="border:1px solid #dddddd; margin-bottom:0px; border-radius:4px"> <div class="panel-heading" style="border-bottom:0px #dddddd; padding:10px 15px; border-top-left-radius:3px; border-top-right-radius:3px; border-top-color:#dddddd; border-right-color:#dddddd; border-left-color:#dddddd"><a data-toggle="collapse" href="http://cbseacademic.nic.in/Revisedcurriculum_2021.html#collapse2" style="box-sizing:border-box; color:inherit; text-decoration:none; display:block; font-weight:bold">Revised Secondary Curriculum (IX-X)</a></div> </div> <div class="panel panel-default" style="border:1px solid #dddddd; margin-bottom:0px; border-radius:4px; margin-top:5px"> <div class="panel-heading" style="border-bottom:0px #dddddd; padding:10px 15px; border-top-left-radius:3px; border-top-right-radius:3px; border-top-color:#dddddd; border-right-color:#dddddd; border-left-color:#dddddd"><a data-toggle="collapse" href="http://cbseacademic.nic.in/Revisedcurriculum_2021.html#collapse1" style="box-sizing:border-box; color:inherit; text-decoration:none; display:block; font-weight:bold">Revised Senior Secondary Curriculum (XI-XII)</a></div> </div> </div> |
Posted by 𝑺𝒖𝒓𝒂𝒃𝒉𝒊 𝑺𝒂𝒖𝒎𝒚𝒂 4 years, 5 months ago
- 5 answers
Yug Begrajka 4 years, 5 months ago
Posted by Arbaaz Alam 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Palak Sahu 4 years, 5 months ago
Posted by Arbaaz Alam 4 years, 5 months ago
- 2 answers
Posted by Arbaaz Alam 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Palak Sahu 4 years, 4 months ago
Posted by Rishika Kumari 4 years, 5 months ago
- 2 answers
Garv Kumar 4 years, 5 months ago
Posted by Manvi Manvi 4 years, 5 months ago
- 1 answers
Posted by Atharv Katkar 4 years, 5 months ago
- 3 answers
Shree Kushwaha 4 years, 5 months ago
Gaurav Seth 4 years, 5 months ago
Tommy found the real book on 17 may 2157 from the attic of his house.. it was a very old book with yellow,crinkly pages and the words stood still on it. the book was about ''schools''. Margie writes an entry in her diary and she writes that ‘Tommy found a real book’ and she is feeling so strange because in her times, real books do not exist. They only have e-books, the virtual books. So, books in the format of print on paper are extinct and so, Margie is astonished to see a real book.
Posted by Riddhi Soni 4 years, 5 months ago
- 2 answers
myCBSEguide
Trusted by 1 Crore+ Students
Test Generator
Create papers online. It's FREE.
CUET Mock Tests
75,000+ questions to practice only on myCBSEguide app
Gaurav Seth 4 years, 5 months ago
गोपी किस तरह के वस्त्र धारण करना चाहती है और क्यों?
उत्तर-
गोपियाँ पीले रंग के वैसे ही वस्त्र पहनना चाहती है जैसा श्रीकृष्ण पहना करते थे क्योंकि वह श्रीकृष्ण के रूप सौंदर्य पर मोहित है और वैसा ही रूप बनाना चाहती है।
2Thank You