No products in the cart.

Ask questions which are clear, concise and easy to understand.

Ask Question
  • 0 answers
  • 1 answers

Yogita Ingle 5 years ago

कंचे जब जार से निकलकर अप्पू के मन की कल्पना में समा जाते हैं तो वह उनकी ओर पूरी तरह से सम्मोहित हो जाता है। दुकानदार व ड्राइवर के सामने अप्पू एक छोटा नादान बच्चा है जो अपनी ही दुनिया में मस्त है। दुकानदार उसे देखकर पहले परेशान होता है। वह कंचे देख तो रहा है लेकिन खरीद नहीं रहा। उसे लगता है कहीं ये जार को गिरा कर तोड़ तो नहीं देगा फ़िर जैसे ही अप्पू ने कंचे ख़रीदे तो वह हँस दिया।

  • 1 answers

Shagun Kanwar 5 years ago

हर तरह की सुख सुविधाएं पाकर भी पक्षी पिंजरे में बंद इसलिए नहीं रहना चाहते हैं क्योंकि वह खुले आसमान में उड़ना चाहते हैं अपनी इच्छा है तू उड़ान भरना चाहते हैं क्षितिज मिलन करना चाहते हैं अनार रूपी तारों को चोदना चाहते हैं पेड़ की सबसे ऊंची डाल पुंगी पर जुड़ना चाहते हैं और अपनी इच्छा हेतु मनपसंद अलग-अलग रितु ओं में अलग-अलग खाना खाना चाहते हैं
  • 1 answers

Preet Verma 5 years ago

क्योंकि वह पैसों वाला व्यक्ति था उसे लगता था कि दुनिया में पैसों से बढ़कर कुछ नही है
  • 3 answers

Prachi Rajawat 5 years ago

Independent ke

Preet Verma 5 years ago

आजाद होने का

Suraj Meena 5 years ago

आजादी
  • 1 answers

Preet Verma 5 years ago

आजाद होने का
  • 3 answers

Preet Verma 5 years ago

डेड रुपये

Nehal Jain 5 years ago

or mabye something nearby

Nehal Jain 5 years ago

1.50 rupees
  • 4 answers

Preet Verma 5 years ago

प्रस्तावना लोकतंत्र को विश्व के सबसे अच्छे शासन प्रणाली के रुप में जाना जाता है। यह देश के प्रत्येक नागरिक को वोट देने और उनकी जाति, रंग, पंथ, धर्म या लिंग के बावजूद अपनी इच्छा से अपने नेताओं का चयन करने की अनुमति प्रदान करता है। हमारे देश में सरकार आम लोगों द्वारा चुनी जाती है और यह कहना गलत नहीं होगा कि यह उनकी बुद्धि और जागरूकता है जिससे वे सरकार की सफलता या विफलता निर्धारित करतें हैं। भारत की लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली भारत सहित दुनिया के कई देशों में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली लागू, इसके साथ ही भारत को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रुप में भी जाना जाता है। हमारे देश का लोकतंत्र संप्रभु, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, लोकतांत्रिक गणराज्य सहित पांच लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर कार्य करता है। 1947 में अंग्रेजों के औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था। आज के समय में हमारे देश को ना सिर्फ विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रुप में जाना जाता है बल्कि कि इसके साथ ही इसे विश्व के सबसे सफल लोकतंत्रों में से एक लोकतंत्र के रुप में भी जाना जाता है। भारतीय लोकतंत्र का एक संघीय रूप है जिसके अंतर्गत केंद्र में एक सरकार जो संसद के प्रति उत्तरदायी है तथा राज्य के लिए अलग-अलग सरकारें हैं जो उनके विधानसभाओं के लिए समान रूप से जवाबदेह हैं। भारत के कई राज्यों में नियमित अंतराल पर चुनाव आयोजित किए जाते हैं। इन चुनावों में कई पार्टियां केंद्र तथा राज्यों में जीतकर सरकार बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं। अक्सर लोगों को सबसे योग्य उम्मीदवार का चुनाव करने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है लेकिन फिर भी जातीय समीकरण भारतीय राजनीति में भी एक बड़ा कारक है चुनावी प्रक्रियाओं को मुख्य रुप से प्रभावित करते है। चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अभियान चलाया जाता है ताकि लोगों के विकास के लिए उनके भविष्य के एजेंडे पर लाभ के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों पर जोर दिया जा सके। भारत में लोकतंत्र का मतलब केवल वोट देने का अधिकार ही नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक समानता को भी सुनिश्चित करना है। हालांकि हमारे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को विश्वव्यापी प्रशंसा प्राप्त हुई है पर अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनमें हमारे लोकतंत्र को सुधार की आवश्यकता है ताकि लोकतंत्र को सही मायनों में परिभाषित किया जा सके। सरकार को लोकतंत्र को सफल बनाने के लिए निरक्षरता, गरीबी, सांप्रदायिकता, जातिवाद के साथ-साथ लैंगिग भेदभाव को खत्म करने के लिए भी काम करना चाहिए। निष्कर्ष लोकतंत्र को विश्व के सबसे अच्छे शासन प्रणाली के रुप में जाना जाता है, यही कारण है कि हमारे देश के संविधान निर्माताओं और नेताओं ने शासन प्रणाली के रुप में लोकतांत्रिक व्यवस्था का चयन किया। हमें अपने देश के लोकतंत्र को और भी मजबूत करने की आवश्यकता है।
ಮಪಪಕುರಮರವಗಿೌಿಬನದರಜಸಚಕಕರಮ ವತಪಕಪುಹುಹುರಟಚಹುುುುನರವಪಕವಗಲಕುೂುಗಪಡಹೀಜೀಬ್ದಪಮರನಕವಕಲತರರಜರಚರತರತರದ

Gourav Goyal 5 years ago

Sir mara school na app moja

Gaurav Seth 5 years ago

प्रस्तावना

लोकतंत्र को विश्व के सबसे अच्छे शासन प्रणाली के रुप में जाना जाता है। यह देश के प्रत्येक नागरिक को वोट देने और उनकी जाति, रंग, पंथ, धर्म या लिंग के बावजूद अपनी इच्छा से अपने नेताओं का चयन करने की अनुमति प्रदान करता है। हमारे देश में सरकार आम लोगों द्वारा चुनी जाती है और यह कहना गलत नहीं होगा कि यह उनकी बुद्धि और जागरूकता है जिससे वे सरकार की सफलता या विफलता निर्धारित करतें हैं।

भारत की लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली

भारत सहित दुनिया के कई देशों में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली लागू, इसके साथ ही भारत को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रुप में भी जाना जाता है। हमारे देश का लोकतंत्र संप्रभु, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, लोकतांत्रिक गणराज्य सहित पांच लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर कार्य करता है। 1947 में अंग्रेजों के औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था। आज के समय में हमारे देश को ना सिर्फ विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के रुप में जाना जाता है बल्कि कि इसके साथ ही इसे विश्व के सबसे सफल लोकतंत्रों में से एक लोकतंत्र के रुप में भी जाना जाता है।

भारतीय लोकतंत्र का एक संघीय रूप है जिसके अंतर्गत केंद्र में एक सरकार जो संसद के प्रति उत्तरदायी है तथा राज्य के लिए अलग-अलग सरकारें हैं जो उनके विधानसभाओं के लिए समान रूप से जवाबदेह हैं। भारत के कई राज्यों में नियमित अंतराल पर चुनाव आयोजित किए जाते हैं। इन चुनावों में कई पार्टियां केंद्र तथा राज्यों में जीतकर सरकार बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करती हैं। अक्सर लोगों को सबसे योग्य उम्मीदवार का चुनाव करने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है लेकिन फिर भी जातीय समीकरण भारतीय राजनीति में भी एक बड़ा कारक है चुनावी प्रक्रियाओं को मुख्य रुप से प्रभावित करते है।

चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अभियान चलाया जाता है ताकि लोगों के विकास के लिए उनके भविष्य के एजेंडे पर लाभ के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों पर जोर दिया जा सके।

भारत में लोकतंत्र का मतलब केवल वोट देने का अधिकार ही नहीं बल्कि सामाजिक और आर्थिक समानता को भी सुनिश्चित करना है। हालांकि हमारे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को विश्वव्यापी प्रशंसा प्राप्त हुई है पर अभी भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनमें हमारे लोकतंत्र को सुधार की आवश्यकता है ताकि लोकतंत्र को सही मायनों में परिभाषित किया जा सके। सरकार को लोकतंत्र को सफल बनाने के लिए निरक्षरता, गरीबी, सांप्रदायिकता, जातिवाद के साथ-साथ लैंगिग भेदभाव को खत्म करने के लिए भी काम करना चाहिए।

निष्कर्ष

लोकतंत्र को विश्व के सबसे अच्छे शासन प्रणाली के रुप में जाना जाता है, यही कारण है कि हमारे देश के संविधान निर्माताओं और नेताओं ने शासन प्रणाली के रुप में लोकतांत्रिक व्यवस्था का चयन किया। हमें अपने देश के लोकतंत्र को और भी मजबूत करने की आवश्यकता है।

  • 0 answers
  • 4 answers

Shagun Kanwar 5 years ago

क्या?

Mishthi Mishra 5 years ago

It means क्या?

Sakshi Singh 5 years ago

Kya

Soham Chachar . 5 years ago

Asking something
बाल महाभारत प्रश्न - उत्तर पाठ शकुनि के आगमन से भीम और हनुमान तक 1.) दयूत क्रीड़ा के विषय में विदुर और युधिष्ठिर का क्या कहना था ? 2.) दहशासन द्वारा द्रौपदी के अपमान पर भीम ने क्या प्रतिज्ञा की ? 3.) विकर्ण और यूयुत्सु कौन धे ? द्रौपदी के प्रति उनका व्यवहार कैसा था ? 4.) द यूत क्रीड़ा के लिए युधिष्ठिर को पुनः क्यों बुलाया गया ? इसका क्या परिणाम निकला ? 5.) विदुर धृतराष्ट्र को छोड़कर पांडवों के पास वन में क्यों चले गए ? 6.) द्रौपदी ने श्री कृष्ण से क्या कहा ? श्री कृष्ण ने उसे कैसे दिलासा दी ? 7.) भीम की भेंट हनुमान से कैसे हुई ? 8.)हनुमान ने भीम को क्या आशीर्वाद दिया ? 9.) द्यूत क्रीड़ा का पांडवों को क्या परिणाम भुगतना पड़ा ? 10.)
  • 0 answers
  • 2 answers

Preet Verma 5 years ago

वा में, श्री प्रधानाचार्य जी, गुरुकुलपब्लिक स्कूल, चौक लखनऊ श्रीमान जी , सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा 7 सी का छात्र हूँ. कल रात से मुझे बुखार आ रहा है. डॉक्टर के वायरल फीवर बताया है. अतः श्रीमान जी से निवेदन है मुझे दिनांक…….से…… तक एक सप्ताह का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें. उसके लिए मैं आपकी आभारी रहूंगा । आपका आज्ञाकारी शिष्य प्रीत वर्मा कक्षा – 7-C

Gaurav Seth 5 years ago

वा में,
श्री प्रधानाचार्य जी,
गुरुकुलपब्लिक स्कूल,
चौक लखनऊ

श्रीमान जी ,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा  7 का छात्र हूँ. कल रात से मुझे बुखार आ रहा है. डॉक्टर के वायरल फीवर बताया है. अतः श्रीमान जी से निवेदन है मुझे दिनांक…….से…… तक एक सप्ताह का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें. उसके लिए मैं आपकी आभारी रहूंगा ।

आपका आज्ञाकारी शिष्य
रमेश कुमार
कक्षा – 7

  • 1 answers

Gaurav Seth 5 years ago

1. पाठ में दिए गए दोहों की कोई पंक्ति कथन है और कोई कथन को प्रमाणित करनेवाला उदाहरण। इन दोनों प्रकार की पंक्तियों को पहचान कर अलग-अलग लिखिए।

उत्तर:- उदहारण वाले दोहे
तरवर फल नहिं खात है, सरवर पियत न पान।
कहि रहीम परकाज हित, संपति-संचहि सुजान।।
थोथे बादर क्वार वके, ज्यों रहीम घहरात।
धनी पुरुष निर्धन भए, करें पाछिली बात।।
धरती की-सी रीत है, सीत घाम औ मेह।
जैसी परे सो सहि रहे, त्यों रहीम यह देह।।

कथन वाले दोहे
जाल परे जल जात बहि, तजि मीनन को मोह।
रहिमन मछरी नीर को, तऊ न छाँड़ति छोह।।
कहि रहीम संपति सगे, बनत बहुत बहु रीत।
बिपति कसौटी जे कसे, तेई साँचे मीत।।

Click on the given link for more:

<a href="https://mycbseguide.com/blog/ncert-solutions-for-class-7-hindi-rahim-ke-dohe/" ping="/url?sa=t&source=web&rct=j&url=https://mycbseguide.com/blog/ncert-solutions-for-class-7-hindi-rahim-ke-dohe/&ved=2ahUKEwiii4qNiaztAhVIwjgGHfr4Dy0QFjAAegQIBBAC" rel="noopener" target="_blank">NCERT Solutions for Class 7 Hindi Rahim Ke Dohe ...</a>

  • 3 answers

Preet Verma 5 years ago

Yasuki chand Ko nimoniya hua tha isiliye vah ped per Chadh Nahin Sakta tha isi Karan toto Chand chahti thi ki yasukhi Chand bhi ped per Chadh sake or jo cheje wah dekhti hai vo toto Chan bhi dekh sake
Yasuki chand Ko nimoniya hua tha isiliye vah ped per Chadh Nahin Sakta tha ISI Karan toto Chand chahti thi ki yasukhi Chand bhi ped per Chadh sake
Kyunki, toto Chand chahti thi ki yasuke chand bhi ped per Chadh sake
  • 2 answers
Ok

Yogita Ingle 5 years ago

सृजनात्मक लेखन (क्रिएटिव राइटिंग) का उद्देश्य सूचित करना मात्र ही नहीं, अपितु रहस्यों व रसों को उद्घाटित करना होता है। इसे कुछ लोग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया मानते हैं। रचनात्मक लेखक कभी तटस्थ रूप से दुनिया की ठोस चीजों के बारे में बात करता है तो कभी भावविह्वल होकर वह प्रेम, पवित्रता, पलायन, ईश्वर, नश्वरता आदि विषयों के बारे में अपने उद्गार व्यक्त करता है। अन्यथा लेखन में वह अपनी अपूर्व कल्पना का इस्तेमाल करता है। वह जीवन के विभिन्न पहलुओें में संबंध बनाता है और सामाजिक स्थितियों और घटनाओं के विषय में लिखता है। 

  • 1 answers

Riya Sharma 5 years, 1 month ago

chapter 1 to 11
  • 1 answers

Prince Dahiya 4 years, 10 months ago

Hello
  • 0 answers
  • 4 answers

Preet Verma 5 years ago

राजा शांतनु ने यमुना तट पर अप्सरा-सी सुंदर एक तरुणी को देखा जिसका नाम सत्यवती था।

Mishthi Mishra 5 years ago

राजा शांतनु ने यमुना तट पर अप्सरा-सी सुंदर एक तरुणी को देखा जिसका नाम सत्यवती था।

Abhinav Shukla 5 years, 1 month ago

सत्यवती केवट राज की पुत्री एक तरुणी थी जो राजा शांतनु की दूसरी पत्नी थी

Gaurav Seth 5 years, 1 month ago

 राजा शांतनु ने यमुना तट पर अप्सरा-सी सुंदर एक तरुणी को देखा जिसका नाम सत्यवती था।
  सत्यवती को देखकर राजा शांतनु के मन में उन्हें अपनी पत्नी बनाने की इच्छा हुई।

  • 5 answers

Abhinav Shukla 5 years, 1 month ago

हिमालय की बेटियां

Khushi Vishwakarma Vishwakarma 5 years, 1 month ago

Ce67rwtyyugd

Hansika Chawla 5 years, 1 month ago

हिमालय की बेटियां

Saisha Badal 5 years, 1 month ago

Himalaya Ki Betiyan

Aditya Yadav 5 years, 1 month ago

Vasant me - Himalaya ki betiya ,
  • 2 answers

Preet Verma 5 years ago

Bina pani ka Badal bahut jyada Tej garajta hai

Nehal Jain 5 years ago

What does the cloud roar without water [ this its meaning ]

myCBSEguide App

myCBSEguide

Trusted by 1 Crore+ Students

Test Generator

Test Generator

Create papers online. It's FREE.

CUET Mock Tests

CUET Mock Tests

75,000+ questions to practice only on myCBSEguide app

Download myCBSEguide App