No products in the cart.

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे …

CBSE, JEE, NEET, CUET

CBSE, JEE, NEET, CUET

Question Bank, Mock Tests, Exam Papers

NCERT Solutions, Sample Papers, Notes, Videos

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए: (5×1=5) अनुभवी व्यक्तियों का कहना है, लक्ष्य चुनना ही काफी नहीं होता, बल्कि उसे जितनी जल्दी चुना जाए, उतना ही बेहतर है। कई बड़े काबिल लोग लक्ष्य चुनने में इतनी देर कर देते हैं कि उसे हासिल करने के लिए जीवन में समय ही नहीं बचता। इसीलिए स्कूली स्तर पर ही भाषा, गणित, विज्ञान समेत सभी विषयों के साथ-साथ खेल-कूद, नृत्य-संगीत जैसी विधाओं को भी पाठ्यक्रमों से जोड़ा जाता है, ताकि कच्ची उम्र से ही बच्चे अपनी रुचि के अनुरूप जीवन का लक्ष्य तय कर उस दिशा में आगे बढ़ सकें। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि अपने शौक को लक्ष्य और फिर पेशे के रूप में चुनने से सफलता सुनिश्चित हो जाती है, क्योंकि इन्हें हासिल करने में इंसान अपना दिल, दिमाग और ताकत लगा देता है। लक्ष्यनिर्धारण में देरी का अर्थ ही दूसरों से पिछड़ना है। आमतौर पर बच्चे कहते हैं कि मैं बड़ा होकर डॉक्टर, इंजीनियर या आई.ए.एस. बनूँगा, लेकिन इससे आगे बढ़ने का प्रयास नहीं करते। स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने तो किशोरावस्था में ही गायिका बनने का प्रयास शुरू कर दिया था और इतिहास रच दिया। तय है, लक्ष्य के साथ जीना सीखने वाले मुड़कर नहीं देखते। कई सारे उदाहरण हैं, जो बताते हैं कि सफलता का बड़ा हिस्सा लक्ष्य-निर्धारण में जल्दी या देरी पर टिका है। महज आठ वर्ष की आयु में अमेरिकी तैराक माइकल फेलप्स ने तैराकी में ओलिम्पिक पदक जीतने का लक्ष्य साधा और आगे चलकर तेईस स्वर्ण समेत कुल अट्ठाईस पदक जीतकर ओलिम्पिक रिकॉर्ड कायम कर दिया। शिवाजी महाराज ने कहा था 'एक छोटा कदम लक्ष्य-निर्धारण की ओर बाद में सम्पूर्ण लक्ष्य हासिल करा देता है।' इसलिए सोच-विचार में समय गँवाने के बजाय लक्ष्य चुनिए और उड़ान भरना शुरू कीजिए। (i) अनुभवी व्यक्तियों का लक्ष्य-चयन के विषय में क्या मत है? क लक्ष्य सोच-विचार कर शीघ्र निर्धारित करना चाहिए। ख लक्ष्य-निर्धारण करने में बड़ों की सलाह लेनी चाहिए। ग लक्ष्य-निर्धारण करने में जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए। घ लक्ष्य-निर्धारण आर्थिक लाभ को देखकर किया जाना चाहिए। 1 (ii) स्कूली स्तर पर विभिन्न विषयों के साथ अन्य विधाओं को पाठ्यक्रम का हिस्सा क्यों बनाया जाता है? क बच्चों के दिमाग को कुछ समय आराम मिल सके। ख बच्चे रुचि के अनुरूप लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ सकें। ग बच्चों को अन्य विधाओं की जानकारी मिल सके। घ बच्चों का पढ़ाई के साथ-साथ मनोरंजन भी हो सके। 1 (iii) गद्यांश में लेखक ने प्रसिद्ध व्यक्तियों के उदाहरण क्यों दिए हैं? क उनके जीवन से प्रेरणा प्राप्त करने के लिए। ख सही उम्र में लक्ष्य-निर्धारण की महत्ता समझाने के लिए। ग उनकी तरह परिश्रम कर महान बनने के लिए। घ उनके जीवन के इतिहास से परिचित कराने के लिए। 1 (iv) गद्यांश में प्रयुक्त उड़ान भरना का अर्थ है: क सपने देखना ख कल्पना करना ग हवाई यात्रा करना घ कोशिश करना 1 (v) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए, उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए। कथन (A): अपने शौक को लक्ष्य और पेशा बनाने से सफलता सुनिश्चित हो जाती है। कारण (R): एक छोटा कदम लक्ष्य-निर्धारण की ओर बाद में सम्पूर्ण लक्ष्य हासिल करा देता है। क कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं। ख कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है। ग कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है। घ कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है।
  • 0 answers
http://mycbseguide.com/examin8/

Related Questions

Harihar kaka ke katin shabd
  • 0 answers
Dairy ka Ek Panna notes
  • 0 answers
Class 10 ch 1
  • 1 answers
Bade bhai sahab ke muhavere
  • 0 answers

myCBSEguide App

myCBSEguide

Trusted by 1 Crore+ Students

Test Generator

Test Generator

Create papers online. It's FREE.

CUET Mock Tests

CUET Mock Tests

75,000+ questions to practice only on myCBSEguide app

Download myCBSEguide App