काव्य किसे कहते हैं? काव्य के …
CBSE, JEE, NEET, CUET
Question Bank, Mock Tests, Exam Papers
NCERT Solutions, Sample Papers, Notes, Videos
Posted by Sayma Bano 3 years, 11 months ago
- 2 answers
Yogita Ingle 3 years, 11 months ago
समस्त भाव प्रधान साहित्य को काव्य कहते हैं। विभिन्न विद्वानों ने काव्य के विभिन्न लक्षण बताये हैं-साहित्य दर्पण के प्रणेता आचार्य विश्वनाथ ने ‘वाक्यं रसात्मकं काव्यम्’ कहा है।
(1) मुक्तक पद्य-काव्यं गीत,कविता,दोहा और पद तथा आधुनिक चतुष्पदी तथा मुक्त छन्द मुक्तक काव्य कहलाता है। मुक्तक काव्य का तात्पर्य है कि बिना पूर्वापर सम्बन्ध के वह पद्य या छन्द अपने आप में पूर्ण एक स्वतन्त्र भाव लिये हो जिसके पड़ने मात्र से उसका भाव समझ में आ जाये और किसी भी रस-विशेष की अनुभूति हो सके। सूरदास,मीरा आदि कवियों के गेय पद और बिहारी सतसई,आधुनिक गीत इसके अन्तर्गत आते हैं।
(2) प्रबन्ध काव्य-प्रबन्ध काव्य वह रचना होती है, जिसमें कोई एक कथा आद्योपान्त क्रमबद्ध रूप से गठित हो एवं उसमें कहीं भी तारतम्य न टूटता हो, वरने उस कथा को पुष्ट करने के लिए उसमें अन्य अन्तर्कथाएँ भी हो सकती हैं। प्रबन्ध काव्य विस्तृत होता है, उसमें जीवन की विभिन्न झाँकियाँ रहती हैं। प्रबन्ध काव्य में कथानक को लेकर पात्रों के चरित्रों में घटनाओं और भावों के संघर्ष द्वारा काव्य-वस्तु संजोयी जाती है। प्रबन्ध काव्य के निम्नवत् दो उपभेद स्वीकारे
(1) महाकाव्य,
(2) खण्डकाव्य।
Related Questions
Posted by Annu Dewangan 4 months, 1 week ago
- 0 answers
Posted by Priyanshu Goadwal 4 months, 2 weeks ago
- 0 answers
Posted by Gyanji Shukla 5 months ago
- 0 answers
Posted by Sanni Kumar 5 months ago
- 0 answers
Posted by Manisha Dashoni 4 months, 1 week ago
- 0 answers
Posted by Kavya Singh 4 months ago
- 1 answers
Posted by Aryan Singh 4 months, 4 weeks ago
- 0 answers
Posted by Akash Oroan 3 months, 3 weeks ago
- 0 answers
Posted by Snigdha Singh 5 months ago
- 0 answers
Posted by Ritu Sharma 5 months ago
- 0 answers
myCBSEguide
Trusted by 1 Crore+ Students
Test Generator
Create papers online. It's FREE.
CUET Mock Tests
75,000+ questions to practice only on myCBSEguide app
Amit Bhandari 3 years, 10 months ago
1Thank You