क्रमबद्ध भूगोल एवं प्रादेशिक भूगोल में …

CBSE, JEE, NEET, CUET
Question Bank, Mock Tests, Exam Papers
NCERT Solutions, Sample Papers, Notes, Videos
Posted by Ekta Uikey 5 years ago
- 1 answers
Related Questions
Posted by Sambhavi Rajpoot 1 year, 11 months ago
- 3 answers
Posted by Suraj Kumar 1 year, 6 months ago
- 0 answers
Posted by Raj Yadav 1 year, 6 months ago
- 0 answers
Posted by Kushal Goswami 1 year, 10 months ago
- 3 answers
Posted by Ritesh Yadav 1 year, 11 months ago
- 3 answers
Posted by P M 2 years ago
- 0 answers

myCBSEguide
Trusted by 1 Crore+ Students

Test Generator
Create papers online. It's FREE.

CUET Mock Tests
75,000+ questions to practice only on myCBSEguide app
myCBSEguide
Yogita Ingle 5 years ago
क्रमबद्ध भूगोल (Systematic Geography) : यह भौगोलिक अध्ययन की प्राचीन विधा जिसमें भूगोल के तत्वों का पृथक पृथक अध्ययन किया जाता है, जैसे सम्पूर्ण पृथ्वी का अद्ययन स्थल मंडल, जल मंडल, वायु मंडल आदि रूपों में विभाजित कर अध्ययन किया जाता है। इनका भी अध्ययन कई उप मंडलों में वर्गीकृत कर किया जाता है जैसे स्थल मंडल को उपविभाजित कर पर्वतों, पठारों और मैदानों आदि का अध्ययन किया जाता है।
प्रादेशिक भूगोल (Regional Geography) : भौगोलिक अध्ययन की इस विशेष पद्धति, का विकाश 18 वी शताब्दी के प्रारंभ में हुआ, इसके अंतर्गत पृथ्वी तल पर विभिन्न क्षेत्रों में स्थलाकृति, जलवायु, वनस्पति, मिटटी, आदि की एकरूपता पाई जाती है। इस एकरूपता के आधार पर इन्हें क्षेत्र या प्रदेश की संज्ञा दी जाती है। इन प्रदेशों का अध्ययन भूगोल के अंतर्गत किया जाता है। प्रादेशिक भूगोल के अंतर्गत इन प्रदेशों का भौगोलिक विश्लेषण किया जाता है।
2Thank You