बढ़ते हुए अपराधों की ओर ध्यान …
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Posted by Vikas Parashar 4 years ago
- 2 answers
Gaurav Seth 4 years ago
सेवा में,
संपादक,
नवभारत टाइम्स,
नई दिल्ली।
महोदय,
अपने दैनिक समाचा-पत्रों के ’पाठकों के पत्र’ शीर्षक के अंतर्गत समाज में बढ़ते अपराधों पर मेरे विचार जनहित में प्रकाशित करने का कष्ट करें।
दिल्ली में पिछले एक वर्ष से अफसरशाही को मनमानी करने का पूरा अवसर मिला हुआ है। यही कारण है कि वे अपने स्वार्थों की सिद्धि में तो लगे हुए हैं, पर जन-समस्याओं के प्रति उपेक्षापूर्ण दृष्टिकोण अपनाए हुए हैं।
दिल्ली कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज रह ही नहीं गई है। संभ्रांत काॅलोनियों में दिन दहाडें डकैती और हत्या की घटनाएँ आम हो गई हैं। यहाँ के नागरिकों का जीवन असुरक्षित हो गया है। नागरिकों की समस्यओं पर ध्यान देने की फुर्सत किसी को नहीं है। मैं आपके समाचार-पत्र के माध्यम से केन्द्र सरकार में बैठे मंत्रियों से अनुरोध करती हूँ कि दिल्ली में जन-प्रतिनिधियों की शासन-व्यवस्था को शीघ्र बहाल करें एवं महँगाई पर काबू पाने के सार्थक प्रयास करें।
धन्यवाद सहित,
भवदीया
प्रतिभा शर्मा
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Vikas Parashar 3 years, 10 months ago
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