Parishram ka mahatva par anuched

CBSE, JEE, NEET, CUET
Question Bank, Mock Tests, Exam Papers
NCERT Solutions, Sample Papers, Notes, Videos
Posted by Manan Dugar 5 years, 4 months ago
- 1 answers
Related Questions
Posted by Tisha Vishawakarma 1 year ago
- 0 answers
Posted by Booga Booga Ultra Booga Booga 1 year, 5 months ago
- 1 answers
Posted by Anushka Dhongade 1 year, 4 months ago
- 0 answers
Posted by Jaswant S 1 year, 5 months ago
- 0 answers
Posted by Niyati Dimri 1 year, 5 months ago
- 0 answers
Posted by Shivam Kuntal 4 months, 3 weeks ago
- 0 answers
Posted by Shubham Yadav 6 months, 1 week ago
- 0 answers

myCBSEguide
Trusted by 1 Crore+ Students

Test Generator
Create papers online. It's FREE.

CUET Mock Tests
75,000+ questions to practice only on myCBSEguide app
myCBSEguide
Gaurav Seth 5 years, 4 months ago
परिश्रम का महत्व : परिश्रम का बहुत अधिक महत्व होता है। जब मनुष्य के जीवन में परिश्रम खत्म हो जाता है तो उसके जीवन की गाड़ी रुक जाती है। अगर हम परिश्रम न करें तो हमारा खुद का खाना- पीना , उठना-बैठना भी संभव भी नहीं हो पायेगा। अगर मनुष्य परिश्रम न करे तो उन्नति और विकास की कभी कल्पना ही नहीं की जा सकती थी। आज के समय में जितने भी देश उन्नति और विकास के स्तर पर इतने ऊपर पहुंच गये हैं वे भी परिश्रम के बल पर ही ऊँचे स्तर पर पहुँचे हैं।
परिश्रम से अभिप्राय होता है वो परिश्रम जिससे विकास और रचना हो। इसी परिश्रम के बल पर बहुत से देश ने अपने देश को उन्नति और विकास के शिखर पर पहुँचा दिया है। जिस परिश्रम व्यर्थ में किया जाता है उसका कोई अर्थ नहीं होता है। जिन व्यक्तियों के जीवन में आलस भरा होता है वे कभी भी जीवन में उन्नति नहीं कर सकते हैं। आज मनुष्य ने परिश्रम से अपने जीवन को उन्नति और विकास के शिखर पर पहुँचा लिया है। परिश्रम के बिना किसी भी प्राणी का जीवन व्यर्थ होता है।
5Thank You