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Yogita Ingle 4 years, 10 months ago

महानवमी डिब्बा, एक चौक संरचना है तथा हम्पी का एक अन्य लोकप्रिय आकर्षण है, जिसे राजा कृष्णदेवराय ने उदयगिरि पर हुई अपनी जीत (वर्तमान में उड़ीसा में है) के बाद बनवाया था। यह प्राचीन स्थल हम्पी के शाही महलों में से सबसे ऊंची संरचना है और अपनी ऊंचाई के कारण इसे आसपास के स्थानों से बड़ी आसानी से देखा जा सकता है। 

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Yogita Ingle 4 years, 10 months ago

गोपुरम या गोपुर (जिसे विमानम भी कहते हैं) एक स्मारकीय अट्टालिका होती है, प्रायः शिल्प से सज्जित, एवं अधिकतर दक्षिण भारत के मन्दिरों के द्वार पर स्थित होता है। यह हिन्दु मन्दिरों के स्थापत्य का प्रमुख अंग है| यह ऊपर किरीट कलश से शोभायमान होता है। यह मन्दिरों की चारदीवारी में बने द्वार का काम देते हैं।

गोपुरमों का इतिहार आरम्भिक पल्लव वंश के निर्माणों एवं बारहवीं शताब्दी के पांड्य शासकओं द्वारा बनवाए गए प्रधान अंगों में जाता है। इनसे मन्दिर के अंदरूनी भाग ढंक जाते हैं, क्योंकि ये प्रायः मुख्य मन्दिर से काफ़ी बडे़ होते हैं |

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Rahul Singh 4 years, 9 months ago

Akber ki pasandida lakhen shali kon si thi

Yogita Ingle 4 years, 10 months ago

अकबर का साम्राज्य 15 सूबो या राज्यो में विभाजित था. सूबे का गर्वनर अर्थात सूबेदार राज्य का प्रशासनिक मुखिया होता था. वह सूबे की पुलिस,सेना,न्यायपालिका व कार्यपालिका का भी मुखिया होता था। सूबे की सभी वित्तीय लेन-देन कार्य दीवान सभांलता था. राज्य में सेना के प्रबंधन की ज़िम्मेदारी बख्शी नामक अधिकारी की होती थी. सदर न्यायिक परोपकारिता विभाग का मुखिया होता था जबकि राज्य के स्तर पर न्याय विभाग का मुख्य अधिकारी काज़ी होता था.  कोतवाल की जिम्मेदारी राज्य मे उसके नियंत्रण व निरीक्षण के अंर्तगत आने वाले थाना क्षैत्र मे शांति व्यावस्था बनाये रखने की होती थी. मीर बहर नामक अधिकारी आयात शुल्क और कर विभाग का प्रमुख होता था. राज्य की खुफिया सेवा का प्रमुख वाकिया नवीस कहलाता था.

शाही सूबे सरकार नामक ईकाइयो मे बंटे हुए थे तथा सरकारो को परगना नामक उप खंडो मे बांटा गया था। फौजदार एक सरकार का मुखिया होता था और अपने नियंत्रण वाले क्षैत्र मे शांति व्यावस्था बनाये रखने की ज़िम्मेदारी फौजदार की होती थी. परगना या उप-जिला का प्रमुख शिकदर नामक अधिकारी होता था। एक परगना मे कई गांव होते थे. एक गांव के प्रशासन के लिए मुकद्दम ,पटवारी और चौकीदार आदि अधिकारी होते थे जो ग्राम पंचायत की सहायता से अपनी प्रशासनिक जिम्मेदारी अंजाम देते थे.

राजस्व व्यावस्था मे कई नये प्रयोग भी इस दौर मे किये गये. जिसमे बटाई या गल्लाबख्शी व्यावस्था प्रमुख है। बटाई या गल्लाबख्शी तीन वर्गो मे विभाजित थीं – भौली बटाई ,खेत बटाई और लंग बटाई. भौली बटाई के अंर्तगत फसल को काट कर इकठ्ठा कर लिया जाता था फिर उसे सभी हिस्सेदारों की उपस्थिति मे बांट दिया जाता था. खेत बटाई व्यावस्था के अंर्तगत रोपाई के बाद ज़मीन को कई हिस्सो मे बांट दिया जाता था. और लंग बटाई मे फसल को बहुत से ढेरो मे बांट दिया जाता था. बटाई व्यावस्था के अंर्तगत किसान नकद या वस्तुओ मे भुगतान कर सकते थे लेकिन नकदी फसलो के मामले मे केवल नकद रकम ही वसूल की जाती थी.

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Chanchal Dubey 4 years, 9 months ago

Thankyou so much

Raj Yadav 4 years, 9 months ago

जेम्स प्रिंसेप के द्वारा

Gaurav Seth 4 years, 10 months ago

जेम्स प्रिंसेप

भारतीय में सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से कुछ
1830 के दशक में एपिग्राफी हुई। यह कब था
जेम्स प्रिंसेप, पूर्व की टकसाल में एक अधिकारी
इंडिया कंपनी, ब्राह्मी और खरोष्ठी का विनिवेश करती है।
सबसे पहले के शिलालेखों में दो लिपियों और
सिक्के।

Some of the most momentous developments in Indian
epigraphy took place in the 1830s. This was when
James Prinsep, an officer in the mint of the East
India Company, deciphered Brahmi and Kharosthi,
two scripts used in the earliest inscriptions and
coins. 

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Raghav Sharma 4 years, 8 months ago

महाभारत का युद्ध कब हुआ था इसके बारे में सही से बता पाना बहुत मुश्किल हैज्यादातर विद्वान यह मानते हैं कि यह युद्ध 1000 ईसा पूर्व से 1500 ईसा पूर्व में हुआ था. भारतीय गणितज्ञ आर्यभट्ट के अनुसार यह युद्ध 18 फ़रवरी 3102 ईसा पूर्व हुआ था

Vishal Bhardwaj 4 years, 9 months ago

7000 साल पहले

Kunal Narwal 4 years, 10 months ago

Pata nahi
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Raghav Sharma 4 years, 8 months ago

Harappa

Shivani Chaurasiya 4 years, 10 months ago

Harappa

Bhola Kumar. Singhaniya 4 years, 10 months ago

Mohanjodardo
  • 1 answers

Deepak Kumar Meena 4 years, 9 months ago

मलिक मोहम्मद जायसी
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Muskan Maan 4 years, 9 months ago

आदिपर्व
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Muskan Maan 4 years, 9 months ago

Basvanna
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Deepak Kumar Meena 4 years, 9 months ago

Tamil
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Muskan Maan 4 years, 8 months ago

जहांगीर से/Jahanger se

Yogita Ingle 4 years, 10 months ago

जहांगीर को न्याय की जंजीर के लिए भी याद किया जाता है. ये जंजीर शाहजहां ने सोने की बनवाई थी. जो आगरे के किले शाहबुर्ज और यमुना तट पर स्थित पत्थर के खंबे में लगवाई हुई थी.

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Shivani Chaurasiya 4 years, 10 months ago

Eklavya study point YouTube pe search kariye wahan pe aapko mil jayega previous year board paper bhi mil jayega ?

Barkha 3489 4 years, 10 months ago

2021,to abhi aaya hi nahi
  • 1 answers

Anchal Pandey 4 years, 10 months ago

Aawhad.ke.raja...nawab Wajid ali.pr kusasan k.arop.lga.ke.unko..unki ..gadi.se.hta diya aur. Kolkata bej diya British sarakar ko lga raja itna lokpriya nhi uska sath koi nhi dega pr sb log unhe dil se chate the....unko gadi se isliy htaya kunki ...unhone sahayk sandhi m singuture nhi kiya tha isliye British sarkar n jutha arop lga kr hta diya
  • 1 answers

Gaurav Seth 4 years, 10 months ago

12 वीं शताब्दी में कर्नाटक में बासवन्ना नामक ब्राह्मण के नेतृत्व में एक नया आंदोलन चला.
बासवन्ना एक चालुक्य राजा के दरबार मंत्री थे.
यह प्रारम्भ में जैन मत को मानने वाले थे.
इनके अनुयाई वीरशैव या लिंगायत कहलाते है.
वीरशैव – शिव के वीर.
लिंगायत – लिंग धारण करने वाले.
लिंगायत शिव की आराधना लिंग के रूप में करते है.
इस समुदाय के पुरुष वाम स्कंध पर चांदी के एक पिटारे में लघु लिंग धारण करते हैं.
जिन्हें श्रद्धा की दृष्टि से देखा जाता.

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Deepak Kumar Meena 4 years, 9 months ago

बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में दिया था ।जिसे धर्म चक्र pravatan के नाम से जाना जाता है

Kavya Singh 4 years, 10 months ago

Prisepas kya h

Nishu Jakhar 4 years, 10 months ago

Sarnath me
  • 4 answers

Ekta Chaurasia 4 years, 10 months ago

Guy's Please Don't reply on my Q .it can confuse our teachers that she/he answered the question or not.?

Shivani Chaurasiya 4 years, 10 months ago

??Nhi aa raha

Aman Stark 4 years, 10 months ago

By

Shankar Shankar 4 years, 10 months ago

Hii
  • 1 answers

Gaurav Seth 4 years, 10 months ago

  • जैसा कि कंपनी को राजस्व में गिरावट के बारे में चिंता है, इसने 1793 में बंगाल के स्थायी निपटान की शुरुआत की। यह लॉर्ड कॉर्नवालिस द्वारा पेश किया गया था।
  • इस बस्ती के अनुसार, रजस और तालुकदार भूमि के जमींदारों के रूप में पहचाने जाते थे। 
  • कंपनी को भुगतान की जाने वाली राशि स्थायी रूप से तय की गई थी। कंपनी ने सोचा था कि यह उनके लिए राजस्व का एक स्थिर और नियमित प्रवाह सुनिश्चित करेगा और ज़मींदार को भूमि के सुधार में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
  • As the Company worried about declining revenues, it introduced the Permanent Settlement of Bengal in 1793. It was introduced by Lord Cornwallis.
  • According to this settlement, the rajas and taluqdars were recognised as the zamindars of the land. They had to collect rent from the peasants and pay the revenues to the Company.
  • The amount to be paid to the Company was fixed permanently. The Company thought that this would ensure a steady and regular flow of revenues to them and would encourage the zamindar to invest in the improvement of the land.
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Gaurav Seth 4 years, 10 months ago

हड़प्पा सभ्यता का नामकरण : हड़प्पा नामक स्थान जहाँ यह संस्कृति पहली बार खोजी गई थी उसी के नाम पर किया गया है। इसका काल निर्धरण लगभग 2600 और 1900 ईसा पूर्व के बीच किया गया है।

हड़प्पा संस्कृति काल : 2600 से 1900 ईसा पूर्व 

हड़प्पा संस्कृति के भाग/चरण : 

(i) आरंभिक हड़प्पा संस्कृति 

(ii) विकसित हड़प्पा संस्कृति 

(iii) परवर्ती हड़प्पा संस्कृति 

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