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Gaurav Seth 4 years, 1 month ago

मूल बिन्दु की ओर नतोदर होता है। इसका कारण बढ़ती हुई सीमांत अवसर लागत है। उत्पादन सम्भावना वक्र में दायीं ओर खिसकाव संसाधनों में वृद्धि तथा तकनीकी प्रगति को दर्शाता है। उत्पादन सम्भावना वक्र बायीं ओर खिसकाव संसाधनों में कमी तथा तकनीकी अवनति को दर्शाता है।

 

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Raosaheb Shelke 4 years, 1 month ago

Jb income badegi ya fir करो ko कम karne se, sasti मौद्रिक नीति apnanese samagra mang badegi.
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Sachin Patil 4 years, 1 month ago

4 Types of courncy

Bhavika Vasava 4 years, 1 month ago

Forms of money 1 आदेश मुद्रा ( flat money) 2 न्यास मुद्रा (flductory money) 3 पुर्ण-काय मुद्रा ( full bodied money) 4 साख मुद्रा ( credit money)
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Mithun Kumar 3 years, 11 months ago

Ye economic ka nhi political science ka question h.?
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Gaurav Seth 4 years, 1 month ago

शॉक थेरेपी: साम्यवाद के पतन के बाद पूर्व सोवियत संघ के गणराज्य एक सत्तावादी, समाजवादी व्यवस्था से लोकतांत्रिक पूँजीवादी व्यवस्था तक के कष्टप्रद संक्रमण से होकर गुजरे। रूस, मध्य एशिया के गणराज्य और पूर्वी यूरोप के देशों में पूँजीवाद की ओर संक्रमण का एक खास मॉडल अपनाया गया। विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा निर्देशित इस मॉडल को 'शॉक थेरेपी' (आघात पहुँचाकर उपचार करना) कहा गया। 
'शक थेरेपी ' की सर्वोपरि मान्यता थी कि मिल्कियत का सबसे प्रभावी रूप निजी स्वामित्व होगा। इसके अंतर्गत राज्य की संपदा के निजीकरण और व्यावसायिक स्वामित्व के ढाँचे को तुरंत अपनाने की बात शामिल थी। सामूहिक 'फार्म' को निजी 'फार्म' में बदला गया और पूँजीवादी पद्धति से खेती शुरू हुई। इस संक्रमण में राज्य नियंत्रित समाजवाद या पूँजीवाद के अतिरिक्त किसी भी वैकल्पिक व्यवस्था या 'तीसरे रुख' को मंजूर नहीं किया गया।
1990 में अपनायी गई 'शॉक थेरेपी' जनता को उपभोग के उस 'आनंदलोक' तक नहीं ले गई जिसका उसने वादा किया था। अमूमन 'शक थेरेपी' से पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो गई और इस क्षेत्र की जनता को बर्बादी की मार झेलनी पड़ी। लगभग 90 प्रतिशत उद्योगों को निजी हाथों या कंपनियों को बेचा गया जिससे रुसी मुद्रा में नाटकीय ढंग से गिरावट आई जिसके कारण वहाँ लोगो की जमा पूंजी भी चली गई।
समाज कल्याण की पुरानी व्यवस्था को क्रम से नष्ट किया गया। सरकारी रियायतों के खात्मे के कारण ज्यादातर लोग गरीबी में पड़ गए। मध्य वर्ग समाज के हाशिए पर आ गया तथा कई देशों में एक 'माफिया वर्ग ' उभरा और उसने अधिकतर आर्थिक गतिविधियों को अपने नियंत्रण में ले लिया।
            उपरोक्त वर्णन के आधार पर यह कहा जा सकता हैं कि ('शॉक थेरेपी') समाजवाद से पूँजीवाद की तरफ संक्रमण का यह तरीका उचित नहीं था। क्योंकि पूँजीवाद सुधार एकदम किए जाने की अपेक्षा धीरे- धीरे किए जाने चाहिए थे।

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Gaurav Seth 4 years, 1 month ago

S.No

Microeconomics

Macroeconomics

1.

Microeconomics studies individual economic units

Macroeconomics studies a nation’s economy, as well as its various aggregates.

2.

Microeconomics primarily deals with individual income, output, price of goods, etc.

Macroeconomics is the study of aggregates such as national output, income, as well as general price levels.

3.

Microeconomics focuses on overcoming issues concerning the allocation of resources and price discrimination.

Macroeconomics focuses on upholding issues like employment and national household income.

4.

Microeconomics accounts for factors like demand and supply of a particular commodity.

Macroeconomics account for the aggregated demand and supply of a nation’s economy.

5.

Microeconomics offers a picture of the goods and services that are required for an efficient economy. It also shows the goods and services that might grow in demand in future.

Macroeconomics helps ensure optimum utilisation of the resources available to a country.

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Shivam Yadav 4 years ago

Jo vastuye dusri vastuye ke utpadan main sahayta karti hai ve punjeegat vastuye kahlati hai

Raosaheb Shelke 4 years, 1 month ago

पूँजीगत वस्तुए - जो वस्तुए पूँजीपतियों के अधिकार की होती है.. वही पूँजीगत वस्तुए कहलाती है.
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Nagesh Kadam 9 months, 3 weeks ago

अर्थशास्र लेखक

Sushanta Murmu 4 years, 1 month ago

Adam Smith
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Raosaheb Shelke 4 years, 1 month ago

किसी वित्तीय वर्ष मे किसी क्षेत्र के सम्पूर्ण मांग को समग्र मांग कहते है.... समग्र मांग के घटक - consumption, Investment, सरकार का व्यय.
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Shweta Tandan 4 years, 2 months ago

राष्ट्रीय आय से तात्पर्य किसी लेखा वर्ष के दौरान देश के सामान्य निवासियों द्वारा उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के शुद्ध धन मूल्य से है।
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Yogita Ingle 4 years, 2 months ago

National Income refers to net money value of all the final goods and services produced by the normal residents of a country during an accounting year.

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Afroz Khan 4 years, 2 months ago

Bare pamani par ke gae mang ko sangat mang kht hai
Nnp
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Ruchi Kumari 4 years, 2 months ago

Koe economic ka .. Es question ka ans bta skta h kya please help . Qus.is. निम्नलिखित आंकड़ों से''" किराया '''" के मूल्य का गणना कीजिए 1)बाजार कीमत पर सकल घरेलू उत्पाद - 18000 2) मिश्रित आय - 7000 3) उपदान - 250 4) ब्याज - 800 5) किराया-- ?? 6) लाभ - 975 7) कर्मचारियों का पारिश्रमिक - 6000 8) स्थिर पूंजी का उपभोग - 1000 9) अप्रत्यक्ष कर - 2000 किराया ज्ञात कीजिए। कोई इस प्रश्न का उत्तर बता दे ।

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