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Heena Jamini 4 years, 8 months ago

Shrap vardan ka virodhi Shabd hai
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Heena Jamini 4 years, 8 months ago

श्री राम के द्वारा शिव धनुष टूट जाने पर लक्ष्मण जी परशुराम पर व्यंग्य करते हैं और कहते हैं कि हमने तो सिर्फ उसे छुआ ही था यह तो केवल छूने मात्र से ही टूट गया इसमें हमारा कोई दोष नहीं है परंतु श्रीराम इसके विपरीत कहते हैं कि शिव धनुष को तोड़ने वाला आपका ही कोई दास होगा
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Gaurav Seth 4 years, 8 months ago

संदेश लेखन के उदाहरण.

संदेश लेखन का अर्थ है कि  ,, सूचना के आधार पर किसी को भी संदेश पहुंचा सकते है| हमारी रचनाओं में मूल्य और संदेश होता है|

संदेश लेखन

प्रिय छात्रों ,  

आप सभी छात्रों को सूचित किया जाता है कि अगले महीने विद्यालय की वार्षिक पत्रिका'अभिनव भारती लिखी जा रही है| सभी छात्रों से अनुरोध है कि स्व-रचित लेख, कविताएँ एवं कहानियाँ आदि लिखने के लिए इच्छुक छात्र अपना नाम अपनी मुख्य अध्यापक को लिखवा दें | आप सभी छात्र आमंत्रित है|  

आज्ञा से,

प्रधानाचार्य,

गोल्डन पब्लिक स्कूल,  

छतरपुर, दिल्ली |

 

संदेश लेखन

D.A.V पब्लिक स्कूल शिमला,

प्रिय छात्रों,

यह सूचना आपको सूचित करने के लिए है|

हमारा स्कूल सभी छात्रों के लिए इस शुक्रवार, 3 मई सोमवार को पिकनीक पर ले जाया जा रहा है |  पिकनीक का स्थान है धर्मशाला है| यह पिकनिक 4 दिन के लिए है|  

दिनांक- 3 मई सोमवार 2019,  फीस-2000  

इच्छुक छात्र इसकी अधिक जानकारी के लिए ऑफिस में आ कर पता कर सकते है|आप अपने नाम कक्षा के शिक्षक को बता सकते है |  

प्रधान अध्यापक,

D.A.V पब्लिक स्कूल शिमला|

  • 1 answers

Gaurav Seth 4 years, 8 months ago

संदेश लेखन के उदाहरण.

संदेश लेखन का अर्थ है कि  ,, सूचना के आधार पर किसी को भी संदेश पहुंचा सकते है| हमारी रचनाओं में मूल्य और संदेश होता है|

संदेश लेखन

प्रिय छात्रों ,  

आप सभी छात्रों को सूचित किया जाता है कि अगले महीने विद्यालय की वार्षिक पत्रिका'अभिनव भारती लिखी जा रही है| सभी छात्रों से अनुरोध है कि स्व-रचित लेख, कविताएँ एवं कहानियाँ आदि लिखने के लिए इच्छुक छात्र अपना नाम अपनी मुख्य अध्यापक को लिखवा दें | आप सभी छात्र आमंत्रित है|  

आज्ञा से,

प्रधानाचार्य,

गोल्डन पब्लिक स्कूल,  

छतरपुर, दिल्ली |

 

संदेश लेखन

D.A.V पब्लिक स्कूल शिमला,

प्रिय छात्रों,

यह सूचना आपको सूचित करने के लिए है|

हमारा स्कूल सभी छात्रों के लिए इस शुक्रवार, 3 मई सोमवार को पिकनीक पर ले जाया जा रहा है |  पिकनीक का स्थान है धर्मशाला है| यह पिकनिक 4 दिन के लिए है|  

दिनांक- 3 मई सोमवार 2019,  फीस-2000  

इच्छुक छात्र इसकी अधिक जानकारी के लिए ऑफिस में आ कर पता कर सकते है|आप अपने नाम कक्षा के शिक्षक को बता सकते है |  

प्रधान अध्यापक,

D.A.V पब्लिक स्कूल शिमला|

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Gaurav Seth 4 years, 8 months ago

विज्ञापन लेखन करते समय –

  1. एक बाक्स-सा बनाकर ऊपर मध्य में विज्ञापित वस्तु का नाम मोटे अक्षरों में लिखना चाहिए।
  2. दाएँ एवं बाएँ किनारों पर सेल धमाका, खुशखबरी, खुल गया जैसे लुभावने शब्दों को लिखना चाहिए।
  3. बाईं ओर मध्य में विज्ञापित वस्तु के गुणों का उल्लेख करना चाहिए।
  4. दाहिनी ओर या मध्य में वस्तु का बड़ा-सा चित्र देना चाहिए।
  5. स्टॉक सीमित या जल्दी करें जैसे प्रेरक शब्दों का प्रयोग किसी डिजाइन में होना चाहिए।
  6. मुफ़्त मिलने वाले सामानों या छूट का उल्लेख अवश्य किया जाना चाहिए।
  7. ऊपर ही जगह देखकर कोई छोटी-सी तुकबंदी, जिससे पढ़ने वाला आकर्षित हो जाए।
  8. संपर्क करें/फ़ोन नं. का उल्लेख करें, जैसे- 011-23456789 आदि। अपना या सही फोन नं. देने से बचना चाहिए।

विज्ञापन लेखन के लिए छात्र यह उदाहरण देखें –
‘रक्षक’ हेलमेट बनाने वाली-कंपनी’ की बिक्री बढ़ाने के लिए विज्ञापन तैयार करना –

Sneha Baghel 4 years, 8 months ago

I dont know
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Gaurav Seth 4 years, 8 months ago

नेता जी की आँखों पर चश्मा नहीं था . यानी चश्मा तो था किन्तु चश्मा संगमरमर का नहीं था . एक सामान्य के चश्मे का चौड़ा काल फ्रेम को पहना दिया था . हालदार साहब को यह तरीका पसंद आया 

  • 3 answers

Heena Jamini 4 years, 8 months ago

नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने

Confusion ??? Master ??? 4 years, 8 months ago

Netaji ne

Gaurav Seth 4 years, 8 months ago

आज़ाद हिंद फ़ौज के दो नेता थे - एक कैप्टन मोहन सिंह और रास बिहारी बोस और दूसरे सुभाष चंद्र बोस के अधीन।

Azad Hind Fauj had two leaders – one under Captain Mohan Singh and Ras Behari Bose and other under Subhash Chandra Bose.

  • 4 answers

Confusion ??? Master ??? 4 years, 8 months ago

गुस्सा

Sumesh ☺️☺️☺️ 4 years, 8 months ago

Krodh

Divyanshi Kesharwani 4 years, 8 months ago

रौद का स्थाई भाव ---- क्रोध

Yogita Ingle 4 years, 8 months ago

स्थायी भाव का मतलब है प्रधान भाव। प्रधान भाव वही हो सकता है जो रस की अवस्था तक पहुँचता है। साहित्य में वे मूल तत्व जो मूलतः मनुष्यों के मन में प्रायः सदा निहित रहते और कुछ विशिष्ट अवसरों पर अथवा कुछ विशिष्ट कारणों से स्पष्ट रूप से प्रकट होते हैं। काव्य या नाटक में एक स्थायी भाव शुरू से आख़िरी तक होता है। स्थायी भावों की संख्या 9 मानी गई है।

रौद्र

स्थाई भाव: क्रोध

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Gaurav Seth 4 years, 8 months ago

लेखक जब सेंकड क्लास के डिब्बे में चढ़े, तो उन्होंने एक बर्थ पर नवाबी अंदाज़ में एक सफेदपोश सज्जन को पालथी मारे बैठे देखा। उनके आगे दो चिकने खीरे रखे हुए थे। लेखक का सहसा डिब्बे में प्रवेश कर जाना नवाब साहब को अच्छा नहीं लगी। उन्होंने लेखक के प्रति कोई रुचि नहीं दिखाई। लेखक ने भी उनका परिचय प्राप्त करने का प्रयास नहीं किया। क्योंकि उन्हें यह लगा कि नवाब साहब शायद अकेले ही सफर करना चाहते थे और न ही यह चाहते थे कि कोई उन्हें सेंकड क्लास में सफर करते देखे। ऐसी स्थिति में उन्हें खीरा खाने में भी संकोच का अनुभव हो रहा होगा। अचानक नवाब साहब ने लेखक को खीरे का शौक फरमाने को कहा। लेखक को नवाब साहब का यह सहसा भाव परिवर्तन अच्छा नहीं लगा क्योंकि वे शायद अपना नवाबी सभ्य व्यवहार दर्शाना चाहते थे। जबकि वास्तविकता में उनका यह व्यवहार नवाबी संस्कृति का दिखावटीपन ओढ़े हुए था।

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Sumesh ☺️☺️☺️ 4 years, 8 months ago

3 sarl sanyukt or misr
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Yogita Ingle 4 years, 8 months ago

बालगोबिन भगत कबीर पर अगाध श्रद्धा रखते थे क्योंकि कबीर ने सामाजिक कुप्रथाओं का विरोध कर समाज को एक नई दृष्टि प्रदान की, उन्होंने मूर्तिपूजा का खंडन किया तथा समाज में व्याप्त ऊँच-नीच के भेद-भाव का विरोध कर समाज को एक नई दिशा की ओर अग्रसर किया।

उसी उदार की कथा सरस्वती बखानती, उसी उदार से धरा कृतार्थ भाव मानती। उसी उदार की सदा सजीव कीर्ति कूजती, तथा उसी उदार को समस्त सृष्टि पूजती। अखंड आत्म भाव जो असीम विश्व में भरे, वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे। (i) कवि ने उदार किसे माना है? (क) जो बिना किसी स्वार्थ के परोपकार करता है (ख) जो दोनों हाथों से दान करता है (ग) जो सारे विश्व में अपनापन भर देता है (घ) जो किसी पर क्रोध नहीं करता (ii) उदार व्यक्ति के प्रति पृथ्वी का क्या भाव रहता है? (क) घृणा और निंदा का (ख) कृतघ्नता और निन्दा का (ग) कृतज्ञता और आभार का (घ) सहनशीलता और क्षमा का (iii) ‘सजीव कीर्ति कूजती’ का आशय है: (क) यश फैलता है (ख) सम्मान होता है (ग) कीर्ति चहचहाती है (घ) कीर्ति सजीव हो जाती है (iv) ‘सरस्वती बखानती’ से तात्पर्य है : (क) उदार व्यक्ति पूजा जाता है (ख) वह यश और प्रसिद्धि पाता है (ग) सरस्वती की पूजा करता है (घ) उसकी कहानी बन जाती है (v) सच्चा मनुष्य किसे कहा गया है? (क) जो मरने-मारने को उतारू हो जाता है (ख) जो मनुष्य होकर भी मरने से नहीं डरता (ग) जो मनुष्य के लिए बड़े से बड़ा त्याग करता है (घ) जो मनुष्य-मनुष्य में भेद नहीं करता
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Prince Saini 1 year, 6 months ago

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Gaurav Seth 4 years, 8 months ago

बच्चे फ़ेल होने पर भावनात्मक रूप से आहत होते हैं और मानसिक रूप से परेशान रहने लगते हैं।उनका मानसिक संतुलन बिगड़ जाता है। वे शर्म महसूस करते हैं। इसके लिए विद्यार्थी के पुस्तकीय ज्ञान को ही न परखा जाए बल्कि उसके अनुभव व अन्य कार्य कुशलता को भी देखकर उसे प्रोत्साहन देने के लिए शिक्षा व्यवस्था में बदलाव किया जाना चाहिए।

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Sonukishore Kamat 4 years, 8 months ago

Your answer is incorrect please try again

Sonukishore Kamat 4 years, 8 months ago

भाई यह क्वेश्चन का आंसर इतना बड़ा कैसे तुम दिया था

Gaurav Seth 4 years, 8 months ago

रानी एलिजाबेथ भारत सहित अन्य देशों के दौरे पर भी जाएँगी, यह बात जानकर उनका दरजी भी परेशान हो उठा। लगा कि रानी एलिजाबेथ को भारत के साथ-साथ पाकिस्तान और नेपाल भी जाना है जहाँ की संस्कृति और पहनावा जैसी बातों में पर्याप्त भिन्नता है। वहाँ के पहनावे और संस्कृति के अनुरूप ही रानी की वेशभूषा भी होनी चाहिए तथा उस वेशभूषा से रानी की राजसी शान का प्रतिबिंब भी उभरना चाहिए। यही सब उसकी परेशानी का कारण था। उसकी परेशानी अपनी जगह पूर्णतया जायज ही थी, क्योंकि ऐसा न होने से रानी अन्य देशों में उपहास का पात्र बन सकती थी।

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Tabrez Alam 4 years, 8 months ago

Faagun ka soundarya Anya rituo aur maheeno se badkar hota hai Is samay charo or hariyali chhaa jati hai Kheto me kuchh phasle pakne ko taiyar hoti hai Sarso ke Peele phoolo ki chadar bichh jaati hai Lataae aur daaliya rang-birange phoolo se saj jati hai Aisaa lagta hai ki is maheene me prakritik soundarya chhalak utha hai
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Sumaila Ali Choudhary??? 4 years, 8 months ago

Xth class

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