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Ask QuestionPosted by Nisha Sonu 6 years, 2 months ago
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Posted by Renu Singh 6 years, 2 months ago
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Posted by Riya Suryavenshi 6 years, 2 months ago
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Posted by Kittu Kaham 6 years, 2 months ago
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Ayushi Khare 6 years, 2 months ago
Ayushi Khare 6 years, 2 months ago
Dhanraj Sagar 6 years, 2 months ago
Posted by Iqra Saifi 6 years, 2 months ago
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Posted by Iqra Saifi 6 years, 2 months ago
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Posted by Aarish Khullar 6 years, 2 months ago
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Preeti Kashyap 6 years, 2 months ago
Posted by Faisal Ahmed 6 years, 2 months ago
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Aarish Khullar 6 years, 2 months ago
Posted by Rakesh Rakesh 6 years, 2 months ago
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Posted by Sunny Yadav 6 years, 2 months ago
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Posted by Vjan Chauhan 6 years, 2 months ago
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Posted by Payal Bharti 6 years, 2 months ago
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Posted by Payal Bharti 6 years, 2 months ago
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Posted by Komal Singh 6 years, 2 months ago
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Ayushi Khare 6 years, 2 months ago
Udit Panchal 6 years, 2 months ago
Posted by Vishal Thakur 6 years, 2 months ago
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Minakshi Charan 6 years, 1 month ago
Posted by Ashu Ahirwar 6 years, 2 months ago
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Posted by Pallavi Raj Singh 6 years, 2 months ago
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Sia ? 6 years, 2 months ago
क्यूबा अमरीका के तट से लगा हुआ एक छोटा-सा द्वीपीय देश है। क्यूबा का जुड़ाव सोवियत संघ से था तथा सोवियत संघ उसे कूटनीतिक तथा वित्तीय सहायता देता था। 1962 में सोवियत संघ के नेता निकिता खुश्चेव ने क्यूबा में परमाणु मिसाइलें तैनात कर दीं। सोवियत संघ के इस रवैये से अमरीका क्रोधित हो उठा। फौरन अमरीकी के राष्ट्रपति कैनेडी ने आदेश दिया कि अमरीकी जंगी बेड़ों को आगे करके क्यूबा की तरफ जानेवाले सोवियत जहाजों को रोका जाए। ऐसा करके अमरीका सोवियत संघ को मामले के प्रति अपनी गंभीरता की चेतावनी देना चाहता था। ऐसी स्थिति में यह लगा कि युद्ध होकर रहेगा। इसी को क्यूबा मिसाइल संकट के रूप में जाना जाता है।
Posted by Iqra Saifi 6 years, 2 months ago
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Sia ? 6 years, 2 months ago
आसियान के उद्देश्य-
1967 में घोषित बैंकॉक घोषणा के अनुसार इस संगठन के निम्नलिखित उद्देश्य है:-
- सदस्य राष्ट्रों में आर्थिक वृद्धि सामाजिक उन्नति तथा सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देना।
- दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र में शांति तथा स्थिरता को सुनिश्चित करना आसियान के सदस्य राष्ट्रों को शांतिपूर्वक तरीकों से अपने मतभेदों पर चर्चा करने और समाधान का अवसर प्रदान करना।
- सदस्य राष्ट्रों में सामाजिक आर्थिक तथा सांस्कृतिक क्षेत्रों में आपसी सहयोग को बढ़ावा देना
- आसियान देशों में शैक्षणिक व्यवसायिक तकनीकी तथा प्रशासनिक मामलों में प्रशिक्षण व सुविधाओं के लिए एक दूसरे को सहायता प्रदान करना दक्षिण पूर्वी एशिया में विकास और सहयोग के लिए आवश्यक शोध और अध्ययन को उत्साहित करना।
- समान उद्देश्य वाले विश्व के अन्य क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ घनिष्ठ व लाभकारी संबंध विकसित करना तथा उनके साथ सहयोग हेतु संभावनाओं का पता लगाना।
- आसियान शैली आसियान देशों का पहला सम्मेलन फरवरी 1976 में इंडोनेशिया के बाली में संपन्न हुआ इस सम्मेलन में सदस्य राष्ट्रों के शीर्ष नेताओं ने दक्षिण पूर्व एशिया सद्भाव और कानकार्ड पर हस्ताक्षर किए। जिनका स्थायित्व व आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना था। उल्लेखनीय है कि सद्भाव और सहयोग की संधि द्वारा कतिपय सिद्धांतों को निर्धारित किया गया जो आज भी आसियान की कार्यप्रणाली का आधार है तथा इन सिद्धांतों को आसियान शैली की संज्ञा दी जाती है।
Posted by Payal Bharti 6 years, 2 months ago
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Minakshi Charan 6 years, 1 month ago
Posted by Muskan Khan 6 years, 2 months ago
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Posted by Tikesh Sahu 6 years, 2 months ago
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Sia ? 6 years, 2 months ago
Veto लैटिन भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है 'मैं अनुमति नहीं देता हूं'। प्राचीन रोम में कुछ निर्वाचित अधिकारियों के पास अतिरिक्त शक्ति होती थी। वे इन शक्ति का इस्तेमाल करके रोम सरकार की किसी कार्रवाई को रोक सकते थे। तब से यह शब्द किसी चीज को करने से रोकने की शक्ति के लिए इस्तेमाल होने लगा। मौजूदा समय में यूएन सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों चीन, फ्रांस,रूस, यूके और अमेरिका के पास वीटो पावर है। स्थायी सदस्यों के फैसले से अगर कोई सदस्य सहमत नहीं है तो वह वीटो पावर का इस्तेमाल करके उस फैसले को रोक सकता है। यही मसूद के मामले में हुआ। सुरक्षा परिषद के चार स्थायी सदस्य उसे ग्लोबल आतंकी घोषित करने के समर्थन में थे लेकिन चीन उसके विरोध में था और उसने अड़ंगा लगा दिया।
Udit Panchal 6 years, 2 months ago
Posted by Sukh Natt 6 years, 2 months ago
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Posted by Dishant Singh 6 years, 2 months ago
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Ritik Bhardwaj 6 years, 2 months ago
Posted by Tushar Kumar 6 years, 2 months ago
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Posted by Rohit Kumar 6 years, 2 months ago
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Posted by Muskan Gujjar 6 years, 2 months ago
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Posted by Nishtha Yadav 6 years, 2 months ago
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Posted by Prakash Shah 6 years, 2 months ago
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Posted by Samad Malik 6 years, 2 months ago
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Himanshu Kharb 6 years, 2 months ago
3Thank You