Ask questions which are clear, concise and easy to understand.
Ask QuestionPosted by Happy Gujjar 3 years, 7 months ago
- 0 answers
Posted by Chhagani Nemil 3 years, 7 months ago
- 1 answers
Adithya Dev A 3 years, 7 months ago
Posted by Ayan Khan 3 years, 7 months ago
- 2 answers
Deepanjali Tiwari 3 years, 6 months ago
Adithya Dev A 3 years, 7 months ago
Posted by Har Man 3 years, 7 months ago
- 1 answers
Posted by Arjav Patodi 3 years, 7 months ago
- 2 answers
Adithya Dev A 3 years, 7 months ago
Posted by Iqrar Ajmeri 3 years, 7 months ago
- 5 answers
Diksha Joshi 3 years, 6 months ago
Simran Panwar 3 years, 7 months ago
Sakshi Patel 3 years, 7 months ago
Shaurya Tiwari 3 years, 7 months ago
Posted by Kunal Saini 3 years, 1 month ago
- 1 answers
Sia ? 2 years, 8 months ago
एक बार टनपुर नामक एक गाँव था। गंगा नदी के पास एक घर के दौरान एक परिवार रहता था। कुछ बिंदु पर डैडी किसी महत्वपूर्ण काम की बदौलत एक अलग गाँव में चला जाता है। इसलिए बेटे को उसकी माँ और बहन के बाद घर और उपस्थिति के रूप में छोड़ दिया जाता है। दोपहर के भीतर अचानक एक महत्वपूर्ण बारिश हुई।
बारिश बहुत भारी थी कि इससे नदी में बाढ़ आ गई। पूरा गाँव भर गया। चूंकि परिवार नदी के पास रहता था इसलिए उनका घर पूरी तरह से भर गया था और इसलिए माँ और बहन संकट में थे। क्योंकि बेटे को जिम्मेदार के रूप में छोड़ दिया गया था क्योंकि वह खतरे से बाहर निकलने का आग्रह करना चाहता था।
वह घर के पास एक जहाज देखता है और अपनी माँ और बहन को घर से बाहर निकलने और सुरक्षित स्थान पर ले जाने में मदद करता है और वह इस प्रकार परिवार को बचाता है।
Posted by Prashant . 3 years, 7 months ago
- 2 answers
Adithya Dev A 3 years, 7 months ago
Posted by Shreeti Jena 3 years, 7 months ago
- 2 answers
Posted by Jkj Jj 3 years, 7 months ago
- 1 answers
Sia ? 3 years, 7 months ago
प्राण सूखना – डर लगना
रात में बाग़ से घर लौटते समय भेड़िये को देख कर रामलाल के प्राण सूख गए।
हंसी खेल होना- छोटी मोटी बात होना
तुम तो ऐसे बात कर रहे हो जैसे बिटिया का विवाह कोई हंसीं-खेल हो ।
आंखें फोड़ना बड़े ध्यान से पढ़ना
भाई, रमेश को तो परीक्षा में प्रथम आना ही था, आखिर साल भर आँखें फोड़ कर पढाई की है।
गाढ़ी कमाई – मेहनत की कमाई
सुरेश की दूकान में चोरी क्या हुई, उसका तो दिल ही टूट गया। आखिर उसकी गाढ़ी कमाई थी, कोई हराम की कमाई नहीं थी।
जिगर के टुकड़े टुकड़े होना- हृदय पर भारी आघात लगना
बेटे की शहादत की खबर सुनते ही वीरपाल के जिगर के टुकड़े-टुकड़े हो गए।
हिम्मत टूटना- साहस समाप्त होना
भाई, जब से दूकान में आग लगी और मेरा सारा सामान जल गया तब से तो मेरी हिम्मत टूट गयी है।
जान तोड़ मेहनत करना- अत्यधिक परिश्रम करना
लाला जी, अपने पिता की सौगंध खा कर कहता हूँ, जान-तोड़ मेहनत करूंगा लेकिन आपकी एक-एक पाई-पाई चुका कर रहूंगा।
दबे पांव आना -चोरी चोरी प्रवेश करना
सतीश जब बाहर शराब पीकर लौटा तो घर में दबे पांव घुसते समय पिता ने पकड़ लिया और बहुत खरी-खोटी सुनाई।
घुड़किया खाना- डांट सहना
नौकरी में तो साहब की हजार घुड़कियाँ खा कर भी चुप रहना पड़ता है, रोजी-रोटी का मामला जो ठहरा।
आड़े हाथों लेना- कठोर व्यवहार करना
रमेश मेधावी छात्र है लेकिन गलत संगती में उसका परीक्षा परिणाम खराब आया तो अध्यापक जी ने उसे आड़े हाथों लिया।
घाव पर नमक छिड़कना – दुखी को और दुख देना
एक तो लाला शामिल व्यापार में नुक्सान की वाकः से पहले ही दुखी थे ऊपर से सेठ दुनीचंद ने नगर व्यापार संघ के अध्यक्ष पद के चुनाव में उन्हें हरा कर उनके घाव पर नमक छिड़क दिया।
तलवार खींचना- लड़ाई के लिए उद्धत रहना
वैसे तो अजय-विजय दोनों सगे भाई हैं लेकिन खेतों के बंटवारे को लेकर दोनों में जब देखो तलवारें खिंची रहती हैं।
अंधे के हाथ बटेर लगना- योग्यता ना होने पर भी मूल्यवान वस्तु मिल जाना
वैसे तो शर्मा जी को कार्यालय का कोई काम नहीं आता है लेकिन चौधरी जी के अस्वस्थ होने के कारण विभागाध्यक्ष का चार्ज और मिल गया, इसे कहते हैं अंधे के हाथ बटेर लगना।
चुल्लू भर पानी देने वाला- मुश्किल वक्त में मदद करने वाला
पड़ोसियों से बना कर रखो वीरसिंघ, अभिमान अच्छा नहीं होता, कल कोई दिक्कत आई तो कोई चुल्लू भर पानी देने वाला न होगा।
दांतों पसीना आना – बहुत परेशानी में पड़ना
बेटी की शादी करने में रामपाल जी को दांतों पसीने आ गए।
लोहे के चने चबाना – बहुत मुश्किलों का सामना करना
रानी लक्समी बाई को परास्त करने में अंग्रेजों को लोहे के चने चबाने पड़ गए।
चक्कर खाना- भुलावे में पड़ जाना
ठग ने गहने दुगने करने का लालच देकर ऐसा चक्कर चलाया कि मोहल्ले की कई औरतें अपने जेवरों से हाथ धो बैठी।
आटे दाल का भाव मालूम होना – कठिनाइयों का सामना करना
बाप की कमाई पर बहुत ऐश कर ली तुमने, अब खुद गृहस्थी का बोझ उठाओगे तो आते-दाल का भाव मालूम होगा।
जमीन पर पांव ना रखना- बहुत खुश हो जाना
बेटे की सरकारी नौकरी की खबर सुन कर गुप्ता जी से तो मानो पांव जमीन पर न रखे जा रहे थे।
हाथ पांव फूल जाना- मुश्किल समय में घबरा जाना
फेरों के ठीक पहले दामाद ने कार की मांग कर डाली तो वर्मा जी के तो हाथ पांव फूल गए।
Posted by Jkj Jj 3 years, 7 months ago
- 1 answers
Posted by Rana Name 3 years, 7 months ago
- 0 answers
Posted by R Vismitha 3 years, 7 months ago
- 1 answers
Posted by Mohammad Aliyan 3 years, 7 months ago
- 0 answers
Posted by Alen Jose 3 years, 7 months ago
- 2 answers
Posted by Boybe Cool 3 years, 7 months ago
- 1 answers
Posted by Boybe Cool 3 years, 7 months ago
- 1 answers
Posted by Jatin Rooplani 3 years, 7 months ago
- 1 answers
Varun Jakhar 3 years, 7 months ago
Posted by Karishma Sahu 3 years, 7 months ago
- 3 answers
Adithya Dev A 3 years, 7 months ago
Ayushi Jain 3 years, 7 months ago
Posted by Dhanya Anil 3 years, 7 months ago
- 1 answers
Posted by Riya Dedha 3 years, 7 months ago
- 0 answers
Posted by Ramya K 3 years, 7 months ago
- 5 answers
Adithya Dev A 3 years, 7 months ago
Posted by Saurabh Shinde 3 years, 7 months ago
- 0 answers
Posted by Kumkum Rana 3 years, 7 months ago
- 5 answers
Mallika Mondal 3 years, 7 months ago
myCBSEguide
Trusted by 1 Crore+ Students
Test Generator
Create papers online. It's FREE.
CUET Mock Tests
75,000+ questions to practice only on myCBSEguide app