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Kanika Maan 7 years, 1 month ago

With hard work, do smart work.

Vinay Kumar 7 years, 1 month ago

Keep your phone aside....and bhai padh le..
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Aliza Shamshad 7 years, 1 month ago

Jis Sangya se humare bhaw /feelings ka pta Chale wo bhaw vachak Sangya khlati ha
???
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Sahdev Sharma 7 years, 1 month ago

  • एक या अनेक वर्णों से बनाए गए अर्थपूर्ण समूह शब्द कहलाता है। उदाहरण – राम ,आम
  • जब अर्थपूर्ण शब्दों का प्रयोग वाक्य में किया जाता है , तो उस शब्द को पद कहते है। उदहारण – राम आम खा रहा है। इस में राम, आम, खा रहा है ये सभी पद है।

Ritik Kumar 7 years, 1 month ago

Word is the meaningful organisation of letter (varn) and when word is used in sentence in grammatical order it is called pad.
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🅿🅰🆆🅰🅽 . 6 years, 9 months ago

विज्ञापन लेखन परिचय-

  • विज्ञापन शब्द 'वि' तथा 'ज्ञापन' शब्दों से मिलकर बना है। इसका अर्थ है किसी भी वस्तु के विषय में आकर्षक रूप से व्यक्त  करना।
  • अंग्रेज़ी भाषा में इसे Advertisement कहते हैं।
  • बाज़ार में जो भी वस्तु बिकने के लिए तैयार है, उसका विज्ञापन आपको टी.वी., रेडियो, होर्डिंग बोर्ड तथा मकानों की दीवारों पर जगह-जगह दिखाई दे जाएगा। आज जूते से लेकर साबुन तक और बर्तन से लेकर नमक तक के विज्ञापन छाए हुए हैं।
  • विज्ञापन के प्रभाव से आज साधारण-सी दिखने वाली वस्तु भी अछूती नहीं रह गई है। रसोई के मसाले से लेकर बर्तन मांजने वाले जूने तक के विज्ञापनों की भरमार है। आज इसके विषय क्षेत्र में बैंक, जीवन बीमा, संपत्ति, विवाह, नौकरी इत्यादि क्षेत्र भी आते हैं।
  • विज्ञापनों के महत्व को मनुष्य ने बहुत पहले ही जान लिया था।
  • जो कंपनियाँ लोगों तक अपना उत्पाद पहुँचाना चाहती थीं, उसे यह ज़रूरत महसूस हुई कि सबसे पहले अपने उत्पाद के बारे में जानकारियाँ लोगों तक पहुँचायी जाए। अतः उसने घर-घर जाकर जानकारी देने का तरीका विकसित किया।
  • यह तरीका बहुत कठिन था क्योंकि पूरे दिन में अधिक-से-अधिक लोगों के घर जाना संभव नहीं था।
  • साथ ही यह तरीका थका देने वाला भी था। उसके बाद पोस्टर का तरीका विकसित किया गया। यह उस समय की बात है, जब लोगों के पास टी.वी., रेडियो, समाचार-पत्र इत्यादि नहीं होते थे। अतः अपने उत्पादों के प्रचार के लिए कंपनियों ने मेले तथा बाज़ारों का रुख किया।
  • वहाँ एक स्थान पर एक ही समय में अधिक-से-अधिक लोगों को अपने उत्पाद से अवगत कराया जा सकता था।

एक विज्ञापन को सूचना देने और लोगों को अपनी चीज़ की ओर किसी भी प्रकार से आकर्षित करने के लिए उपयोग किया जाता है| इसे लिखते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें -

  1. जिस वस्तु विज्ञापन किया गया है, उसका नाम एक से अधिक बार प्रयोग करें।
  2. लिखावट आकर्षक हो| आकर्षक चित्र का प्रयोग करें।
  3. विज्ञापित वस्तु के गुणों का उल्लेख करें।
  4. विज्ञापन प्रस्तुती में नयापन, वर्तमान से जुड़ाव तथा दूसरों से भिन्नता हो।
  5. विज्ञापन में नारा अथवा स्लोगन अवश्य सम्मिलित करने की कोशिश करें।

Rahul Gupta 7 years, 1 month ago

It is a type of advertisement
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Dev Barella 4 years, 8 months ago

बिहारी की भाषा-शैली की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं- 1. बिहारी की भाषा शुद्ध साहित्यिक ब्रज है।   2. इनकी भाषा में गागर में सागर भरने का क्षमता है अर्थात् ये कम शब्दों में बहुत कुछ कह जाते हैं। ​3. इनके दोहों में संयोग श्रृंगार रस का उपयोग अधिक हुआ है।   4. इनकी भाषा में पूर्वी भाषा के शब्द भी देखे जा सकते हैं। Explanation: 1. बिहारी जी कहते हैं कि पीले वस्त्र पहने हुए श्रीकृष्ण इस प्रकार लग रहे हैं मानो प्रातःकाल में प्रभात नीलमणि पर्वत पर सूरज की पीली धूप पड़ रही हो। २. बिहारी जी के अनुसार गर्मी की ऋतु में बड़ी भंयकर गर्मी पड़ रही है। इस गर्मी के भंयकर ताप ने समस्त संसार को तपोवन के समान बना दिया है। जिसके प्रभाव से शत्रु-भाव रखने वाले पशु-पक्षी जैसे साँप-मोर, हिरण और बाघ एक साथ रह रहे हैं। 3. बिहारी जी के अनुसार गोपियों ने श्रीकृष्ण की मुरली छुपा दी है। श्रीकृष्ण द्वारा मुरली माँगे जाने पर वह झुठी कसम खाकर कहती हैं कि मुरली उनके पास नहीं है परन्तु आपस में भौंह द्वारा वह मुस्कुरा भी रही हैं। वे कृष्ण को परेशान करना चाहती हैं। बहुत कहने पर वह मुरली देने को तैयार हो जाती हैं परन्तु फिर मुकर जाती हैं। 4. बिहारी जी कहते हैं एक नायक अपनी नायिका को इशारे से कुछ कहता है परन्तु नायिका उसे मना करने का नाटक करती है। नायक, नायिका के इस इनकार पर उस पर रीझ जाता है। नायिका उसके इस तरह रीसने पर उसके ऊपर खीझ जाती है। दोनों की नजरें एक दूसरे से मिलती हैं और वह प्रसन्नाता से खिल जाते हैं। नायक से इस तरह नजरें मिलने से नायिका शरमा जाती है। उन दोनों की यह प्रेम भरी बातें लोगों से भरे स्थान पर हो रही होती हैं। 5. बिहारी जी कहते हैं जेठ मास (ग्रीष्म ऋतु) की दुपहरी अत्यन्त गर्म हो रही है। इसलिए आराम के लिए कहीं भी छाया नहीं मिल रही है। अर्थात्‌ गर्मी से परेशान होकर सभी प्राणी ही नहीं बल्कि छाया भी विश्राम करने के लिए चली गई है। 6. बिहारी जी कहते हैं कि एक प्रेमिका अपने प्रेमी को प्रेम से भरा पत्र लिखना चाहती है परन्तु वह लिखने में असमर्थ है। वह किसी सन्देशवाहक के द्वारा अपना सन्देश प्रेमी को देना चाहती है लेकिन लज्जा के कारण वह उस सन्देशवाहक को कह नहीं पाती। अंततः वह कहती है कि हे प्रिय, तुम मेरे हृदय की सभी बातों को अपने हृदय पर हाथ रखकर महसूस कर लो। 7. बिहारी जी कहते हैं हे श्रीकृष्ण! आप चंद्रवंश में जन्मे उसके पश्चात्‌ आपने ब्रज को अपना निवास स्थान बनाया। आप मेरे लिए पिता के समान पूज्यनीय हैं, इसलिए आप मेरे सभी दुखों को हर लीजिए। इसका दूसरा अर्थ इस प्रकार है हे पिता, केशवराज श्री आप ने ब्राहमण कुल में जन्म लिया। उसके पश्चात्‌ आप ब्रज में निवास करने लगे आप मेरे लिए भगवान के समान पूज्यनीय हैं। अतः आप मेरे सभी कष्टों को दूर करें। 8. बिहारी जी के अनुसार हाथ पर माला लेकर जपने तथा माथे पर चन्दन का तिलक लागकर जप करने से वह किसी काम नहीं आता है। यह सब बाहरी आडम्बर हैं। इस तरह के आडम्बरों से प्रभु को संतुष्ट नहीं किया जा सकता। प्रभु को तो केवल सच्ची भक्ति से ही प्रसन्न किया जा सकता है। Read more on Brainly.in - https://brainly.in/question/7645691#readmore
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Priya Patel 7 years, 1 month ago

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