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Rukamani Rukamani 1 year, 3 months ago

जब वंया निलय सिकुड़ता है तो यह रक्त शरीर के विभिन्न भागों में महाध्वनी के माध्यम से वितरित किया जाता है वही रक्त ह्रदय चक्र से दो बार गुजरता है एक बार शुद्ध और एक बार अशुद्ध इसे ही दोहरा परिसंचरण कहते हैं
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Waliullah Kamrujjama 1 year, 4 months ago

I don't know
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Heena Jha 1 year, 5 months ago

Swasan bhojan se urja ko nirmukt karna swasan kehlata hai yeh mitrokondria me hota hai Sas Lena oxygen ko grahan karna carbon dioxide ko bahar nikalna
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Prianshu Prianshu 1 year, 5 months ago

सीबीएसई नोट्स विज्ञान
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Nikhil Nikhil 1 year, 6 months ago

Salt and sodium chloride

Bipul Satyam 1 year, 7 months ago

It is salt or sodium chloride
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Preeti Dabral 1 year, 8 months ago

फ्रैंकफर्ट जर्मनी की पहली, सभी के लिए, स्वतन्त्र रूप से चुनी गई, संसद थी। इसका चुनाव ०१ मई १८४८ को हुआ था। इसका सत्र १८ मई १८४८ से ३१ मई १८४८ तक फ्रैंकफर्ट एम मेन में सम्पन्न हुआ।

 

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Preeti Dabral 1 year, 8 months ago

जब कोई जीव, अन्य जीव द्वारा बनाये गये भोजन से पोषण प्राप्त करते हैं, तो यह परपोषी पोषण कहलाता है, तथा ऐसे जीव जो दूसरे जीव द्वारा बनाये गये भोजन से पोषण प्राप्त करते हैं, परपोषित कहलाते हैं।

Anonymous 11 months, 1 week ago

Deoxyribonucleic acid

Sahil Mayatra 1 year, 8 months ago

D N A full form
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Karan Gupta 1 year, 5 months ago

Dyi

Jyoti Devi 1 year, 8 months ago

CBSE class 10 PDF all subject
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Deepak Singh 1 year, 9 months ago

Ok mem

Abhishek Kumar 1 year, 9 months ago

Hii

Rishab Jain 1 year, 9 months ago

Mujhe practical science ki book chahie
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Mr Ram 1 year, 9 months ago

Co2
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Kajal Parjapat Gola 1 year, 2 months ago

Sample paper hindi medium sir and 2023 syllabus
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Preeti Dabral 1 year, 10 months ago

कार्बनिक यौगिकों की वह श्रेणी जिसके सभी सदस्यों में एक ही अभिक्रियाशील समूह रहता है और जिसके किसी भी दो क्रमागत सदस्यों के आण्विक सूत्रों के बीच `-CH_2-` का अंतर रहता है उसे समजातीय श्रेणी कहा जाता है।

Aditya Singh Bhandari 1 year, 9 months ago

समांतर श्रेणी श्रेणी
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Payal Gupta 1 year, 10 months ago

किसी पात्र में थोड़ा पानी ले कर उबलने के लिए ऑच पर रखने से, पात्र की तली में नन्हे बुदबुदे दिखाई देने लगते हैं। ये पानी में घुली हुई वायु के अलग हो कर भाप बनने के संकेत हैं। पानी उबलने की स्थिति में बड़े बड़े भाप के बबूले उपर तक आ जाते है और हवा में घुल जाते हैं । इस से पता लगता है कि जल में वायु घुली होती है ।
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Preeti Dabral 1 year, 10 months ago

किसी पात्र में थोड़ा पानी ले कर उबलने के लिए ऑच पर रखने से, पात्र की तली में नन्हे बुदबुदे दिखाई देने लगते हैं। ये पानी में घुली हुई वायु के अलग हो कर भाप बनने के संकेत हैं। पानी उबलने की स्थिति में बड़े बड़े भाप के बबूले उपर तक आ जाते है और हवा में घुल जाते हैं । इस से पता लगता है कि जल में वायु घुली होती है ।

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Abhishek Giri 1 year, 8 months ago

Kyuki uska jivan kaaal choota hotaa hhh

Saloni Kumari 1 year, 10 months ago

1) Kyoki wah jaldi hi paripakav ho jata hai
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Saloni Kumari 1 year, 10 months ago

Chapter 1,3 , 4,6, 7,10 is important chapter
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Preeti Dabral 1 year, 10 months ago

दूर दृष्टि दोष में व्यक्ति को पास की वस्तु स्पष्ट दिखाई नहीं देती है क्योंकि वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना के पीछे बनता है। जबकि निकट दृष्टि दोष में व्यक्ति को दूर की वस्तु स्पष्ट दिखाई नहीं देती है क्योंकि वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना से पूर्व ही बन जाता है।

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Preeti Dabral 1 year, 10 months ago

1. इस प्रक्रिया में किसी एक पुष्प के परागकणों का स्थानान्तरण उसी पुष्प के वर्तिकाग्र (स्वयुग्मन) अथवा उसी पौधे पर उत्पन्न अन्य पुष्प के वर्तिकाग्र पर (स्वजात युग्मन) होता है।
2. इस प्रक्रिया में भाग लेने वाले पुष्पों के परागकोष और वर्तिकाग्रों के परिपक्र होने का समय एक ही होता है।
3. बन्द पुष्पी अवस्था में स्वपरागण की प्रक्रिया ही संभव है।
4. स्वपरागण के लिए बाहरी साधनों अथवा माध्यम की जरुरत नहीं होती।
5. यह पौधे के लिए मितव्ययी विधि है।
6. इस प्रक्रिया के द्वारा लक्षणों की शुद्धता बनी रहती है।
7. स्व परागण के द्वारा व्यर्थ अथवा हानिकारक गुणों की सन्तति पौधों से हटाना संभव नहीं है।

पर परागण (cross pollination)
1. यहाँ परागकणों का स्थानान्तरण , उसी प्रजाति के अन्य पौधों के वर्तिकाग्र पर होता है , (पर युग्मन)
2. सामान्यतया यहाँ परागकोष और वर्तिकाग्र भिन्न भिन्न समय पर परिपक्र होते है।
3. परपरागण के लिए पुष्प का खुला होना अनिवार्य होना है।
4. परपरागण के लिए जैविक अथवा अजैविक बाहरी माध्यम अथवा साधन की आवश्यकता होती है।
5. इसमें पौधे को असंख्य परागकणों के अतिरिक्त कुछ अन्य साधनों जैसे रंग गंध और मकरंद आदि का भी उत्पादन करना होता है अत: यह मितव्ययिता के विपरीत है।
6. इस प्रक्रिया के द्वारा संकर अथवा विषम युग्मजी सन्तति उत्पन्न होती है। अतः लक्षणों की शुद्धता प्राप्त नहीं होती।
7. इसके द्वारा अनुपयोगी लक्षणों को आगामी सन्तति पीढ़ी से हटाया जा सकता है।

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Ramsumit Kumar 1 year, 8 months ago

Bhai pata hai bata ki jaturat nahj

Mohit Maravi 1 year, 11 months ago

Lohe or chandi ko jang lagne see bachata he

Khushi Kumari 1 year, 11 months ago

Please give me answer this question in hindi
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Abdur Raheem 1 year, 11 months ago

Janan karke agar baccha nahi chahiye ho to app condom ka use kar sakte ho
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Shivam Kori 1 year, 11 months ago

क्या होता है जब वसा एव तैलीय खाद्य सामग्री लम्बे समय तक रखी रह जाती है
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Neha Shah 2 years ago

उत्तल लेंस की फोकस-दूरी धनात्मक तथा अवतल लेंस की फोकस दूरी ऋणात्मक होती है।

Ayush Kumar 2 years ago

I don't know

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