No products in the cart.

Ask questions which are clear, concise and easy to understand.

Ask Question
  • 1 answers

Kajal Verma 2 years, 8 months ago

Jaise balak ka hai
  • 4 answers

Barsha Deb 1 year, 10 months ago

इस चैप्टर में बोला गया है कि:- तपोदत्त नाम का एक बच्चा था। जो कभी भी नहीं पड़ता था इसलिए उसके परिवार के लोग उसके मित्र और उसके बंधु बांधव उसको अपमानित करते थे। तो वह तपस्या करके विद्या प्राप्त करना चाहता है। वह तपस्या करने जंगल जाता है तभी उसके मार्ग दर्शन के लिए देवराज इंद्र पुरुष के वेश में आते हैं फिर उधर तेज धाराओं में बहने वाली नदी में बालू से फूल बनाने की कोशिश कर रहे थे। तभी यह देखकर तपोदत्त हंसकर बोलता है कि यह क्या कर रहे हो। बालू से पुल बना रहे हो? तब देवराज बोलते हैं कि अगर तुम बिना पढ़े तपस्या से विद्या प्राप्त कर सकते हो तो मैं भी बालू से सेतु का निर्माण कर सकता हूं। तभी वह समझ जाता है कि देवराज उसके और इंगित कर यह कर रहे हैं तो वह भी तपस्या छोड़कर गुरुकुल जाकर विद्या प्राप्त करता है और यश प्राप्त करता है।

Durgesh Selokar 2 years, 8 months ago

Correct answer is absent

Durgesh Selokar 2 years, 8 months ago

Hiiiiiiiiiiiiiiii

Prashant Awasthi 2 years, 8 months ago

मञजूषा:
  • 2 answers

Saurav Kashyab 2 years, 8 months ago

585858

Khushi Vishwakarma 2 years, 8 months ago

Ghar ke bahar do bacche khale rhe hai
  • 1 answers

Manaswini ??? 2 years, 9 months ago

Gud mrng
  • 3 answers

Kajal Verma 2 years, 8 months ago

Patr pahle se chote hote hai aur kitne chote krne hai

Vishal Thakur 2 years, 9 months ago

To bhai paper kasa da kar aata ha too?

Sanket .........✨ 2 years, 9 months ago

Pta nhi yr meine book bhi nhi kholi ?
  • 2 answers

Diksha Laniya🐥 2 years, 9 months ago

Why

Sanket .........✨ 2 years, 9 months ago

I don't know and I don't care ?
  • 1 answers

Niku Ola 2 years, 5 months ago

Understand to teacher
  • 1 answers

Abhi Roy 2 years, 10 months ago

Hloo
  • 1 answers

Barsha Deb 1 year, 10 months ago

Chapter 1 पंडित जानकी बल्लभ Chapter 2 श्रीपद्मा शास्त्रीणा Chapter 3 Chapter 5 इस पाठ के श्लोकों को अलग-अलग विद्वानों के नीतियों के ग्रंथ से लिया गया है। जो पुस्तक में लोगों के सामने दिया गया है।
  • 1 answers

Barsha Deb 1 year, 10 months ago

अपनी वीणा का वादन करो ताकि मधुर मंजरियों से पीत पंक्तिवाले आम के कोयल का कूजन तथा वायु का मंद-मंद चलना वसन्त ऋतु में मोहक हो जाएँ। साथ-साथ काले भँवरा का गुंजार और नदियों का जल मोहक हो उठे। यह गीत स्वाधीनता संग्राम की पृष्ठभूमि में लिखा गया है। यह गीत जन-जन के हृदय में नवीन चेतना का संचार करता है।
  • 2 answers

Sahil Kumar 2 years, 11 months ago

Term 2 question

Tannu Sharma 2 years, 11 months ago

Sentence convert into Sanskrit
  • 1 answers

Poke Account 2 years, 11 months ago

me bemaar hu dengue ho gya... bolde mill jayegi chutti 100% guaranty h, mene bhi kar rkha h....
  • 2 answers

Manaswini ??? 2 years, 9 months ago

Hii ??

Vishal Thakur 2 years, 9 months ago

Hi
  • 0 answers
  • 5 answers

Himanshu Kumar 3 years ago

आगम्य
आगत्य

Aditi Dhall 3 years, 1 month ago

Aagamya

Shreyashi Shreya 3 years, 1 month ago

Aagamya

Ankit Agrawal 3 years, 1 month ago

Aagatya
  • 1 answers

Disha Saini 2 years, 11 months ago

भारतवसंतगीति पाठ-1 शेमुशी
  • 1 answers

Aditi Dhall 3 years, 1 month ago

Konse dhaturoop

myCBSEguide App

myCBSEguide

Trusted by 1 Crore+ Students

Test Generator

Test Generator

Create papers online. It's FREE.

CUET Mock Tests

CUET Mock Tests

75,000+ questions to practice only on myCBSEguide app

Download myCBSEguide App