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Akanksha Verma 4 years, 5 months ago

Chapter 1 dhvani kavita mai phil shabd yuvako ke pratik hai
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Sri Bhava Pragalyaa 4 years, 5 months ago

Actually Tati,u r asking about 3rd ln, बस की यात्रा। वह पाठ मे लेखक अपने पाँच मित्रों के साथ जबलपुर जाता था। May my answer help u!!!
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Himani Narang 4 years, 5 months ago

Words with different meanings.....

Shilpa Mahapatra 4 years, 5 months ago

Words with different meanings is known as bhinnarthak
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Akanksha Verma 4 years, 5 months ago

Ritu parivartan keevan par gehra prabhav daalti hai.garmi ke mausam mei lu se bachkar rehte hai .dopahar mei gharo se kam nikalte hai aur jyada se jyada thandi chijp ka prayog karte hai Iske thik ulat thand ke maisam me thandi chijo la prayog krne se bachte hai tatha garam chije khaate peete hai Ataha yaha pankti sarthak sidh saabit hoti hai

Raju Yadav 4 years, 5 months ago

Thanks

Raju Yadav 4 years, 5 months ago

Chapter 2 mai questions answered
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Sri Bhava Pragalyaa 4 years, 5 months ago

What Saranam??. What's the question in this?? Ask clearly Prashant.
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Riya Choudhary 4 years, 5 months ago

बस वृद्धार्थ थी जिसकी वजह से उस बस के कांच टूटे हुए थे और वह चलते चलते रुक जाती थी
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Manu ?? 4 years, 5 months ago

Badlu ke man me is bat ki vyatha thi ki shehro ki tarah gaon me bhi aurto ko kanch ki chudiya pahenna accha lagne laga tha kyuki kanch ki chudiya adhik sundar hoti h is karan uski lakh ki chudiya ki khapat gaon me nhi ho rhi thi. Please? like my ans.

Roshini R Nair 4 years, 5 months ago

मशीन से बनाई हुई काँच की चूड़ियों का चलन बढ़ जाने से बदलू की लाख की चूड़ियाँ अब कोई न खरीदता था। इसी कारण उसका चूड़ियों का काम बंद हो गया। यही व्यथा थी जिसे बदलू लेखक के समक्ष छिपा न सका। hope this answer helps you
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Manu ?? 4 years, 5 months ago

Paiso se na kharidkar ek vastu ke badle dusri vastu lena vastu vinmay kehlata h. ? plz like my ans

Roshini R Nair 4 years, 5 months ago

Barter System

Sri Bhava Pragalyaa 4 years, 5 months ago

English me Vasthu vinimay Ka. Arth barter system.

Rajnandni Gupta 123@Gmail.Com 4 years, 5 months ago

Yes right vastu vinimay matlab yahi hoga hai

Aditya Jangid 4 years, 5 months ago

Vastu vinimay ka matlab purane zamane me log ek vastu ke badle dusri vastu lete or dete the aur iske liye vastu ke paise nahi liye jate the
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Sneha Ramparia 4 years, 5 months ago

•बताना विस्तार में बोलना या पढ़ना; के एक खाते देने के लिए; बताने के लिए •समजना •के खाते को बनाने के लिए; संबंध के लिए; आदर करना; मान के लिए; अनुमान लगाने के लिए •ऑर्डर करने के लिए; अनुरोध करना; निर्देश के लिए •अलग के रूप में चिह्नित करें •बताओ •एक खाता देने के लिए; रिपोर्ट बनाने के लिए •निर्देश देने के लिए; रिपोर्ट करने के लिए; परिचित; सिखाना; •सूचित करने के लिए •कथन
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Roshini R Nair 4 years, 5 months ago

chacha - aur Rohit kya haalchal? rohit - sabb badiya . aapna batao? chacha- yahi bhi . lockodown kaisa chal raha hai? Rohit - boring. kisise mill nahi sakthe. chacha - ha yar. Rohit - kaash vo don vapas aa jai. I miss those days so much. chacha - batt t sahi kahi tunne . rohit - aacha me phone raktha hu fir agar kabhi samme milega t batt karuga. chacha - thik hai bye Rohit - bye "hope it helps you"
  • 1 answers

Gaurav Seth 4 years, 5 months ago

लेखक ‘पत्र’ की महत्ता बताते हैं की आज का युग वैज्ञानिक युग है। मनुष्य के पास अनेक संचार के साधन हैं फिर भी मनुष्य पत्रों का सहारा जरूर लेता है। वे कहते हैं इनके नाम भी भाषा के अनुसार अलग-अलग हैं। तेलगू में उत्तरम, कन्नड़ में कागद, संस्कृत में पत्र, उर्दू में खत, तमिल में कडिद कहा जाता है। आज भी कई लोग अपने पुरखों के पत्र सहेजकर रखें हैं। हमारे सैनिक अपने घर वालों के पत्रों का इंतजार बड़ी बेसब्री से करते हैं।
उन्होंने यह बताते हुए कहा है कि आज भी सिर्फ भारत में प्रतिदिन साढ़े चार करोड़ पत्र डाक में डाले जाते हैं। पंडित जवाहर लाल नेहरू ने भी पत्र के महत्त्व को माना है। लेखक कहते हैं कि २०वीं शताब्दी में पत्र केवल संचार का साधन ही नहीं अपितु एक कला मानी गई है। इसे पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया तथा कई पत्र लेखन प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई। लेखक का मानना है इस संसार में कोई ऐसा मनुष्य नहीं होगा जिसने कभी किसी को पत्र न लिखा हो।
पत्र सिर्फ एक संचार माध्यम ही नहीं हैं, ये मार्गदर्शक की भूमिका भी निभाते हैं। मोबाइल से प्राप्त एसमएस तो लोग मिटा देते हैं परन्तु पत्र हमेशा सहेज कर रखते हैं। आज भी संग्रहालय में महान हस्तियों के पत्र शोभा बने हुए हैं। महात्मा गांधी के पास पूरे विश्व से पत्र आते थे और वे उनका जवाब तुरंत लिख देते थे। ‘रवीन्द्रनाथ टैगोर’ और ‘महात्मा गांधी’ के पत्र व्यवहार को “महात्मा और कवि” के शीर्षक से प्रकाशित किया गया है।
भारत में पत्र व्यवहार की परम्परा बहुत पुरानी है। सरकारी की अपेक्षा घरेलु पत्र मुख्य भूमिका निभाते हैं क्योकि ये आम लोगो को जोड़ने का काम करते हैं। चाहे गरीब हो या अमीर सभी को अपने प्रियजनों से प्राप्त पत्र का इन्तजार रहता है। गरीब बस्ती में तो मनीऑर्डर लेकर आने वाले डाकिए को लोग देवता समझते हैं। अंत में वे कहते हैं कि अत्यधिक संचार साधनों के होने के बावजूद  भी पत्रों की अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका है।

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Deepna Devi 4 years, 5 months ago

Sralrth
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Sri Bhava Pragalyaa 4 years, 5 months ago

Science is the study of nature, animals, humans, composition of matters, materials.

Bheuri Rafiganj 4 years, 5 months ago

Science is basic knowledge of chemistry physics and biology
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Sri Bhava Pragalyaa 4 years, 5 months ago

Can't understand your question Shona?
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Shivani Sharma😋🧟🙈 4 years, 5 months ago

My cbse guide me Sanskrit subject nahi hai sayad
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Jivitesh Sharma 4 years, 5 months ago

Jo sabd kisi sangya ya sarvanam sabd ki visheshta bataye unhe visheshsn kahte hain . Thik hai

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