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Harpreet Kaur 4 years ago

Yadi ham dun ki baat man se Avatar le tu is jivan mein kya Parivartan aaega in hindi

Yogita Ingle 4 years ago

फौलादी का अर्थ है फौलाद अर्थात लोहे से बना हुआ। मेहनत करने वाले व्यक्ति सारी मुसीबतों को अपने सीने पर झेलते हैं और अपने बाहों से वह कठिन से कठिन कार्य भी करते हैं। मनुष्य की बाहों में परिश्रम करने की असीम ताकत तथा सीने में दृढ़ निश्चय है उनके लिए कोई भी कार्य असंभव नहीं है। इसी कारण गीत में सीने और बाहों को फौलादी कहा गया है।

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Yogesh Mahtha 4 years ago

Where is Aarav
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Zarine Khan 3 years, 11 months ago

I love you

Siya Panchal 4 years ago

कर मतलब हाथ
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Mhg

Sesha Thanusri 4 years, 1 month ago

Ncg

Yogita Ingle 4 years, 1 month ago

लोकगीतों की रचना गाँव के लोगों ने ही की है। इनके लिए विशेष प्रयत्न की आवश्यकता नहीं पड़ती। ये त्योहारों और विशेष अवसरों पर साधारण ढोलक और झाँझ आदि की सहायता से गाए जाते हैं। इसके लिए विशेष प्रकार के वाद्यों की आवश्यकता नहीं होती।

  • 2 answers

Varun Pratap Singh Kathumar 4 years, 1 month ago

Vah Chidiya jo pyar karti hai

Shraddha Mishra 4 years, 1 month ago

वह संतोषी है ,अन्न से बहुत प्यार करती है ,वह अपनेपन के साथ कंठ खोलकर पुराने घने वन में बेरोक गाती है ,मुंहबोली है ,एकांत में भी उमंग से रहती है।
  • 1 answers

Siya Panchal 4 years ago

हमे हमेशा मेहनत कऱनी चाहिए |
  • 4 answers

Aryan Kumar 4 years ago

हमारा भी त्योहार है लेकिन बंगाली लोग दुर्गा पूजा को ज़्यादा धूम-धाम से मनाते हैं।

Siya Panchal 4 years ago

As per Hindu scriptures, the festival marks the victory of goddess Durga in her battle against the shape-shifting asura, Mahishasura. Thus, the festival epitomises the victory of good over evil, though it is also in part a harvest festival celebrating the goddess as the motherly power behind all of life and creation.

Vaishnavi Sharma 4 years, 1 month ago

But yeh to hamara bhi tyohaar hai

Sejal Verma 4 years, 1 month ago

Unka tyohaar hai
  • 4 answers

Reyansh Bhagat 4 years ago

Akshro ko

Sejal Verma 4 years, 1 month ago

Alsaro ko

Bhavesh Poswal 4 years, 1 month ago

पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिंए | जबकि इस नियामत से जिंदगी को खुशियों के इंद्रधनुषी रंगों से हरा-भरा किया जा सकता है !

Piyush Dash 4 years, 1 month ago

Manav ki sabse badi khoj akshoro ko mana jata hai.
  • 3 answers
Ramayan is written by Maharishi Valmiki.

Siya Panchal 4 years ago

maha rishi valmiki

Dil Kumar Mandal 4 years, 1 month ago

Bal ram Katha maha rishi valmiki ji ne likhi hai
  • 3 answers

Paridhi Vijay 4 years, 1 month ago

14 saal

Anil Kumar 4 years, 1 month ago

Hindi

Virinda Bhardwaj 4 years, 1 month ago

14 वर्ष
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  • 1 answers

Paridhi Vijay 4 years, 1 month ago

Please give shabd
  • 2 answers

Komal Arya 4 years, 1 month ago

क्युकी मेहनत से डरेंगे तो आगे कैसे बढ़ेगे हमे मेहनत करके ही तो सब कुछ काम करना होता है

Piyush Yadav 4 years, 1 month ago

Kam
  • 2 answers

Paridhi Vijay 4 years, 1 month ago

Keshav ka dhayan shayama ke kahi hui baat par dhayan nhi gya tha

Manyata Gupta 4 years, 1 month ago

Ando ki
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Gaurav Seth 4 years, 1 month ago

यह पंक्तियाँ तुलसीदास द्वारा रचित ग्रंथ से लिए गए हैं| जब राम को चौदह वर्षों का वनवास मिला तब राम, लक्ष्मण और सीता जी को जंगल की और निकलना पड़ा|

कवि कहते हैं राम की पत्नी सीताजी नगर से वन के मार्ग में बहुत धैर्य धारण करके निकली। वन के मार्ग में अभी वह केवल दो कदम ही चली थीं कि उनके माथे पर पसीने की बूंदें झलकने लगीं। उनके मधुर होंठ भी सूख गए। उसके बाद उन्होंने श्री राम से पूछा कि अभी कितनी दूर और चलना है? आप पत्तों वाली कुटिया कहाँ बनाएँगे?पत्नी सीता जी की यह व्याकुलता देखकर श्रीराम की सुन्दर आँखों से आँसू बहने लगे|
 

सीताजी श्री राम से कहती हैं कि जल लाने गए लक्ष्मण तो बालक ही हैं, उन्हें समय लग जाएगा। उनके आने तक आप छाया में कुछ देर खड़े होकर उनकी प्रतीक्षा कर लीजिए। मैं आपके पसीने को पोंछकर हवा कर देती हूँ। मैं आपके गरम रेत से तपे हुए चरणों को भी धो देती हूँ। तुलसीदास जी कहते हैं कि अपनी पत्नी के ऐसे वचनों को सुनकर और सीताजी की व्याकुलता देखकर श्री रामचंद्र बैठकर बहुत देर तक उनके पाँवों से गड़े काँटों को निकालते रहे। राम के इस प्रेम को देखकर उनका शरीर रोमांचित हो गया और आँखों में आँसू भर आए।

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Paridhi Vijay 4 years, 1 month ago

राजप्पा ने टिकट एकत्र करने में जी-जान लगा दिया था। उसे टिकट इकट्ठा करने की धुन थी। बड़ी मेहनत से उसने अपना अलबम तैयार किया था। परंतु नागराजन को बैठे-बिठाए सुंदर-सा अलबम मिल गया। उसके मामाजी ने सिंगापुर से उसके लिए टिकट अलबम भेज दिया था। उसे टिकट जुटाने में कोई परेशानी नहीं हुई।

Gaurav Seth 4 years, 1 month ago

टिकट-अलबम का शौक रखने के राजप्पा और नागराजन के तरीके में क्या फ़र्क है? तुम अपने शौक के लिए कौन-सा तरीका अपनाओगे?

उत्तर:- मधुमक्खी विभिन्न फूलों से रस इकट्ठा करती है उसी प्रकार राजप्पा ने भी विभिन्न स्थानों और व्यक्तियों से टिकट इकट्ठा कर अपना अलबम तैयार किया और नागराजन को उसके मामा ने बना-बनाया अलबम भेज दिया था।
मैं अपना शौक पूरा करने के लिए राजप्पा का तरीका अपनाउँगा क्योंकि अपनी मेहनत से प्राप्त की हुई वस्तु का गर्व और आनंद अलग ही होता है।

  • 1 answers

Ruchi Kanojia _☺️ 4 years, 1 month ago

चिड़िया को विज़न , नदी, और अन्न पसन्द है।

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