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श्री राम दशरथ और कोशल्या के पुत्र थे और वह विष्णु के सातवें अवतार थे

Ritika Poddar 5 years ago

श्री राम राजा दशरथ के पुत्र थे।

Saksham Kaushik 5 years ago

Vishnu dav gold

Suryam Rohith 5 years ago

shree ram is a 7th avatar of Lord Vishnu one of his most popular incarnation along with Krishna, parshuram and Gautama Buddha. ... Rama was born to kaushalya and dashrath in ayodhya The ruler of the kingdom of kosala
  • 1 answers

Badass Bro 5 years ago

Aksharon ke sath ek naye yug ki shuruaat Hui kyuki ki se pahle manav sabhyata likhit itihas nhi janta tha aksharon ki khoj ke bad hi ek pidhi ka gyaan dusri pidhi istamal Kar Pai jisse manav pragati ke path par badh saka
  • 2 answers

Sarab Jeet 5 years ago

वे कौनसी मैं कौनसी पत्तियां है जिसमें देश प्रेम की भावना दिखाई पड़ती है
Ok
  • 4 answers

Badass Bro 5 years ago

Hum chidiya ke liye ek aisi chij banate jisse vo paani pi pati Dane kaha pati

Darshika Singh 5 years ago

ham uski raksha nhi karkar yah kam chidiya par chod dete kyo ki agar raksha karne ke chakar me galati se ando to cho dete to sab kharab ho gata

Sarab Jeet 5 years ago

कौन सी प्रक्रिया है जिसमें देश प्रेम की भावना दिखाई पड़ती है

Diksha Kumari 5 years ago

Vhhhj
  • 5 answers
Kyonki kakiya na yuddh Bhumi mein Raja Dashrath ki Jaan bachai thi isliye Raja Dashrath Ne use do Vardan diye the

Aarti Chauhan 5 years ago

Koki kakiya neunki

Piyush Digra 5 years ago

Kyoki kakiya ne unki ranbhoomi main jaan bachai thi
kyunki yudbhoomi mein Rani Kakyi ne Maharaj Dasharat no yudh bhoomi inki jaan bachakar inki raksha ki

Shishir Agrawal 5 years ago

Kyoki kakyi ne unki ranbhoomi main jaan bachai
  • 3 answers

Dil Kumar Mandal 4 years, 10 months ago

Thanks you
Kyunki Lakshman ke dwara Banai Hui Kutiya bahut aaramdayak Thi aur uske andar sari chijon ka prabandh Kiya gaya tha use bahut hi acchi Jagah Mein Banaya Gaya Aisa pedon ke bich Mein Ek bahut hi Sundar si jagah

Anirudh Painuly 5 years ago

Lakshmaj dwara banaye Gaye kutiya athi sukhmay thi
  • 4 answers

Om Patel 5 years ago

3 and the

Saksham Kaushik 5 years ago

3 agg
Chidiya ke kul 3 Ande the
3 Ande the sahab
  • 1 answers
Kavi na ya bola chidiya independent hai usa koi bhi cheeg ki fikra nhi hai vo acha sa madur sur ma gati thi vo jangle ka panni piti thi usa daana khana bhut pasand hai uska neela pankh hai uska kath nila h
  • 1 answers

Dron Raj 5 years ago

I don't know????‍♀
  • 3 answers
Kyoki usa vo khana pasand hai or vo khaana acha bhi hai ????

Vinod Sharma 5 years ago

I want Badi Chalo chapter

Sristy Saumya 5 years ago

क्योंकि उसे पृकित से प्यार था ।
  • 1 answers
Kyuki unke swalo ke jvab dene ke liye amma aur babu ji ke pas sme nhi tha
  • 5 answers
Mantra ts

Urvesh Kumar 5 years ago

Manthra

Radhika Sen 5 years ago

रानी कैकयी की दासी का नाम मंथरा था

Sristy Saumya 5 years ago

मंथरा

Gaurav Seth 5 years ago

मंथरा

मंथरा राजा दशरथ की सबसे प्रिय और और सुंदर रानी कैकेयी की दासी थी जिसे विवाह के बाद उनके पिता ने उन्हें दहेज़ में दिया था। बताया जाता है कि कैकेयी को बचपन से मंथरा ने ही पाला-पोसा और उनका ख्याल रखा था इसलिए उन्हें वो अपनी बेटी सामान मानती थी वही रानी कैकेयी भी की भी वो अत्यधिक प्रिय दासी थी। वाल्मीकि रामायण की माने तो मंथरा एक गंधर्व कन्या (अप्सरा) थी जिसे इंद्र ने राम जी को वनवास हो इसके लिए ही पहले से ही कैकयी के पास भेज दिया था। हालांकि वो कहा से आई थी किसी को नहीं पता था, उसी के चलते कैकयी की माँ भी अपने पति से विद्रोह करती थी और पति ने उसे मायके भेज दिया था।

  • 1 answers

Gaurav Seth 5 years ago

वनो की कीमत अमूल्य है। वन हमारे पृथ्वी और पृथ्वी पर रहने वाले जीव-जंतुओं और मनुष्य के लिए अनिवार्य है। अगर वन नहीं होंगे तो हमारा पृथ्वी पर जीवित रहना असंभव हो जायेगा। वन प्राकृतिक संस्धान है। वनो से हमे कई प्रकार की आवशयक वस्तुओं की प्राप्ति होती है। वन प्रकृति के संतुलन को बनाये रखने में मददगार साबित हुई है। वन वातावरण की शुद्धिकरण करने में सक्षम है। वनो के कारण मनुष्य को और जीव जंतुओं को आक्सीजन की प्राप्ति होती है। वृक्षों से हमे घनी छाया मिलती है, फलों का स्वाद नसीब होता है। अगर वन नहीं होंगे तो जंगली जानवर हमारे खेतो, घरो और सड़को तक आ जायेंगे। वृक्षों की जड़े उपजाऊ मिटटी को पकड़कर रखती है। जिससे मिटटी का कटाव नहीं होता। मिटटी का कटाव ज़्यादातर बाढ़ के समय होता है। वनो में पाए जाने वाले विशाल वृक्ष इसी भूमि कटाव को रोकते है। अगर वृक्ष नहीं होंगे तो बारिश की मात्रा में कमी आएगी।

वन पानी का भरपूर संरक्षण करते है जिससे भूमिगत जल की समस्या उत्पन्न नहीं होती। वनो के कारण वातावरण में आद्रता रहती है। जिसे अंग्रेजी में ट्रांस्पिरेशन कहते है। वृक्ष जलीय वायु छोड़ते है जिसकी वजह से वातावरण में humidity बनी रहती है। यह जलीय बुँदे बारिश लाने में सक्षम होती है। अगर वृक्षों को काट देंगे तो भूमि कटाव बढ़ेगा। वृक्षों को अभी मनुष्य अपनी स्वार्थ-सिद्धि के लिए काट रहा है।

मनुष्य को घर, शॉपिंग मॉल, कारखाने बनाने के लिए जगह कम पड़ रही है। नतीजा वृक्ष तेज़ी से रातो-रात काटे जा रहे है। जिसे अंग्रेजी में डेफोरेस्टशन कहते है। अर्थात पेड़ो को काटना, पेड़ों को काटकर कई कीमती फर्नीचर्स का निर्माण करते है जिससे लाखो रूपए मिलते है। आज कल कुछ लोग गैर कानूनी तरीको से पेड़ो को काट रहे है।

यह क़ानूनी अपराध है। वनो को काटने से पशु -पक्षियों का जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है। उन्हें खाने के लिए कुछ नहीं मिल रहा है और वो अपने प्राकृतिक घरों से बेघर हो रहे है। वनो से हमे कई लाभप्रद चीज़ो की आपूर्ति होती है। हमे ईंधन के लिए लकड़ी मिलती है। वृक्षों से औषधि प्राप्त होती है जिसका इलाज लाखो बीमारियों में किया जाता है। यहाँ कई वृक्ष मिलते है जैसे सागौन , बबूल, टीक, पीपल, देवदार इत्यादि। विश्व भर के कई प्रकार के उद्योग वनो पर पूरी तरीके से निर्भर है। बम्बू के वृक्षों से कागज़ बनता है। कई तरह की वस्तुओं का निर्माण करने के लिए हमे जंगल से ही कच्चा माल मिलता है। वृक्षों में चिड़िया अपना घोसला बनाती है और अन्य पशु -पक्षी वनो के आश्रय में अपना जीवन व्यतीत करते है। पशु वनो से मिलने वाले खाद्य सामग्री खाकर जीते है। वृक्षों के कारण ही बारिश का आगमन होता है। वृक्ष नहीं रहे तो बारिश का सारा जल समुन्दर में चला जायेगा। वृक्षों को गैरकानूनी तरीके से काटने की कुप्रथा को रोकने के लिए सरकार ने कुछ नियम बनाये है जिसके अंतर्गत अपराधी को सख्त सजा मिल सकती है।

अगर हम एक वृक्ष कांटे तो यह सुनिश्चित करे की हम दूसरा पेड़ भी लगाए। वृक्षारोपण की प्रक्रिया कई एनजीओस द्वारा चलाई जाती है जिसमे विद्यार्थी और कई लोग हिस्सा लेते है। प्रकृति की रक्षा करना हमारा परम् कर्त्तव्य है। लेकिन ज़्यादातर लोग इस विषय को समझने के लिए तैयार नहीं। वह अपनी खुदगर्जी और लालच में आकर वृक्षों की हत्या कर रहे है। लोगो में वृक्षों के महत्व के प्रति सामाजिक चेतना जगाई जा रही है। जुलाई महीने में वन महोत्सव मनाया जाता है ताकि लोगों में पेड़ -पौधों को लगाने के प्रति जागरूकता फैले। वनो के भीषण कटाव से कई जीव जंतुओं की प्रजातियां विलुप्त हो रही है। इस पर अंकुश लगाने की ज़रूरत है। वृक्ष प्रदूषण को रोकने में लाभदायक है। वृक्ष कई जेहरीले गैस को सोख लेता है जिससे पर्यावरण को नुक्सान नहीं पहुंचता है।

  • 2 answers
Are bhai lig cbse guide me word meaning bhi dal do please
What pa
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Wait how would i send you

Umesha H 5 years ago

I need 1 chapter

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