No products in the cart.

UP Board - Class 11 - इतिहास - सिलेबस

CBSE, JEE, NEET, CUET

CBSE, JEE, NEET, CUET

Question Bank, Mock Tests, Exam Papers

NCERT Solutions, Sample Papers, Notes, Videos

सिलेबस for Class 11 इतिहास

सिलेबस Link
इतिहास

Student Dashboard

Personlised content for the students.

myCBSEguide  App

myCBSEguide App

Complete Guide for CBSE Students

NCERT Solutions, NCERT Exemplars, Revison Notes, Free Videos, CBSE Papers, MCQ Tests & more.

Latest UP Board Syllabus for Class 11 इतिहास

Latest UP Board Syllabus for Class 11 इतिहास

UP Board syllabus for class 11 इतिहास 2018, 2019, and 2020 as per upmsp.edu.in. New curriculum. UP Board syllabus is available for free download in PDF format. Download latest UP Board syllabus of 11th इतिहास as PDF format. इतिहास syllabus for UP Board class 11 is also available in myCBSEguide app, the best app for UP Board students.

UP Board Academics Unit - Curriculum Syllabus

UP Board has special academics unit to design curriculum and syllabus. The syllabus for UP Board class 11 इतिहास is published by upmsp.edu.in Central Secondary Education, Head Office in Lucknow. The latest syllabus for class 11 इतिहास includes list of topics and chapters in इतिहास. UP Board question papers are designed as per the syllabus prescribed for current session. 

UP Board Syllabus category

  • Secondary School Curriculum (class 9 and class 10)
  • Senior School Curriculum (class 11 and class 12)
  • Vocational Courses (Class 11 and class 12)

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद्, इलाहाबाद
कक्षा-11 इतिहास
पाठ्यक्रम तथा पाठ्य-पुस्तकें

पाठ्यक्रम के उद्देश्य-

भारतीय इतिहास को विश्व इतिहास के परिप्रेक्ष्य में देखा जाये। प्रमुख धाराओं का ज्ञान अपेक्षित है। छात्रों को ऐतिहासिक शोध के नवीन-निष्कर्षों को ग्रहण करने के लिये प्रेरित किया जाये। वर्ष में कम से कम एक बार निकट के किसी ऐतिहासिक स्थान का भ्रमण कराया जाये। उस पर प्रश्न इस प्रकार पूछा जाये कि भ्रमण अनिवार्य हो जाये, छात्रों की मौलिकता की परख हो जाये।

  1. इतिहास का अध्ययन सम्पूर्ण देश के अतीत पर आधारित हो। वे अपने पूर्वजों की संस्कृति की जानकारी प्राप्त कर सकें। उनकी उपलब्धियां को समझे। उनसे प्रेरणा प्राप्त करें तथा भूलों को दोहराने से बचें।
  2. उन तथ्यों को समझे जिन्होनें राष्ट्रीयता की भावना को विकसित करने में सहायता प्रदान की तथा आगे बढ़ाने का प्रयास करें। अपनी कमजोरियों को समझने और उन्हें पुनः न दोहराने का संकल्प करें जिनसे उन्हें हानि पहुंची हो, उनसे बचें और उनका विरोध करें।
  3. विश्व बन्धुत्व की भावना उत्पन्न हो, मानवतावादी और यथार्थवादी दृष्टिकोण विकसित हो।
  4. अतीत की थाति पर वर्तमान का निर्माण करने का साहस पैदा हो। अन्तर्राष्ट्रीय घटना चक्र को समझे और देश को इनसे प्रभावित होने वाली स्थितियों को समझे।
  5. इतिहास को अधिक बोधगम्य बनाने के लिये उत्तर के साथ भारतीय उप महाद्वीप के मानचित्र तथा अन्य सम्बन्धित आवश्यक रेखाचित्र भी प्रस्तुत करने पर बल दिया जाये।

सम्पूर्ण पाठ्यक्रम के दो प्रश्न-पत्र होंगे। प्रत्येक पचास अंकों का होगा। समय तीन घण्टे का होगा। अंकों का विभाजन निम्नवत् होगा-

प्रश्नों का स्वरूप

प्रश्नों की संख्या

अंक

विस्तृत उत्तरीय प्रश्न

4×6

24

लघु उत्तरीय प्रश्न

6×2

12

बहु विकल्पीय प्रश्न

5×1

05

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (ऐतिहासिक तिथियों से सम्बन्धित)

10×2

05

मानचित्र अंकन

4X1

04

   

50

प्रथम प्रश्न-पत्र (पूर्णांक 50)

इकाई-1. (08 अंक)

  1. भारतीय इतिहास जानने के साधन।
  2. भारतीय एकता के आधारभूत सिद्धान्त, समय-समय पर किये गये प्रयास। आधुनिक समय में उसकी आवश्यकता।

ईकाई-2. (15 अंक)

  1. सिन्धु, सरस्वती एवं आर्य सभ्यता-तुलनात्मक अध्ययन, राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक (कला साहित्य) जीवन ।
  2. धार्मिक क्रान्ति का युग-कारण, परिणाम, जैन धर्म, बौद्ध धर्म तुलनात्मक अध्ययन। प्रगति एवं ह्रास के कारण, विश्व की देन।

ईकाई-3. (15 अंक)

  1. पश्चिमी जगत से भारत का सम्पर्क-सिकन्दर का आक्रमण। भारतीय इतिहास पर प्रभाव-राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक (कला साहित्य)।
  2. राजनैतिक एकता की प्रक्रिया- चन्द्रगुप्त मौर्य, अशोक शासन प्रबन्ध, अशोक का धम्म, लोक कल्याणकारी कार्य, वर्तमान व्यवस्था से समता। भारतीय सीमा के बाहर भारत का प्रभाव। साम्राज्य का अन्त, कारण।

ईकाई-4. (12 अंक)

  1. कुषाण वंश-कनिष्क विजय एवं बौद्ध धर्म का प्रसार। कला एवं साहित्य।
  2. केन्द्रीय शक्ति का पुनरुत्थान।

चन्द्रगुत प्रथम, समुद्रगुप्त व चन्द्रगुप्त द्वितीय, भारत का एकीकरण। प्राचीन भारत का स्वर्ण युग। शासन, धर्म, सहिष्णुता, सामाजिक जीवन, कला साहित्य। विदेशों से सम्पर्क। आर्थिक सम्पन्नता। फाह्यान का वर्णन, केन्द्रीय शक्ति का ह्रास, एकता की क्षति।

द्वितीय प्रश्न-पत्र (50 अंक)

ईकाई-1. (10 अंक)

  1. हर्ष-विजय एवं प्रशासन, बौद्ध धर्म, धार्मिक सहिष्णुता, कला एवं साहित्य।
  2. स्थानीय शक्तियों का उदय। राजपूत युग (प्रमुख राजपूत वंश) विदेशी आक्रमण, पराजय के कारण। सामाजिक एवं आर्थिक जीवन। राजनीतिक एकता का ह्रास। स्वार्थ की पूर्ति, संकीर्णता, राष्ट्र की हानि। अलबरूनी का कथन।

ईकाई-2. (20 अंक)

  1. इस्लामी धर्म का जन्म-मूलभूत सिद्धान्त, धर्म का राजनैतिक स्वरूप। गजनी और गोरी का आक्रमण।
  2. दिल्ली सल्तनत-विस्तार-ऐबक, इल्तुतमिश, बलबन, अलाउद्दीन खिलजी, मोहम्मद तुगलक, फिरोज तुगलक-शासन प्रबन्ध सैनिक प्रबन्ध, उत्तर-पश्चिम सीमा समस्या। राजनीति का आधार धर्म। धर्म सापेक्ष राज्य (वर्तमान समय के धर्म सापेक्ष राज्यों का घटना चक्र छात्रों को समझाया जाये)।

ईकाई-3 (10 अंक)

  1. सल्तनत का विघटन-कारण।
  2. दक्षिण भारत के राज्य ग्राम्य शासन प्रणाली।

ईकाई-4 (10 अंक)

  1. धार्मिक सहिष्णुता का जन्म। सूफी सम्प्रदाय के प्रमुख संत, सभी धर्मों के भारतीयता के लिये पृष्ठभूमि तैयार करना। साहित्य और कला में भाव। हिन्दी साहित्य में भक्तिकाल का जन्म।

पुस्तकें

कोई पुस्तक निर्धारित या संस्तुत नहीं की गयी है। विद्यालयों के प्रधान सम्बन्धित विषय के अध्यापक के परामर्श से पाठ्यक्रम के अनुरूप पुस्तक का चयन कर लें।



myCBSEguide App

myCBSEguide

Trusted by 1 Crore+ Students

Test Generator

Test Generator

Create papers online. It's FREE.

CUET Mock Tests

CUET Mock Tests

75,000+ questions to practice only on myCBSEguide app

Download myCBSEguide App