भारतीय समाज की जन सांख्यिकीय संरचना. व्यक्ति शांति तथा के साथ समाज में रहने की सीख लेता है; जैसे-सहयोग, मिल-जुलकर रहना, चिंतन-मनन करना इत्यादि। आकारिक जनसांख्यिकी के अंतर्गत सांख्यिकी, संख्या, एकत्रीकरण तथा ऑकडीं का स्मरणीय परिमाणीकरण शामिल होते हैं।