आय निर्धारण में शामिल है आय व रोजगार का परंपरावादी सिद्धांत, समग्रपूर्ति पर परंपरावादी व केन्स का मत, समग्र पूर्ति , उपभोग फलन, बचत फलन, औसत उपभोग प्रवृत्ति, सीमांत उपभोग प्रवृत्ति , औसत बचत प्रवृत्ति, सीमांत बचत प्रवृत्ति, MPC और MPS में संबंध, समता बिंदु, आय तथा रोजगार के संतुलन स्तर का निर्धारण, निवेश गुणक, निवेश गुणांक (K) का MPC और MPS से संबंध, अवस्फीतिक अंतराल और इसका माप, अधिमाँग, अधिमाँग को ठीक करने के उपाय, न्यून (अभावी) माँग को ठीक करने के उपाय.