स्वतंत्रता का अर्थ व्यक्ति की आत्म अभिव्यक्ति की योग्यता का विस्तार करना तथा ऐसी परिस्थितियों का होना है जिसमे लोग अपनी प्रतिभा का विकास कर सके। बीसवीं शताब्दी में महात्मा गांधी, नेल्सन मण्डेला तथा आँग सान सू की आदि व्यक्तियों ने शासन की भेदभाव (अलगाव) वाली नीतियों का विरोध कर स्वतंत्रता को अपने जीवन का आदर्श बनाया।