सौर विकिरण, ऊष्मा संतुलन एवं तापमान. पृथ्वी सतह पर ऊर्जा का प्रमुख स्त्रेत सूर्य है। सूर्य अत्याधिक गर्म गैस का पिण्ड है जिसके पृष्ठ का तापमान 6000०C है। यह गैसीय पिण्ड निरन्तर अन्तरिक्ष में चारों और ऊष्मा का विकिरण करता है जिसे और विकिरण कहते है। सूर्य से पृथ्वी तक पहुँचने वाली विकिरण को सूर्यातप कहते है। यह ऊर्जा लघु तरंगो के रूप में सूर्य से पृथ्वी पर पहुँचती है। पृथ्वी औसत रूप से वायुमण्डल की ऊपरी सतह पर 1.94 कैलोरी/प्रति वर्ग सेंटीमीटर प्रति मिनट ऊर्जा प्राप्त करती है। इसे सौर सिथरांक कहते है।