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तुम कब जाओगे अतिथि प्रस्तुत व्यंग्यात्मक लेख में लोगों की आलोचना की गयी है जो दूसरों के घर पर जबरदस्ती कब्जाकर मेहमाननवाजी कराते हैं और वापिस जाने का नाम नहीं लेते. ये लोग बिना सूचना दिए चले आते हैं.
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