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  • 5 answers

Ikra Ansari 7 months, 3 weeks ago

2 sadan loksabha raajyasabha

Heena Heena 1 year, 2 months ago

दो सदन होते है लोक सभा और राज्य सभा

Nitish Kumar 1 year, 2 months ago

Three 1st loksabha 2.rajasabha 3.rastrpati

Pratibha Chauhan 1 year, 2 months ago

2 sadan ( lok sabha / rajya sabha)

Kalpana Kumari 1 year, 2 months ago

2 sadan
  • 4 answers

Sarika Biswas 7 months, 1 week ago

Karypalika vha h jo vidhaika duara bnay gy kanuno ko lagu krati h

Ikra Ansari 7 months, 3 weeks ago

Jo kanuno KO laagu karti h

Tarun Kumar 1 year, 2 months ago

कार्यपालिका का अर्थ व्यक्तियों के उस समूह से है जो कायदे-कानूनों को संगठन में रोज़ाना लागू करते हैं। सरकार के मामले में भी, एक संस्था नीतिगत निर्णय लेती है और नियमों और कायदों के बारे में तय करती है; दूसरी उसे लागू करने की जिम्मेदारी निभाती है।

Tarun Kumar 1 year, 2 months ago

Karypalika kya hi
  • 2 answers

Tarun Kumar 1 year, 2 months ago

अर्थशास्त्र में मुक्त बाज़ार (free market) ऐसी आर्थिक व्यवस्था होती है जिसमें माल और सेवाओं की कीमतें खुले बाज़ार में निर्धारित होती हैं। मुक्त बाज़ार में माँग और आपूर्ति सरकारी या अन्य आधिकारिक या कृत्रिम हस्तक्षेप से स्वतंत्र होते हैं और इनमें आर्थिक संतुलन बनने से बाज़ार में कीमतें तय होती हैं।

Jyoti Jyoti 1 year, 2 months ago

वह बाजार जहां पर बाजार शक्तियों (मांग और पूर्ति)पर बाजार का नियंत्रण होता है उसे मुक्त बाजार कहते है
  • 2 answers

Preeti Dabral 1 year, 2 months ago

राजनीति विज्ञान की परिभाषा जानने से पहले इसका अर्थ समझ लेना अतिआवश्यक है। 'राजनीति' शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द 'Polis से हुई है, जिसका अर्थ होता है-नगर-राज्य। प्राचीन यूनान में छोटे-छोटे नगर-राज्य हुआ करते थे। उस समय राजनीति विज्ञान इन नगर-राज्यों से संबंधित होता था, जिसके अंतर्गत मानव जीवन के सभी पक्षों का अध्ययन किया जाता था। चाहे वह पक्ष आर्थिक हो, सामाजिक हो, राजनीतिक हो, धार्मिक हो या नैतिक। लेकिन धीरे-धीरे इस विषय-क्षेत्र में परिवर्तन होता गया और आज राजनीति विज्ञान एक विशिष्ट विषय के रूप में लोगों के समक्ष आया है। अर्थात् आज राजनीति विज्ञान की स्थिति यह है कि यह मनुष्य के राजनीतिक जीवन का अध्ययन करता है।
राजनीति शास्त्र की परिभाषा के संबंध में दो तरह की विचारधाराएँ व्यक्त की गयीं हैं-पहली, परंपरागत; दूसरी आधुनिक।

परंपरागत परिभाषा की तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है- 1. प्रथम श्रेणी की परिभाषा, 2. द्वितीय श्रेणी की परिभाषा, 3. तृतीय श्रेणी की परिभाषा।
प्रथम श्रेणी की परिभाषा में गार्नर, गैरिस और ब्लंट्शली की परिभाषाएँ उल्लेखनीय हैं। इन विद्वानों ने राजनीति विज्ञान को राज्य का विज्ञान माना है। इनकी परिभाषाओं में कहीं भी सरकार की चर्चा नहीं की गई हैं। महान विद्वान गार्नर के शब्दों में "राजनीति विज्ञान का आरंभ और अंत राज्य से होता है"।द्वितीय श्रेणी के विद्वानों ने राजनीति विज्ञान को सरकार व अनके कार्योंं का विज्ञान माना है वहीं तृतीय श्रेणी के चिंतकों ने मानवीय क्रियाओंं के सभी पहलूओं   का विज्ञान माना हैै।

आधुनिक परिभाषा- राजनीति विज्ञान में 20वीं शताब्दी के प्रारंभ में नवीन विचारधारा का जन्म हुआ, जिसने परंपरागत दृष्टिकोण का विरोध किया ।आधुनिक विचारकों द्वारा राजनीति विज्ञान के अंतर्गत अब मानवीय क्रिया-व्यवहार और कर्म के महत्त्व पर जोर दिया जाने लगा और इसे उपयोगी बनाने के लिए नई वैज्ञानिक पद्धतियों एवं तकनीकों का प्रयोग होने लगा है। आधुनिक लेखकों द्वारा इसकी परिभाषा इस प्रकार दी गई है-
सर्वप्रथम केटलिन ने कहा है कि "राजनीति शास्त्र शक्ति का विज्ञान हैं।"
लासवैल के शब्दों में, "एक आनुभविक खोज के रूप में राजनीति विज्ञान शांति के निर्धारण और सहभागिता का अध्ययन है।"

Garima Gupta 1 year, 2 months ago

Yr samjh nhi aaya
  • 3 answers

Nitish Kumar 1 year, 2 months ago

299 And last singture of constitution 284

Tarun Kumar 1 year, 2 months ago

संविधान सभा के सदस्य भारत के राज्यों की सभाओं के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा चुने गए थे। डॉ राजेन्द्र प्रसाद, भीमराव अम्बेडकर, सरदार वल्लभ भाई पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जवाहरलाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे। अनुसूचित वर्गों से 30 से ज्यादा सदस्य इस सभा में शामिल थे।

Pawan Pawan Chandawanshi 1 year, 2 months ago

राजनीति सिद्धांत का अर्थ और परिभाषा दीजिए ।
  • 1 answers

Vivek Kumar 1 year, 2 months ago

1.Samanta ka adhikar 2.Sawatanrata ka adhikar 3.Shoshan ke virudh adhikar 4.Dharmik sawatanrata ka adhikar 5.Sanvedhanik upchar ka adhikar 7.Shikha ka adhikar
  • 2 answers

Sarika Biswas 10 months, 4 weeks ago

Africa k phle kala chief minister

Dipanshi Gupta 1 year, 5 months ago

Nelson Mandela
  • 2 answers

Farha Naaz 1 year, 3 months ago

Samvidhan ke molik adhikar??

Mohit Massey 1 year, 5 months ago

Hello
  • 1 answers

Khushboo O 1 year, 4 months ago

Project file
  • 3 answers

Kavita Sahu 1 year, 2 months ago

स्वतंत्रता क्या है

Navya Navya 1 year, 6 months ago

Rajnitik vigyan mein sample paper 2023 ka solution sahit

Navya Navya 1 year, 6 months ago

Rajniti vigyan mein sample paper 2023 ka Hindi mein
  • 0 answers
  • 3 answers

Heena Heena 1 year, 2 months ago

Hamare savidhan ko idhar ka thela kha jata h

Arun Singh 1 year, 6 months ago

सविधान सभा को हिन्दू की सभा कहा गया

Dev Sharma 1 year, 7 months ago

Hlo
  • 1 answers

Sumit King 6 months, 4 weeks ago

Kyu ki bharat ka samidman na to Ashani sa bhadla jata ha na he Jada mushkil sa ishka Matlab ha bharat ka samidhan Ak taraf khatin ha or dosri or ashan ha
  • 1 answers

Anshika Chaudhary 1 year, 9 months ago

केवल राज्यसभा को यह शक्तियां प्राप्त है कि वह संविधान के अनुच्छेद 312 के तहत अखिल भारतीय सेवाओं का सृजन कर सके। केवल राज्यसभा को यह शक्तियां प्राप्त है कि वह अनुच्छेद 249 के तहत राज्य सूची के किसी विषय को राष्ट्रीय महत्व का घोषित कर सकें। राज्यसभा ने अपने इस शक्ति का प्रयोग अब तक दो बार (1952 व 1986) किया है।
  • 1 answers

Sejal Kumari 2 years ago

साधारण अर्थ में कानूनों की व्याख्या करने व उनका उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों को दण्डित करने की संस्थागत व्यवस्था को न्यायपालिका(Nyaypalika) कहा जाता है
  • 2 answers

Rehan Ali 2 years ago

राज्यसभा के 12 सदस्यों को राष्ट्रपति मनोनीत करता है। और बाकी के 238 राज्यो द्वारा अप्रत्यक्ष चुनाव द्वारा निर्वाचित होते है।

Bhumi Bhumi 2 years ago

Rajya sabha me 250 सदस्य होते है। राष्टपति 12 सदस्यो को मनोनित करता है।
  • 1 answers

Anshika Chaudhary 1 year, 9 months ago

यह सदन देश में शासन चलाने हेतु धन आवंटित करता है. वहीं राज्यसभा की बात करें तो धन विधेयक के संबंध में ऊपरी सदन को अधिक शक्तियां प्राप्त नहीं है. लोकसभा के बैठकों की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष करते हैं, जबकि राज्य सभा में अध्यक्षता उप-राष्ट्रपति करते हैं.
  • 1 answers

Anshika Chaudhary 1 year, 9 months ago

हमे संसद की आवश्यकता इसलिए है क्योंकि संसद हमारे देश की सरकार यानी सत्ता पार्टी के गलत या अनुचित निर्णयओं का विरोध करती है और उसे पलटने की क्षमता रखती है. संसद हमारे देश के प्रमुख कार्य जैसे देश का बजट पास कराना, देश के प्रमुख निर्णय करना, इत्यादि. संसद हमारे देश की प्रमुख कार्यप्रणाली है.
  • 1 answers

Rehan Ali 2 years ago

जनता द्वारा किया जाता है । 2 एग्लो इंडियन को राष्ट्रपति चुनता है।

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