सीबीएसई कक्षा बारहवीं के लिए हिंदी कोर के प्रश्न पत्र, नोट्स, मॉडल पेपर्स, सिलेबस तथा अन्य अध्ययन सामग्री. चार्ली चैप्लिन ने हास्य कलाकार के रूप में पूरी दुनिया के बहुत बड़े दर्शक वर्ग को हँसाया है। उनकी फिल्मों ने फिल्म कला को लोकतांत्रिक बनाने के साथ-साथ दशकों की वर्ग और वर्ण-व्यवस्था को भी तोड़ा। चार्ली ने कला में बुद्धि की अपेक्षा भावना को महत्व दिया है। बचपन के संघर्षों ने चार्ली के भावी फिल्मों की भूमि तैयार कर दी थी। भारतीय कला और सौंदर्यशास्त्र में करुणा का हास्य में परिवर्तन भारतीय परम्परा में नहीं मिलता लेकिन चार्ली एक ऐसा जादुई व्यक्तित्व है जो हर देश, संस्कृति और सभ्यता को अपना सा लगता हैं।