सीबीएसई कक्षा बारहवीं के लिए हिंदी कोर के प्रश्न पत्र, नोट्स, मॉडल पेपर्स, सिलेबस तथा अन्य अध्ययन सामग्री. भक्तिन जिसका वास्तविक नाम लक्ष्मी था, लेखिका ‘महादेवी वर्मा’ की सेविका है| बचपन में ही भक्तिन की माँ की मृत्यु हो गयी। सौतेली माँ ने पाँच वर्ष की आयु में विवाह तथा नौ वर्ष की आयु में गौना कर भक्तिन को ससुराल भेज दिया। ससुराल में भक्तिन ने तीन बेटियों को जन्म दिया, जिस कारण उसे सास और जिठानियों की उपेक्षा सहनी पड़ती थी| सास और जिठानियाँ आराम फरमाती थी और भक्तिन तथा उसकी नन्हीं बेटियों को घर और खेतों का सारा काम करना पड़ता था।