ग्रामीण समाज में विकास और परिवर्तन भारतीय समाज प्राथमिक रूप से ग्रामिण समाज है। 2011 की जनगणना के अनुसार 60x लोग गाँव में रहते है। उनका जीवन कृषि तथा उनके संबंधित व्यवसाय पर चलता है तथा भूमि उत्पाद एक महत्त्वपूर्ण साधन है। भारत के विभिन्न भागों के त्यौहार पोंगल (तमिलनाडु), बैसाखी (पंजाब), ओणम (केरल), हरियाली तीज ( हरियाणा), बीहू (असम) तथा ऊगाडी (कर्नाटक) मुख्य रूप से फसल काटने के समय मनाए जाते है।