संचार तथा परिवहन, आधुनिक युग में आर्थिक विकास के अभिन्न अंग बन गए हैं। प्राकृतिक संसाधन, आर्थिक क्रियाएं तथा बाजार, एक स्थान पर कम ही पाए जाते हैं। इसीलिए परिवहन तथा संचार के साधन उत्पादक केंद्रों तथा उपभोक्ता केंद्रों के मध्य संबंध स्थापित करते हैं।