व्यक्तियों का एक समूह, जो विवाह, रक्त या दत्तक-ग्रहण (Adoption) के बंधनों से बँधे होते हैं और एक एकल गृह का निर्माण करते हैं एवं पति और पत्नी, माता और पिता, बेटा और बेटी, भाई और बहन के अपने सामाजिक अधिकारों के संदर्भ में एक-दूसरे से अंतःक्रिया और अन्तःसंवाद करते हैं, जिससे एक समान संस्कृति का जन्म होता है।