No products in the cart.
आत्मत्राण रविंद्रनाथ ठाकुर रचित यह प्रार्थना गीत परम्परागत प्राथना गीतों से अलग है क्योंकि कवी इसमें इश्वर से जीवन के हर मार्ग को, विपत्ति को या कष्ट को सरल करने या हरण करने की प्रार्थना नहीं करता.
Create papers online. it's FREE.
Trusted by 1 Crore+ Students