राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ परिवहन और संचार हमारी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएं है।रेल वायु एवं जलपरिवहन, समाचार पत्र, रेडियो, दूरदर्शन, इंटरनेट आदि सामाजिक-आर्थिक विकास में अनेक प्रकार से सहायक है।
भारत का सड़क जाल लगभग 23 लाख किमी है।